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गुजरात में 202 दिन तक कोरोना से लड़ी जंग, स्वस्थ होकर घर लौटीं गीता

गुजरात के दाहोद में एक महिला ने 202 दिन तक कोरोना से जंग लड़ी. 45 वर्षीय महिला को 202 दिनों बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Nov 20, 2021, 3:26 PM IST

दाहोद : गुजरात के दाहोद स्थित एक अस्पताल से 45 वर्षीय महिला को भर्ती होने के 202 दिनों बाद छुट्टी दी गई. महिला गत एक मई को कोरोना वायरस (corona virus) से संक्रमित पायी गई थी. यह जानकारी महिला के परिवार के सदस्यों ने दी.

महिला के परिजन ने बताया कि गीता धर्मिक के पति दाहोद में रेलवे के कर्मचारी हैं. उन्होंने बताया कि गीता महामारी की दूसरी लहर के दौरान भोपाल से लौटने पर वायरस से संक्रमित पायी गई थीं. उन्होंने बताया कि उसे 202 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा और दाहोद रेलवे अस्पताल (Dahod Railway Hospital) के डॉक्टरों ने उसके ठीक होने के बाद उसे छुट्टी देने का फैसला किया.

महिला के पति त्रिलोक धर्मिक ने कहा, 'शुक्रवार को दाहोद रेलवे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद परिवार के सदस्यों ने उसका घर पर खुशी से स्वागत किया. वह कुल 202 दिनों तक दाहोद और वडोदरा में अस्पताल में भर्ती रही, जिस दौरान उसे वेंटिलेटर और ऑक्सीजन पर रखा गया.' त्रिलोक रेलवे में इंजीनियर हैं.

त्रिलोक धर्मिक ने कहा कि इस अवधि के दौरान उन्होंने नौ बार उनके (गीता के) ठीक होने की उम्मीद खो दी थी. उन्होंने कहा, 'मेरे ससुर की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु होने के बाद हम 23 अप्रैल को भोपाल गए थे. 25 अप्रैल को दाहोद लौटने के बाद, मेरी पत्नी में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दिए थे और एक मई को वह जांच में संक्रमित पायी गई, जब उसका ऑक्सीजन स्तर नीचे चला गया और बुखार बढ़ गया, तो उसे एक मई की रात को दाहोद के रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया.'

पढ़ें- ओडिशा में ऑडिटोरियम-सिनेमा हॉल खोले गए, कोरोना के 239 नए मामले सामने आए

(पीटीआई-भाषा)

दाहोद : गुजरात के दाहोद स्थित एक अस्पताल से 45 वर्षीय महिला को भर्ती होने के 202 दिनों बाद छुट्टी दी गई. महिला गत एक मई को कोरोना वायरस (corona virus) से संक्रमित पायी गई थी. यह जानकारी महिला के परिवार के सदस्यों ने दी.

महिला के परिजन ने बताया कि गीता धर्मिक के पति दाहोद में रेलवे के कर्मचारी हैं. उन्होंने बताया कि गीता महामारी की दूसरी लहर के दौरान भोपाल से लौटने पर वायरस से संक्रमित पायी गई थीं. उन्होंने बताया कि उसे 202 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा और दाहोद रेलवे अस्पताल (Dahod Railway Hospital) के डॉक्टरों ने उसके ठीक होने के बाद उसे छुट्टी देने का फैसला किया.

महिला के पति त्रिलोक धर्मिक ने कहा, 'शुक्रवार को दाहोद रेलवे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद परिवार के सदस्यों ने उसका घर पर खुशी से स्वागत किया. वह कुल 202 दिनों तक दाहोद और वडोदरा में अस्पताल में भर्ती रही, जिस दौरान उसे वेंटिलेटर और ऑक्सीजन पर रखा गया.' त्रिलोक रेलवे में इंजीनियर हैं.

त्रिलोक धर्मिक ने कहा कि इस अवधि के दौरान उन्होंने नौ बार उनके (गीता के) ठीक होने की उम्मीद खो दी थी. उन्होंने कहा, 'मेरे ससुर की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु होने के बाद हम 23 अप्रैल को भोपाल गए थे. 25 अप्रैल को दाहोद लौटने के बाद, मेरी पत्नी में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दिए थे और एक मई को वह जांच में संक्रमित पायी गई, जब उसका ऑक्सीजन स्तर नीचे चला गया और बुखार बढ़ गया, तो उसे एक मई की रात को दाहोद के रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया.'

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(पीटीआई-भाषा)

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