गरियाबंद: गरियाबंद में छत्तीसगढ़ वन विभाग ने छापेमार कार्रवाई की है. वन विभाग ने 5 शिकारियों को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान वन विभाग ने बाघ के खाल, दांत और नाखून जब्त किए हैं. इसले अलावा भालू, हिरण, कोटरी जैसे अन्य वन्य प्राणियों के खाल और अंगों के अवशेष भारी मात्रा में बरामद किए गए हैं.
एंटी पोचिंग टीम ने की छापेमारी: छत्तीसगढ़ वन विभाग की एंटी पोचिंग टीम ने ये छापेमार कार्रवाई की है. टीम ने उदंती सीतानदी अभ्यारण्य के सीमा से लगे ओडिशा के नुआपड़ा जिले के कई गांव में छापेमारी की है. इस दौरान टीम को बाघ के खाल, दांत और नाखून मिले हैं. भालू, हिरण, कोटरी जैसे अन्य वन्य प्राणियों के खाल, अंग भी भारी मात्रा में मिले हैं. बाघ के शिकार ने एक बार फिर वन विभाग को चिंता में डाल दिया है.
5 आरोपी गिरफ्तार: छापेमारी के दौरान टीम ने कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. शिकार से जुड़े 6 अन्य आरोपी की पहचान कर टीम ने इलाके में सर्चिंग की थी. हालांकि 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. गिरफ्तार किए सभी आरोपी ओडिशा और छत्तीसगढ़ से हैं. शिकारियों के पास से कई हथियार और तीर बरामद किए गए हैं.
ये चीजें हुई बरामद: वन विभाग की टीम को मौके से बाघ की खाल का टुकड़ा और 4 मोर के जिंदा बच्चे मिले हैं. इसके अलावा भारी मात्रा में शिकार के लिए इस्तेमाल किया गया तार, फंदा, तीर-कमान और अन्य शिकार की सामग्री बरामद की गई है. साथ ही तेंदुआ का नाखुन, तेंदुआ का सूखा मांस, तेंदुआ का पंजा, भालू का गुप्तांग, भालू का पंजा, साही मुर्गी की अतड़ी, मोर पंख, कोटरी का सूखा मांस बरामद किया गया. इन सभी सामानों को विभाग ने न्यायालय में पेश किया है.