नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों का एलान कर दिया गया है. इस बार सात हस्तियों को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री पुरस्कार देने का एलान किया गया है. इस बार पुरस्कार पाने वालों में 29 महिलाएं शामिल हैं.
गृह मंत्रालय ने सोमवार को इन पुरस्कारों की घोषणा की. पद्म विभूषण देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, जिससे सार्वजनिक मामलों की श्रेणी में जापान में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री शिंजो आबे को सम्मानित किया गया है. तमिलनाडु के लोकप्रिय संगीतकार और पाश्र्व गायक रहे एस. पी. बालासुब्रमण्यम को मरणोपरांत यह सम्मान मिलेगा.
फाइबर ऑप्टिक्स पर अपने काम के लिए जाने जाने वाले भारतीय-अमेरिकी भौतिक विज्ञानी नरेंद्र सिंह कपानी को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है.
उनके अलावा कर्नाटक के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट बेले मोनप्पा हेगड़े, भारतीय इस्लामी विद्वान और शांति कार्यकर्ता मौलाना वहीदुद्दीन खान, जिन्हें कुरान पर एक टीका लिखने के लिए जाना जाता है, भारतीय पुरातत्वविद और हिंदुत्व के ऐतिहासिक संशोधनवादी बी.बी. लाल और मूर्तिकार सुदर्शन साहू अन्य पद्म विभूषण प्राप्तकर्ताओं में से हैं.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल और भारतीय इस्लामी विद्वान कल्बे सादिक उन 10 पद्म भूषण पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं, जिन्हें मरणोपरांत तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
यह पुरस्कार विभिन्न विषयों - कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, और नागरिक सेवा, सहित अन्य में दिए जाते हैं.
पद्म श्री पुरस्कार पाने वालों के नाम-
पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा एक भव्य समारोह के दौरान प्रदान किए जाते हैं, जो प्रत्येक वर्ष मार्च या अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाता है.