बडगाम: जम्मू-कश्मीर के बडगाम में तीस साल की युवती की हत्या से पूरी घाटी में आक्रोश है. हालांकि पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन लोग इस नृशंस हत्याकांड की घोर निंदा कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि युवती के कातिल को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसा कोई मामला सामने न आए. इस हत्याकांड के खिलाफ आज बडगाम के अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया गया. पूरे राज्य में इस हत्या कांड की निंदा की जा रही है.
राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि मृतका की पहले जिस क्रूरता से हत्या की गई और फिर जिस तरह से शव को काटकर अलग-अलग जगहों पर छिपाया गया, वह वाकई बहुत बर्बरतापूर्ण है. पुलिस ने इस मामले में शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जिस घर में उसने युवती की हत्या की थी, उसे भी कब्जे में लेकर सीज कर दिया गया है और मामले में आगे की जांच कर रही है. गौरतलब है कि युवती 7 मार्च को घर से लापता हो गई थी और परिवार ने 8 मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
उसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और शब्बीर वानी नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिसने कबूल किया कि उसने युवती की हत्या की थी. अब पुलिस ने आरोपी के घर को सील कर दिया है और आगे की जांच जारी है. अब इस अमानवीय हत्याकांड को लेकर मुत्तहिदा मजलिस-ए-उलेमा (एमएमयू) जम्मू-कश्मीर ने कड़ी निंदा की है. एमएमयू ने एक बयान में इस बात पर गंभीर चिंता जताई है कि सदियों से संतों, ऋषियों और साधुओं की भूमि रही कश्मीर घाटी में और यहां हमारे यशस्वी पुरखों ने हर युग में इस्लामी, मानवीय और नैतिक मूल्यों के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए भरसक प्रयास किया था.
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आगे एमएमयू ने कहा कि इस देश में लगातार बढ़ रहे बर्बर अपराधों और नई सामाजिक बुराइयों का ग्राफ हम सभी के लिए चिंता और आत्मनिरीक्षण का विषय है. मजलिस-ए-उलेमा ने कहा कि इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है और यह बेहद दुखद है. एमएमयू ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के साथ संवेदना और एकजुटता व्यक्त की है और इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों के लिए अनुकरणीय सजा की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के अमानवीय और गैर-इस्लामिक कृत्य करने का साहस न करे.