लखनऊ : गैंगस्टर संजीव जीवा हत्याकांड में आधुनिक हथियार अमेरिकन अल्फा रिवाल्वर का प्रयोग किया गया. जानकारी के अनुसार गैंगस्टर संजीव जीवा को मारने के लिए 357 बोर की अमेरिकन अल्फा रिवाल्वर का उपयोग किया गया, जिसकी कीमत लगभग छह लाख रुपये है. छह लाख रुपये की अमेरिकन अल्फा रिवाल्वर से गैंगस्टर संजीव जीवा को छह गोलियां मारी गईं. जिसमें से चार गोलियां उसकी छाती और दो गोलियां पेट में लगी हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जीवा की मौके पर ही मौत हो गई थी.
जांच में जुटी पुलिस : संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड के बाद लखनऊ पुलिस जांच में जुट गई है. दूसरी ओर एसआईटी भी इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. रात से ही एसआईटी के अधिकारी एक्टिव हो गए हैं. ऐसे में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को जिस अमेरिकन अल्फा रिवाल्वर से मौत के घाट उतारा गया है. उसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है. आखिर अमेरिकन अल्फा रिवाल्वर आरोपी विजय यादव को कहां से मिली. इस बारे में भी पड़ताल अहम बिंदु होगा.
घटना के पीछे गैंगवार तो नहीं : एसआईटी आरोपी विजय यादव के आपराधिक कनेक्शन की भी पड़ताल करने की तैयारी कर रही है. हालांकि जिस तरह के हथियार से संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को मौत के घाट उतारा गया है, ऐसे हथियारों का प्रयोग माफिया और पेशेवर अपराधी ही करते हैं. ऐसे में इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि कहीं गैंगवार के चलते तो संजीव महेश्वरी की हत्या नहीं की गई. बताते चलें कि संजीव माहेश्वरी मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ा हुआ था. मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के बाद से सुनील राठी गैंग और संजीव महेश्वरी के बीच में तनातनी बढ़ गई थी. दोनों के गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई महसूस की जा रही थी. ऐसे में इस बात की भी संभावनाएं हैं कि कहीं दोनों गैंग के बीच बढ़ रही वर्चस्व की लड़ाई को लेकर तो संजीव माहेश्वरी की हत्या नहीं कराई गई.
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