गंगावती (कोप्पल) : हनुमान जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष, स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने तिरुमाला तिरुपति मंदिर के प्रबंधन के खिलाफ कथित रूप से हनुमान और अंजनाद्री की भूमि पर एक अनावश्यक विवाद पैदा करने के लिए नाराजगी व्यक्त की है.
उन्होंने कहा कि इस मामले पर जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. फिर वह तिरुपति जाएंगे और मीडिया के माध्यम से अंजनाद्री की उत्पत्ति के बारे में सबूत भी देंगे. उनके तिरुपति में एक सप्ताह रहने के बाद, टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट) को अंजनाद्री मंदिर का प्रमाण देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा. स्वामीजी ने चेतावनी दी कि अगर वह लोग उनका चैलेंज स्वीकार करते है, तो उन्हें उचित प्रमाण देना होगा. स्वामीजी ने यह भी कहा कि वह इस पर बहस के लिए तैयार हैं.
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स्वामी जी ने आरोप लगाया कि यह हिंदू धर्म के ग्रंथों और पौराणिक पृष्ठभूमि से छेड़छाड़ करने की साजिश थी. बता दें पिछले सप्ताह, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट (Tirumala Tirupati Devsthanam TTD) ने एलान किया था कि तिरुपति के पास हनुमान जी का जन्म स्थान था.