विशाखापट्टनमः आंध्र प्रदेश में एक ही परिवार के चार लोगों की संदिग्ध मौत होने का मामला सामने आया है. विशाखापट्टनम के मधुरावड़ा में एक परिवार के चार सदस्यों की लाशें संदिग्ध हालत में बरामद की गई. धुरावड़ा स्थित आदित्य फॉर्च्यून टॉवर के एक फ्लैट में आग लगने की खबर मिलने पर अग्निशमन दल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं. आग पर काबू पाए जाने के बाद शवों को बाहर निकाला गया. शवों की स्थिति देखकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि हत्या के बाद शवों को ठिकाने लगाने के लिए आग लगाई गई होगी.
पुलिस को संदेह, बेटे ने की मां-बाप, भाई की हत्या
स्थानीय पुलिस के मुताबिक बांगरु नायडू, उनकी पत्नी निर्मला और बेटे कश्यप की लाशों पर जख्म के निशान पाए गए हैं, जबकि बांगरु के दूसरे बेटे दीपक ने सूट और टाई पहनी हुई थी, जिस पर कोई जख्म नहीं था. मौका ए वारदात पर प्रथम दृष्टया मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को आशंका है कि दीपक ने परिवार के तीन लोगों की हत्या की होगी. यह भी आशंका जताई जा रही है कि दीपक ने लाशों को ठिकाने लगाने के लिए फ्लैट में आग लगा दी होगी, लेकिन घर में धुआं भरने के बाद घुटन से दीपक की भी मौत हो गई.
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कौन था दीपक नायडू ?
दीपक की शुरूआती पढ़ाई बहरैन में हुई थी. उसने सोशल मीडिया पर अपनी पढ़ाई के दौरान की कई तस्वीरें साझा की हैं. दीपक को पहले 'मीलो ईवारू कोतेस्वरुडु' (टीवी शो) के लिए नामांकित किया गया था. रिश्तेदारों का कहना है कि दीपक बहुत ही बुद्धिमान और कोमल स्वभाव का था. वह हत्या नहीं कर सकता है.
पारिवारिक कलह के कारण मौत की आशंका
पुलिस आयुक्त मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि हत्या के पीछे पारिवारिक कलह एक वजह हो सकती है. उन्होंने बताया कि बुधवार की रात 8.56 के बाद फ्लैट में बाहर से किसी के जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है. दीपक के शरीर पर भी किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं हैं. उसकी मौत घर में भरे धुएं से हुई घुटन की वजह से हुई है.
बाहरी लोगों की संलिप्तता के सबूत नहीं
सिन्हा के मुताबिक फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने भी इस मामले की जांच की है. अपार्टमेंट में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. बाहर से किसी के आने और चारों की हत्या करने के कोई सबूत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों से पड़ताल के बाद कुछ और तथ्य सामने आएंगे.
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घटनास्थल पर मिले काला जादू के सबूत
पुलिस ने प्राथमिक जांच के दौरान एक कमरे के बेड पर चावल के दाने पाए थे, इस आधार पर काला जादू जैसी चीजें किए जाने का भी शक किया जा रहा है. पुलिस को संदेह है कि निर्मला और कश्यप पर जब हमला हुआ तब उन्होंने बचने के लिए भागने की कोशिश की, जिसकी वजह से घर की दीवारों और जमीन पर कई जगह खून के धब्बे पाए गए हैं.
आग लगी नहीं लगाई गई !
चूंकि घर में लगी आग के कारण एसी बुरी तरह से जल गई थी, ऐसे में फ्लैट में लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट भी माना जा रहा था. हालांकि, पुलिस के मुताबिक शॉर्ट सर्किट के भी कोई सबूत नहीं मिले हैं. ऐसे में प्रारंभिक रूप से पुलिस मान रही है कि फ्लैट में आग लगी नहीं, बल्कि लगाई गई थी.