जयपुर. राजधानी के प्रताप नगर थाना इलाके से गत 21 नवंबर की शाम कांग्रेस नेता गोपाल केसावत की बेटी अभिलाषा के अपहरण का मामला आखिरकार झूठा निकला. जयपुर पुलिस अभिलाषा को शुक्रवार सुबह अहमदाबाद से जयपुर लेकर पहुंची. जब कोर्ट में उसके बयान दर्ज करवाए गए (Gopal Kesawat daughter statement in court) तो उसने अपनी मर्जी से अहमदाबाद में अपने दोस्त के पास जाने की बात कबूली.
इसके साथ ही अभिलाषा ने कोर्ट में अपने परिवार के साथ नहीं रहने की इच्छा भी जाहिर की. बयान दर्ज होने के बाद पुलिस ने अभिलाषा को मुक्त कर दिया. डीसीपी ईस्ट करण शर्मा ने बताया कि 21 नवंबर को अभिलाषा ने अपने परिजनों को फोन कर कुछ युवकों द्वारा उसका पीछा करने की बात कही थी, जिसके बाद अभिलाषा के पिता गोपाल केसावत ने प्रताप नगर थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने मामले की गहनता से पड़ताल की. अभिलाषा की लोकेशन अहमदाबाद प्राप्त हुई.
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इस तरह से पुलिस पहुंची अभिलाषा तक: डीसीपी ईस्ट करण शर्मा ने बताया कि 22 नवंबर की सुबह अभिलाषा की स्कूटी एयरपोर्ट रोड पर एक सुनसान जगह लावारिस खड़ी हुई पाई गई. पुलिस ने जब कड़ी से कड़ी मिलाते हुए जानकारी जुटाई, तो पता चला कि स्कूटी को खड़ी करने के बाद अभिलाषा एक ऑटो में बैठकर 200 फीट बाइपास तक गई. इसके बाद पुलिस ने 200 फीट बाइपास से जानकारी जुटाई तो पता चला कि अभिलाषा एक स्लीपर बस में सवार होकर अहमदाबाद रवाना हुई है. अहमदाबाद पहुंचने पर उसे उसके एक मित्र ने रिसीव किया और उसके बाद अभिलाषा व उसके मित्र ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया. यह तमाम जानकारी जुटाकर पुलिस अहमदाबाद पहुंची और अभिलाषा को उसके मित्र के साथ एक सैलून से सकुशल बरामद कर लिया.
अभिलाषा की युवक से 5 साल पुरानी दोस्ती: डीसीपी ईस्ट करण शर्मा ने बताया कि अभिलाषा दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा है, जो पिछले 5 साल से सैलून में काम करने वाले एक युवक के संपर्क में है. दोनों के बीच में काफी अच्छी दोस्ती है. दोनों का आपस में काफी मिलना जुलना है. अभिलाषा जब जयपुर में रहती थी, तो उसी दौरान सैलून में काम करने वाले युवक से संपर्क में आई थी. इसके बाद युवक जयपुर से अहमदाबाद शिफ्ट हो गया और वहां जाकर सैलून में काम करने लगा. वहीं अभिलाषा भी पढ़ने के लिए दिल्ली चली गई और वहां पर भी युवक उससे मिलने के लिए आता-जाता रहता था. वहीं जब अभिलाषा जयपुर आती, तो युवक उससे मिलने के लिए जयपुर भी आता.
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कोर्ट में कहा, मां-बाप से झूठ बोला: शर्मा ने बताया कि जब अभिलाषा को दस्तयाब कर अहमदाबाद से जयपुर लाया गया, तो उसने पुलिस को दिए बयानों में यही कहा कि उसने अपने मां-बाप को झूठ बोला था कि उसका अपहरण हुआ है. वह अपने दोस्त से मिलने के लिए ही अहमदाबाद गई थी. जब पुलिस ने अभिलाषा को कोर्ट में पेश किया, तो वहां भी अभिलाषा ने यही बयान दिए कि वह अपने मां-बाप को झूठ बोल कर अपने दोस्त के पास अहमदाबाद गई थी. साथ ही उसने कहा कि वह बालिग है और खुद के निर्णय खुद ही ले सकती है. कोर्ट के सामने अभिलाषा ने अपने परिवार से अलग रहने की इच्छा जाहिर की. कोर्ट में बयान दर्ज करवाने के बाद पुलिस में अभिलाषा को मुक्त कर दिया.