लखनऊ: कोर्ट परिसर में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या के मामले में पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है. जांच में खुलासे हुए हैं कि बदन सिंह बद्दो के कहने पर विजय यादव ने जीवा की हत्या की थी. 7 जून को विजय ने लखनऊ कोर्ट परिसर में जीवा की गोली मार के हत्या की थी. गर्मी के चलते जीवा ने उस दिन बुलेट प्रूफ जैकेट और पटका नही पहना था.
बताया जा रहा है कि बदन सिंह बद्दो का वर्चस्व को लेकर जीवा से विवाद था. जीवा के परिजन और हत्यारोपी विजय के बयान में यह खुलासा हुआ है. बद्दो से जीवा की पुरानी रंजिश थी.
इस मामले में बद्दो, नेपाल के असलम और लखनऊ के साजिशकर्ता का नाम सामने आया है. इसके बाद साजिश के तहत धारा 120बी धारा एफआईआर मे बढ़ाई गई है. पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. धारा 302,307, 332, 353 और 7 सीएलए और शस्त्र अधिनियम के तहत पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है. अब बदन सिंह बद्दो के खिलाफ पुलिस कार्यवाई करेगी.
50 लाख की दी थी सुपारी
बदन सिंह बद्दो ने नेपाल में असलम के जरिए शूटर विजय यादव को संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को मारने के लिए 50 लाख की सुपारी दी थी. बीती 7 जून को लखनऊ कोर्ट में पेशी के दौरान संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या की गई थी. चार्जशीट के मुताबिक 5 लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो ने संजीव जीवा की हत्या कराई थी.
चार्जशीट के मुताबिक नेपाल में असलम के जरिए शूटर विजय यादव से बदन सिंह बद्दो की मुलाकात हुई थी. बदन सिंह बद्दो और संजीव जीवा के बीच लंबे समय से रंजिश चली आ रही थी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में वसूली को लेकर दोनों में दुश्मनी थी.
पुलिस ने संजीव महेश्वरी जीवा हत्याकांड में बदन सिंह बद्दो के साथ नेपाल के मददगार असलम और लखनऊ के एक मददगार को आरोप बनाया है. संजीव जीवा माहेश्वरी ने बदन सिंह बद्दो के द्वारा हत्या कराए जाने के डर से ही मुजफ्फरनगर कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी.