जोधपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीकानेर में दिए गए बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस भाषा में बोल रहे हैं, उससे लगता है कि वे हताश हैं. दो साल पहले उनकी सरकार जिस तरह से होटलों में बंद थी और वे जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे, आज भी उसी भाषा में बात कर रहे हैं. जिन शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने किया है, उसमें उनकी उम्र झलकने लगी है.
ईआरसीपी पर पाली में मीडिया से बातचीत करते हुए शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार के मुखिया, यदि टेबल पर बैठकर सिर्फ मध्य प्रदेश से बात कर लें तो सभी समस्याएं सुलझ जाएंगी. मैंने इस विषय पर विचार विमर्श के लिए उन्हें दो बार दिल्ली में आमंत्रित किया. जयपुर में भी बैठक करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं. फिर वे दो वर्षों तक कोविड के बहाने घर में बंद रहे. मध्य प्रदेश का जिस विषय पर विरोध है, उसके लिए राजस्थान को साथ बैठना ही होगा. गहलोत सरकार की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए शेखावत ने कहा, काम करना और काम की चर्चा करके उस पर राजनीति करना दोनों दो अलग बात है. कांग्रेस सरकार कितना काम करती है, ये सभी देख रहे हैं. उनके इसी मानसिकता का खामियाजा पूरा राजस्थान भुगत रहा है.
मुख्यमंत्री के शेखावत पर आरोप: गौरतलब है कि अशोक गहलोत ने रविवार को बीकानेर में मीडिया से बात करते हुए शेखावत पर आरोप लगाया था कि गत वर्ष सरकार गिराने के प्रयास में सबसे अहम भूमिका उनकी थी. अमित शाह के साथ मिलकर उन्होंने ही पूरी प्लानिंग की थी. उनको शर्म नहीं आई कि जोधपुर का एक एमएलए जो मुख्यमंत्री बना है, उसे हटाना चाहते थे. साथ ही गहलोत ने शेखावत पर चुटकी लेते हुए कहा था कि वो राजनीति नहीं छोड़ रहे क्या?
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