नई दिल्ली : सरकार ने आज (मंगलवार) बताया कि 'उदारीकृत मूल्य निर्धारण और त्वरित राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति' (covid 19 vaccination strategy) के तहत मई महीने में निजी अस्पतालों ने कोविड-19 रोधी टीके (anti covid 19 vaccine) की 1.27 करोड़ से अधिक खुराक सीधे खरीदीं.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री (Minister of State for Health and Family Welfare) भारती प्रवीण पवार (Bharti Praveen Pawar) ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 'उदारीकृत मूल्य निर्धारण और त्वरित राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति' एक मई से लागू हुई है.
उन्होंने मई तक निजी अस्पतालों को उपलब्ध कराई गई टीकों की खुराक के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में बताया कि मई से 15 जून तक निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों में टीकों की 83.61 लाख खुराक लोगों को लगाई गई हैं. उन्होंने बताया, एक मई से लागू उदारीकृत मूल्य निर्धारण और त्वरित राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति के तहत मई में निजी अस्पतालों ने कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 127.34 लाख खुराक सीधे खरीदीं.
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पवार से यह भी पूछा गया कि क्या टीकों की कमी के कारण 20 जून तक कई सरकारी टीकाकरण केंद्र बंद हो गए, जबकि निजी अस्पतालों के पास बड़ी संख्या में टीके उपलब्ध थे. इस पर उन्होंने बताया कि 'कोविड-19 के लिए टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह' (NEGVAC) की सिफारिश के अनुसार, केंद्र सरकार प्राथमिकता के आधार पर लोगों को लगाने के लिए राज्यों को कोविड रोधी टीके की नि:शुल्क आपूर्ति कर रही है.
मंत्री ने बताया कि राज्यों को उन्हें उपलब्ध कराए जाने वाले टीकों के बारे में 15 दिन पहले ही सूचित कर दिया जाता है, ताकि वे टीकों की उपलब्धता के आधार पर टीकाकरण के लिए तैयारी कर सकें.
उन्होंने बताया कि 25 जुलाई तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकों की 44.91 करोड़ खुराक की नि:शुल्क आपूर्ति की गई है और अब तक टीकाकरण कार्यक्रम पर 9,725.15 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. इसमें टीकों की खरीद और टीकाकरण के लिए होने वाला खर्च शामिल है.
(भाषा)