भोपाल। मध्य प्रदेश के केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग ने 100 करोड़ रुपये से अधिक के नकली चालान बनाने और पारित करने में शामिल एक नकली जीएसटी क्रेडिट रैकेट का भंडाफोड़ किया है. ये जानकारी एक अधिकारी ने शनिवार को दी. इनपुट के आधार पर सीजीएसटी विभाग के अधिकारियों ने पुलिस के साथ गुजरात के सूरत से दो लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है.
500 से अधिक फर्जी फर्मों के मिले दस्तावेज: मामसे से संबंधित अधिकारी ने शनिवार को कहा कि कथित फर्जी रैकेट के प्रमुख संचालक और उसके एक करीबी साथी को 25 मई को छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया और उन्हें इंदौर ले जाया गया. उनके कब्जे से 500 से अधिक फर्जी फर्मों के साथ-साथ आपत्तिजनक दस्तावेज, सामग्री, डेटा और कई मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. इसके अलावा, तलाशी अभियान के दौरान लगभग 300 फर्जी फर्म और लेटर पैड भी बरामद किए गए.
"उन्होंने फर्मों को पंजीकृत करने और लेनदेन कर नकली जीएसटी क्रेडिट बनाने व पारित करने के लिए जाली दस्तावेजों, पते और नकली पहचान का उपयोग किया. वे पारंपरिक बैंकिंग चैनलों से परहेज करते हुए विभिन्न मोबाइल नंबरों से जुड़े मोबाइल डिजिटल वॉलेट खातों के माध्यम से लेनदेन कर रहे थे. वे सरकारी राजस्व को धोखा देने के अलावा पहचान की चोरी में भी शामिल लगते हैं."
सीजीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क, इंदौर के प्रमुख आयुक्त पार्थ रॉय चौधरी
चौधरी ने आगे कहा कि गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों को आगे की जांच के लिए फिलहाल रिमांड पर लिया गया है. (Central Goods and Services Tax) (MP GST Billing Scam) (GST billing scam of over Rs 100 crore exposed)
(एजेंसी-आईएएनएस)