मुंबई : महाराष्ट्र के मुंबई में कौसा इलाके में प्राइम क्रिटिकेयर अस्पताल में आज तड़के करीब तीन बजे आग लग गई. इस दौरान अस्पताल में इलाज करवा रहे चार मरीजों की मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि मरीजों की मौत आग की वजह से नहीं हुई थी, बल्कि शिफ्टिंग के दौरान उचित इलाज नहीं होने के कारण हुई थी. उनकी मौत शिफ्टिंग के दौरान धुएं के कारण दम घुटने से हुई थी.
बता दें कि अस्पताल में कुल 20 मरीजों का इलाज किया जा रहा था. इनमें से 14 सामान्य वार्ड में और छह मरीज आईसीयू में थे. आग लगने की खबर के बाद तीन फायर ब्रिगेड और पांच एंबुलेंस को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया है.
मृतकों की पहचान यास्मीन सैयद (उम्र- 46), नवाब शेख (उम्र -47), हलीमा सलमानी (उम्र -70) और हरीश सोनवणे (उम्र -57) के रूप में हुई है.
सौभाग्य से इस अस्पताल में कोई कोरोना रोगी नहीं था. आग ने अस्पताल की पहली मंजिल को क्षतिग्रस्त कर दिया.
आग लगने के पीछे का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है.
राज्य मंत्री जितेंद्र अवध ने घटना को लेकर कहा कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने मृतक मरीजों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को एक- एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
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आग लगने का सही कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
हाल ही में विजय वल्लभ अस्पताल में 15 और सनराईजर्स में 11 लोगों की आग लगने से मौत हो गई थी.