अमेठी : राजकीय पक्षी सारस से दोस्ती कर चर्चा में आए आरिफ की मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं. सारस से दूर होकर आरिफ वैसे ही परेशान चल रहे हैं. इस बीच वन्य जीव संरक्षण अधिनियम का हवाला देते हुए वन विभाग ने आरिफ को नोटिस भेजकर कार्यालय बुलाया है. संतोषजनक जवाब न मिलने पर वन विभाग आरिफ पर बड़ी कार्रवाई कर सकता है.
जिले के मंडखा निवासी आरिफ राजकीय पक्षी सारस से दोस्ती कर मीडिया और सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहे थे. देश-दुनिया के अलावा सारस के साथ आरिफ की तस्वीरें और वीडियो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव तक भी पहुंच गईं थीं. 5 मार्च को अखिलेश यादव एक दिवसीय दौरे पर अमेठी आए थे. इस दौरान वह समर्थकों के साथ जामो के मंडखा गांव पहुंच गए. आरिफ और सारस से मिलकर उनकी तस्वीरों को ट्वीट भी किया.
इसके बाद आरिफ की मुसीबतें शुरू हो गईं. 9 मार्च को उप प्रभागीय वनाधिकारी ने आरिफ को नोटिस जारी कर दिया. अभी नोटिस आरिफ तक पहुंची भी नहीं थी कि मुख्य वन संरक्षक के आदेश पर 21 मार्च को सारस को आरिफ से अलग कर रायबरेली के समसपुर पक्षी बिहार पहुंचा दिया गया. आरिफ इस दर्द से उबर भी नहीं पाए थे कि अब वन विभाग के गौरीगंज रेंज के सहायक वनरक्षक रणवीर मिश्र की तरफ से नोटिस जारी कर दिया. यह नोटिस सोशल मीडिया पर भी वायरल हाे चुका है.
पूरे मामले की जांच सहायक वन संरक्षक रणवीर मिश्र को सौंपी गई है. रणवीर मिश्र ने आरिफ को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए 2 अप्रैल 2023 को 11 बजे अपने कार्यालय में तलब किया है. नोटिस को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं होनी शुरू हाे गईं हैं. सहायक वनरक्षक ने बताया कि मोहम्मद आरिफ को वन विभाग की तरफ से एक नोटिस जारी किया गया है. मामले में उनका पक्ष सुना जाएगा.
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