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विदेशी विश्वविद्यालयों ने भेजे सुझाव, ऑक्सफोर्ड व सेंट पीटर्सबर्ग जैसी यूनिवर्सिटी आ सकती हैं भारत - दिल्ली विश्वविद्यालय क्लस्टर विदेशी विश्वविद्याल

भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस खोले जाएंगे. इसको लेकर शिक्षा मंत्रालय गंभीर है. इसके लिए मानक तैयार किए जा रहे हैं. दिशानिर्देशों को अंतिम रूप दिए जाने के बाद रास्ता साफ हो जाएगा.

oxford university, file photo
ऑक्सफोर्ड विवि (फाइल फोटो)
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Published : Jul 17, 2023, 6:09 PM IST

नई दिल्ली : भारत सरकार और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय चाहता है कि प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय भारत में अपने कैंपस स्थापित करें. इसके लिए उच्च स्तर पर कई आवश्यक कदम भी उठाए गए हैं. अब अमेरिका व इंग्लैंड समेत विभिन्न राष्ट्रों के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ने भारत में कैंपस स्थापित करने को लेकर अपनी रुचि दिखाई है. इसके लिए इन विश्वविद्यालयों ने कई सुझाव भी दिए हैं.

विदेशी विश्वविद्यालयों ने अपने सुझावों में क्लस्टर कॉलेज बनाने का सुझाव भी दिया है. यूजीसी का कहना है कि उन्हें अब तक 200 से अधिक भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों से सुझाव प्राप्त हुए हैं. जिन विदेशी विश्वविद्यालयों ने भारत में अपने कैंपस स्थापित करने को लेकर सुझाव दिए हैं उनमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न विश्वविद्यालय, क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, अमेरिका का टेक्सास विश्वविद्यालय, सेंट पीटर्सबर्ग विश्वविद्यालय और इस्टिटूटो मारांगोनी शामिल हैं.

जहां एक और इन विश्वविद्यालयों से सुझाव प्राप्त हुए हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, इटली, फ़्रांस और रूस के कई अन्य विश्वविद्यालयों से भी इस विषय पर चर्चा की जा रही है. दरअसल, भारत सरकार और यूजीसी भी विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए दिशानिर्देश तैयार कर रहा है. इन दिशानिर्देशों में दिए गए मानदंडों के आधार पर ही कोई विदेशी विश्वविद्यालय भारत में अपना केंपस स्थापित कर सकेगा.

यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने बताया कि भारत में कैंपस स्थापित करने की योजना बना रहे विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए मसौदा दिशानिर्देशों को अंतिम रूप देने से पहले यूजीसी विदेशी विश्वविद्यालयों से प्राप्त सुझावों पर भी विचार कर रहा है. यूजीसी ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि विश्व प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी सहित विदेशी विश्वविद्यालय भारत में अपना कैंपस स्थापित करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. विदेशी विश्वविद्यालयों में से कई विश्वविद्यालयों ने क्लस्टर कॉलेज शुरू करने का सुझाव दिया है.

दरअसल, क्लस्टर कॉलेज वे होते हैं जहां दो या दो से अधिक विश्वविद्यालय एक परिसर शुरू करने के लिए एक साथ आते हैं. यूजीसी चेयरमैन का कहना है कि विदेशी विश्वविद्यालयों द्वारा दिए गए क्लस्टर कॉलेजों के सुझाव पर विचार किया जा रहा है. यह भी चर्चा की जा रही है कि क्लस्टर कॉलेज के लिए साथ आने वाले दोनों विश्वविद्यालयों में से कौन पंजीकरण के लिए आवेदन करेगा और कौन सा विश्वविद्यालय डिग्री देगा.

विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए भारत में कैंपस स्थापित करना नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों में शामिल है. यूजीसी का कहना है कि विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए दिशानिर्देश तैयार होने के बाद इन विश्वविद्यालयों से यहां भारत में अपने कैंपस स्थापित करने हेतु आवेदन मांगा जाएगा.

ये भी पढ़ें : Ministry of Education: स्कूली शिक्षा में होंगे बड़े बदलाव, शिक्षा मंत्रालय ने तैयार मसौदे पर मांगे सुझाव

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : भारत सरकार और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय चाहता है कि प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय भारत में अपने कैंपस स्थापित करें. इसके लिए उच्च स्तर पर कई आवश्यक कदम भी उठाए गए हैं. अब अमेरिका व इंग्लैंड समेत विभिन्न राष्ट्रों के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ने भारत में कैंपस स्थापित करने को लेकर अपनी रुचि दिखाई है. इसके लिए इन विश्वविद्यालयों ने कई सुझाव भी दिए हैं.

विदेशी विश्वविद्यालयों ने अपने सुझावों में क्लस्टर कॉलेज बनाने का सुझाव भी दिया है. यूजीसी का कहना है कि उन्हें अब तक 200 से अधिक भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों से सुझाव प्राप्त हुए हैं. जिन विदेशी विश्वविद्यालयों ने भारत में अपने कैंपस स्थापित करने को लेकर सुझाव दिए हैं उनमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न विश्वविद्यालय, क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, अमेरिका का टेक्सास विश्वविद्यालय, सेंट पीटर्सबर्ग विश्वविद्यालय और इस्टिटूटो मारांगोनी शामिल हैं.

जहां एक और इन विश्वविद्यालयों से सुझाव प्राप्त हुए हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, इटली, फ़्रांस और रूस के कई अन्य विश्वविद्यालयों से भी इस विषय पर चर्चा की जा रही है. दरअसल, भारत सरकार और यूजीसी भी विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए दिशानिर्देश तैयार कर रहा है. इन दिशानिर्देशों में दिए गए मानदंडों के आधार पर ही कोई विदेशी विश्वविद्यालय भारत में अपना केंपस स्थापित कर सकेगा.

यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने बताया कि भारत में कैंपस स्थापित करने की योजना बना रहे विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए मसौदा दिशानिर्देशों को अंतिम रूप देने से पहले यूजीसी विदेशी विश्वविद्यालयों से प्राप्त सुझावों पर भी विचार कर रहा है. यूजीसी ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि विश्व प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी सहित विदेशी विश्वविद्यालय भारत में अपना कैंपस स्थापित करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. विदेशी विश्वविद्यालयों में से कई विश्वविद्यालयों ने क्लस्टर कॉलेज शुरू करने का सुझाव दिया है.

दरअसल, क्लस्टर कॉलेज वे होते हैं जहां दो या दो से अधिक विश्वविद्यालय एक परिसर शुरू करने के लिए एक साथ आते हैं. यूजीसी चेयरमैन का कहना है कि विदेशी विश्वविद्यालयों द्वारा दिए गए क्लस्टर कॉलेजों के सुझाव पर विचार किया जा रहा है. यह भी चर्चा की जा रही है कि क्लस्टर कॉलेज के लिए साथ आने वाले दोनों विश्वविद्यालयों में से कौन पंजीकरण के लिए आवेदन करेगा और कौन सा विश्वविद्यालय डिग्री देगा.

विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए भारत में कैंपस स्थापित करना नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों में शामिल है. यूजीसी का कहना है कि विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए दिशानिर्देश तैयार होने के बाद इन विश्वविद्यालयों से यहां भारत में अपने कैंपस स्थापित करने हेतु आवेदन मांगा जाएगा.

ये भी पढ़ें : Ministry of Education: स्कूली शिक्षा में होंगे बड़े बदलाव, शिक्षा मंत्रालय ने तैयार मसौदे पर मांगे सुझाव

(आईएएनएस)

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