कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और तृणमूल कांग्रेस सरकार के बीच टकराव की बात कोई नहीं रह गई है. राज्य सरकार को लगता है कि केंद्र सरकार राज्यपाल के पद का इस्तेमाल राज्य सरकार के खिलाफ एक बड़े हथियार के रूप में कर रही है. इसी के मद्देनजर डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Tamil Nadu Chief Minister MK Stalin) ने बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया है. इसके तुरंत बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने एकजुट लड़ाई के लिए अपना समर्थन जताने के लिए उन्हें फोन किया.
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Hon WB CM @MamataOfficial spoke to me over phone to express her solidarity & admiration for our initiatives against the undemocratic functioning of Governors in non-BJP ruled states & suggested that all the Opposition CMs meet to decide the next course of action.#தீ_பரவட்டும்!
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— M.K.Stalin (@mkstalin) April 19, 2023
बताया जा रहा है कि इस संबंध में उन्होंने गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक साथ आने और इस संबंध में आगे कदम उठाने की सलाह दी है. इसी कड़ी में दोनों मुख्यमंत्रियों ने बुधवार शाम को लंबी बातचीत की. उसके बाद तमिलनाडु के सीएम ने गुरुवार को फोन पर हुई बातचीत को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. स्टालिन के ट्विटर मैसेज के अनुसार, माननीय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और ममता के अधिकारी ने गैर-भाजपा शासित राज्यों में राज्यपाल के अलोकतांत्रिक कामकाज के खिलाफ हमारी पहल के लिए अपनी एकजुटता और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए फोन पर मुझसे बात की और सुझाव दिया कि सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों को बैठक कर आगे की कार्रवाई तय करनी चाहिए.
संयोग से, हाल के दिनों में तमिलनाडु विधानसभा में एक प्रस्ताव लाया गया था जिसने राज्यपालों को भेजे गए बिलों की मंजूरी के लिए एक समय सीमा निर्धारित की थी. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर अपने-अपने राज्यों में इसी तरह के प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया है. उन्होंने यह भी लिखा कि लोकतंत्र बहुत खतरे में है, इस समय यह कदम अत्यधिक महत्वपूर्ण है.
इसी कड़ी में सीएम एमके स्टालिन पहले ही कई विपक्षी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर चुके है. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उन्हें अगली विधानसभा में इस संबंध में एक विधेयक लाने का आश्वासन दिया है. हालांकि, एमके स्टालिन के बयान पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया के बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है. बताया जा रहा है कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को इस मामले पर विपक्षी मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने और बैठक में ही आगे की कार्रवाई पर फैसला करने की सलाह दी है.
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