ETV Bharat / bharat

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में पोते पोतियां अंतिम यात्रा में झूमे - पश्चिम बंगाल पोते पोतियां अंतिम यात्रा झूमे

पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना के पाडुईपारा में एक अनोखी अंतिम यात्रा निकाली गयी. इसमें पोते पोतियां, महिलाएं और गांव के लोग झूमते नजर आये.

Grandchildren play DJ in mans funeral procession in HabraEtv Bharat
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में पोते पोतियां अंतिम यात्रा में झूमेEtv Bharat
author img

By

Published : Aug 23, 2022, 9:44 AM IST

हाबरा: पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना के हाबरा थाने क्षेत्र के कुमरा ग्राम पंचायत स्थित पाडुईपारा में एक अनोखी अंतिम यात्रा निकाली गयी. इस यात्रा में सभी उम्र के लोगों ने भाग लिया. दरअसल, गांव के एक बड़े ही हंसमुख और खुशमिजाज व्यक्ति का निधन हो गया. वह 119 वर्ष के थे. जानकारी के अनुसार देबेन हाजरा एक खुशमिजाज व्यक्ति थे जो संगीत बजाना पसंद करते थे और नाटकों/यात्राओं को देखने के लिए आस-पास के सभी गांवों में जाया करते थे.

हाजरा का रविवार को निधन हो गया. अपने दादा की अंतिम इच्छा का सम्मान करने के लिए, पोते-पोतियों ने रविवार को अंतिम संस्कार के जुलूस में डीजे और संगीत की व्यवस्था की. नाती-पोतों और पड़ोसियों ने भी बिना आंसू बहाए डीजे की लय पर झूमते हुए अंतिम संस्कार यात्रा में शामिल हुए. ऐसा ही अजीब नजारा रविवार को उत्तर 24 परगना के हाबरा थाने की कुमरा ग्राम पंचायत के पाडुईपारा में देखने को मिला.

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार देबेन हाजरा का जन्म 1903 में हुआ था. मृत्यु के समय उनकी आयु 119 वर्ष थी. देबेन के दो और भाई थे, जिनमें वह सबसे बड़े थे. उनके दोनों छोटे भाइयों की काफी पहले मौत हो चुकी है. उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं. देबेन के करीब 150 पोते-पोतियां हैं.

ये भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा, 43000 पूजा समितियों को 60 हजार रुपये अनुदान देगी ममता सराकर

हाबरा: पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना के हाबरा थाने क्षेत्र के कुमरा ग्राम पंचायत स्थित पाडुईपारा में एक अनोखी अंतिम यात्रा निकाली गयी. इस यात्रा में सभी उम्र के लोगों ने भाग लिया. दरअसल, गांव के एक बड़े ही हंसमुख और खुशमिजाज व्यक्ति का निधन हो गया. वह 119 वर्ष के थे. जानकारी के अनुसार देबेन हाजरा एक खुशमिजाज व्यक्ति थे जो संगीत बजाना पसंद करते थे और नाटकों/यात्राओं को देखने के लिए आस-पास के सभी गांवों में जाया करते थे.

हाजरा का रविवार को निधन हो गया. अपने दादा की अंतिम इच्छा का सम्मान करने के लिए, पोते-पोतियों ने रविवार को अंतिम संस्कार के जुलूस में डीजे और संगीत की व्यवस्था की. नाती-पोतों और पड़ोसियों ने भी बिना आंसू बहाए डीजे की लय पर झूमते हुए अंतिम संस्कार यात्रा में शामिल हुए. ऐसा ही अजीब नजारा रविवार को उत्तर 24 परगना के हाबरा थाने की कुमरा ग्राम पंचायत के पाडुईपारा में देखने को मिला.

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार देबेन हाजरा का जन्म 1903 में हुआ था. मृत्यु के समय उनकी आयु 119 वर्ष थी. देबेन के दो और भाई थे, जिनमें वह सबसे बड़े थे. उनके दोनों छोटे भाइयों की काफी पहले मौत हो चुकी है. उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं. देबेन के करीब 150 पोते-पोतियां हैं.

ये भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा, 43000 पूजा समितियों को 60 हजार रुपये अनुदान देगी ममता सराकर

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.