नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बहु-राज्य आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर नेटवर्क को एक और बड़ा झटका देते हुए शनिवार को दिल्ली और हरियाणा में संगठित अपराध सिंडिकेट की पांच संपत्तियों को कुर्क कर लिया. एनआईए की जांच में पता चला है कि अटैच की गई संपत्तियां आतंकवाद की आय से अर्जित की गई थीं, इसका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और अपराधों को अंजाम देने के लिए किया गया था.
कुर्क की गई संपत्तियों में दिल्ली में आसिफ खान का एक घर, हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू का एक घर और कृषि भूमि शामिल है. इस संबंध में जांच एजेंसी ने कहा कि आसिफ खान गैंगस्टरों को हथियार और रसद सहायता प्रदान कर रहा था. वहीं सुरेंद्र उर्फ चीकू, नरेश सेठी, अनिल चिप्पी और कुख्यात माफिया नेताओं राजू बसोदी का करीबी सहयोगी है, जिन्हें एनआईए ने पहले गिरफ्तार किया था. इसमें आसिफ खान हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के कई आपराधिक मामलों में शामिल था.
वहीं सूत्रों ने कहा कि वह आतंकवाद और अपराध की आय को रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों में निवेश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था. यह कार्रवाई आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर सांठगांठ को खत्म करने के क्रम में की गई. बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में एनआईए ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और एनसीआर में गैंगस्टरों और उनके सहयोगियों से जुड़े 76 स्थानों पर तलाशी ली थी.
गौरतलब है कि एनआईए ने अगस्त 2022 में यूएपीए के तहत तीन प्रमुख संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ मामले दर्ज किए थे, जिन्होंने उत्तरी राज्यों में अपने माफिया शैली के आपराधिक नेटवर्क फैलाए हैं और गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या जैसे कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल थे. इसके अलावा ये व्यवसायियों और पेशेवरों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली भी करते थे. सूत्रों के मुताबिक उनके अपराधों में महाराष्ट्र के बिल्डर, संजय बियानी और पंजाब में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नंगल अंबिया की हत्या भी शामिल है. इनमें से कई साजिशों को पाकिस्तान और कनाडा सहित विदेशों से या जेलों के अंदर बंद अपराध सिंडिकेट नेताओं को मास्टरमाइंड पाया गया.
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