आंध्र प्रदेश में पंचायत चुनाव के चौथे और आखिरी चरण में रविवार को 81.78 प्रतिशत मतदान हुआ. इस दौरान हिंसा की कुछ घटनाएं भी हुईं जिनमें से अधिकतर गुंटूर जिले में हुईं.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने गुंटूर जिले में कुछ जगह आपस में भिड़ी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
कुछ स्थानों पर उम्मीदवारों के चुनाव एजेंटों को भी कथित तौर पर पीटे जाने की घटनाएं हुईं. सत्तेनपल्ली निर्वाचन क्षेत्र में एक बूथ के भीतर प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों के एजेंट आपस में भिड़कर घायल हो गए. इन दोनों एजेंटों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सूत्रों ने बताया कि प्रतिद्वंद्वियों द्वारा कथित तौर पर पीटे जाने के बाद गुंटूर के पास मुतलुरु गांव में एक मतदान केंद्र पर एक एजेंट ने आत्मदाह करने की कोशिश की.
इस घटना से गांव में तनाव उत्पन्न हो गया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हमले की घटना के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
गुंटूर पुलिस अधीक्षक अम्मी रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ छिटपुट घटनाएं अवश्य हुईं, लेकिन हमने तुरंत कार्रवाई की. हम हिंसा में शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाएंगे.
पूर्वी गोदावरी जिले में अलग-अलग गांवों में मतदान के बाद दो बुजुर्ग लोग बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई.
राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने यहां बताया कि एसपीएस नेल्लोर जिले में बारिश भी मतदाताओं के उत्साह को फीका नहीं कर पाई और वे मतदान करने के लिए कतारबद्ध नजर आए.
चुनाव के चौथे और अंतिम चरण में 3,299 ग्राम पंचायतों में 2,743 सरपंचों तथा 22,423 वार्ड सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हुआ. 554 सरपंच पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार पंचायत चुनाव के प्रत्येक चरण में 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ.