डोड्डाबल्लापुर: कर्नाटक के बेंगलुरु जिले में डोड्डाबल्लापुर तालुक के होलेयाराहल्ली के पास शनिवार रात पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई. यह परिवार इसी पोल्ट्री फार्म में सोता था. बताया जा रहा है कि रात को हुई बारिश से यहां का वातावरण काफी ठंडा हो गया था, जिसके चलते कमरे को करने के लिए उन्होंने आग ललाई थी.
परिवार यह आग कोयले से लगाई थी. पुलिस आशंका जता रही है कि कोयले के धुएं से दम घुटने से परिवार के सदस्यों की मौत हुई. घटना का पता तब चला जब सुबह फोन रिसीव न होने पर पोल्ट्री फार्म का मालिक वहां पहुंचा. मृतकों की पहचान पश्चिम बंगाल के अल्लीपुर निवासी काले सरेरा (60), लक्ष्मी सरेरा (50), उषा सरेरा (40) और पूल सरेरा (16) के रूप में की गई है.
मृतक काले सरेरा परिवार का मुखिया था. वह 10 दिन पहले ही मोहन के पोल्ट्री फार्म से जुड़ा था. परिवार के चार सदस्य पोल्ट्री फार्म में काम करते थे और फार्म के बगल में बने शेड में रहते थे. शनिवार रात बारिश होने के चलते मौसम ठंडा हो गया था. कमरे को गर्म रखने के लिए उन्होंने कोयले से आग जला ली और कमरे का दरवाजा बंद करके सो गए. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जलते कोयले के कारण पूरा कमरा धुएं से भर गया था.
धूआं भरने की वजह से कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो गई और जहरीली गैसों का स्तर बढ़ने के कारण परिवार को चारों लोगों की मौत हो गई. डोड्डाबेलावंगला पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और निरीक्षण किया.
बेंगलुरु ग्रामीण पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी ने कहा कि सूचना मिलने पर जब हमने घर की जांच की तो कमरे के अंदर कुछ धुआं था. चारों लोगों की मौत की असली वजह जानने के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया. रिपोर्ट आने पर असली वजह पता चलेगी.