अगरतला: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से चाय बागान के श्रमिक परिवारों को 22 मुद्दों के लिए अलग-अलग तरीकों से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. इसके अलावा काम नहीं कर रहे चाय बागानों या मर रहे चाय बागानों की पहचान के बाद चाय बागान श्रमिकों के नाम पर लीज जारी की जाएगी.
चाय बागान श्रमिकों को बैंक ऋण के माध्यम से वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी. मुख्यमंत्री देब ने एक परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा कि सरकार की मुख्य प्राथमिकता लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना है. इस काम के लिए भावुक दिल की जरूरत होती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार, आवास, बिजली आपूर्ति और पेयजल सहित ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक लोगों को त्वरित सेवाएं देने के जुनून के साथ अपना काम कर रही है.
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उन्होंने कहा कि चार साल में 2 लाख 28 हजार घरों का निर्माण अपने आप में एक सफलता है. केंद्र सरकार ने पिछले सितंबर में 159000 से अधिक घरों के निर्माण और चार साल में धलाई जिले में 23402 घरों के निर्माण को मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रकार की सामाजिक पेंशन को लागू किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार जल जीवन मिशन के तहत हर घर को स्वच्छ पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है. इस संबंध में हाल ही में 55% काम पूरा किया जा चुका है.