नई दिल्ली : पूर्व सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के संस्मरण 'फोर स्टार्स ऑफ डेस्टिनी' के ऑर्डर को अमेजन इंडिया ने रद्द कर दिया है. कंपनी ने कहा है कि अब इसे 30 अप्रैल को जारी किया जाएगा. बता दें कि 15 जनवरी को सेना दिवस समारोह से पहले इसे रिलीज किया जाना था.
अमेजन इंडिया के द्वारा जनरल नरवणे की किताब की डिलीवरी की तारीख अब 30 अप्रैल दिखाई जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, किताब को रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना से मंजूरी का इंतजार है. आगामी पुस्तक में कई प्रमुख मुद्दों पर खुलासे की एक श्रृंखला शामिल है. इसमें अग्निपथ योजना पर पूर्व सेना प्रमुख ने कहा था कि इस नीति से सेना आश्चर्यचकित रह गई. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुई झड़पों और गलवान घाटी की घटना के अंशों के अनुसार, पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर रेचिन ला पर्वत दर्रे में चीनी पीएलए द्वारा टैंक और सैनिकों को ले जाने से उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 31 अगस्त, 2020 की रात को नरवणे से कहा था कि जो उचित समझो वो करो.
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नरवणे आगे लिखते हैं कि उस रात संवेदनशील स्थिति पर रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के बीच फोन की झड़ी लग गई थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के फोन के बाद नरवणे का कहना है कि उनके दिमाग में सैकड़ों अलग-अलग विचार कौंध गए. नरवणे ने लिखा कि मैंने रक्षा मंत्र) को स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया, जिन्होंने कहा कि वह लगभग 22.30 बजे तक मुझसे संपर्क करेंगे, जो उन्होंने किया.
यहां यह ध्यान रखना उचित है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने 11 जनवरी को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि अग्निपथ योजना की अंतिम रूपरेखा संरचना, यह एक पुनरावृत्तीय प्रक्रिया और परामर्श के बाद हुई और इसमें हमारे पास जो भी मुद्दे थे, उन्हें ध्यान में रखा गया. जनरल पांडे की टिप्पणी तब आई जब मीडिया कर्मियों ने सेना प्रमुख से अग्निपथ योजना पर उनके पूर्ववर्ती (नरवणे) की टिप्पणियों के बारे में पूछा.
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