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लोक कलाकार को कला के क्षेत्र में मिलेगी 100 दिन के रोजगार की गारंटी, सीएम गहलोत ने लोक कला प्रोत्साहन योजना का किया आगाज

कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से शुक्रवार को जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में लोक कला एवं सामाजिक सुरक्षा उत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत लोक कलाकारों को हर साल 100 दिन का रोजगार कला के क्षेत्र में मिलेगा.

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Published : Aug 11, 2023, 8:02 PM IST

Inauguration of folk art promotion scheme
Inauguration of folk art promotion scheme
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर. राजस्थान के लोक कलाकारों के लिए शुक्रवार का दिन खुशियों भरा रहा. लंबे समय से चली आ रही लोक कलाकारों की मांग पूरी हो गई. प्रदेश के लोक कलाकार अब नरेगा में गड्ढे नहीं खोदेगा, बल्कि अपने विधा में हर साल सो दिन का काम ले सकेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना की शुरुआत कर दी है. इस योजना के तहत लोक कलाकारों के प्रत्येक परिवार को हर साल 100 दिन का रोजगार कला के क्षेत्र में मिलेगा. इसके साथ ही लोक कलाकारों को कला से सम्बंधित यंत्र-उपकरण खरीदने के लिए 5 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी, हालांकि लोक कलाकार प्रत्येक परिवार के एक सदस्य की जगह प्रत्येक कलाकार को साल में 100 के काम की मांग करता रहा है.

देश में पहली बार लोक कलाकारों को प्रोत्साहन - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना 2023 की शुरुआत की है. इस योजना के लागू होने के साथ ही राज्य और देश में पहली बार लोक कलाकारों और कला का प्रदर्शन करने वाले समुदायों को 100-दिन के रोज़गार की गारंटी मिली है. योजना के लागू होने के साथ कला रूपों और संस्कृति के संरक्षण में योगदान देने वाला राजस्थान पहला राज्य बना है. इस योजना से लोक कलाकारों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी. इसके साथ उनके लिए सम्मानजनक आजीविका का मार्ग प्रशस्त होगा. यह योजना न केवल हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए एक सभ्य और सम्मानजनक आजीविका सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे उनके जीवंत कला रूपों को उचित मान्यता भी मिलेगी, जो कि राज्य और देश दोनों की सांस्कृतिक पहचान का पर्याय बन गए हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि इसके अलावा, लोक कलाकार कार्ड इन समुदायों के प्रति भेदभाव से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बनेगा.

इसे भी पढ़ें - खुशखबरी: लोक कलाकारों को मिलेगा 100 दिन का रोजगार, लोक कलाकार पोर्टल पर कराना होगा पंजीकरण

कलाकारों ने निभाई आजादी में भूमिका - पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज जो सरकार योजना कलाकारों के लिए लेकर आई है. वो कोई एहसान नहीं कर रही है. ये वही कलाकार हैं, जिन्होंने अपनी कला के जरिए देश की आजादी में भूमिका निभाई . जितेंद्र सिंह ने कहा कि लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना राजस्थान और देश में ही नहीं बल्कि विश्व में शायद पहली ऐसी योजना होगी जो कलाकारों के लिए बनी होगी . इस योजना से प्रदेश के कलाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा उनके जीवन में सुधार होगा, इसके साथ लुप्त होती संस्कृति भी बच सकेगी.

इसे भी पढ़ें - Rajasthan Folk Artists : अब प्रदेश के लोक कलाकारों को मिलेगा 100 दिन का रोजगार

योजना की खास बातें

  1. प्रत्येक कलाकार परिवार को उनकी संबंधित पंचायतों में स्थानीय स्कूलों, ग्राम चौपालों आदि में कला प्रदर्शन, व्याख्यान और बातचीत के रूप में हर साल 100 दिनों के काम का प्रावधान होगा.
  2. काम के प्रति दिन के लिए 500 रुपए का भुगतान, यानी हर साल प्रति कलाकार परिवार को 50,000 रुपये की गारंटी होगी.
  3. राज्य सरकार की ओर से लोक कलाकारों का पंजीकरण भी होगा. इस प्रकार राज्य में कलाओं का प्रदर्शन करने वाले समुदायों का एक डेटाबेस तैयार होगा.
  4. सभी पंजीकृत कलाकारों को 'लोक कलाकार कार्ड' जारी होगा.
  5. सभी पंजीकृत कलाकारों को उनके उपकरणों की खरीद और मरम्मत के लिए 5000 रुपए का एकमुश्त अनुदान मिलेगा.

कलाकारों की रैली - कार्यक्रम के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से जवाहर कला केन्द्र तक कलाकारों की रैली निकाली गई. इसी दौरान जेकेके के शिल्पग्राम में मेले का आयोजन भी किया गया, इसमें लोक कलाकार बहुरूपिया, फड़, लंगा-मांगणियार, हेला ख्याल समेत अन्य कलाओं की प्रस्तुति दी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर. राजस्थान के लोक कलाकारों के लिए शुक्रवार का दिन खुशियों भरा रहा. लंबे समय से चली आ रही लोक कलाकारों की मांग पूरी हो गई. प्रदेश के लोक कलाकार अब नरेगा में गड्ढे नहीं खोदेगा, बल्कि अपने विधा में हर साल सो दिन का काम ले सकेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना की शुरुआत कर दी है. इस योजना के तहत लोक कलाकारों के प्रत्येक परिवार को हर साल 100 दिन का रोजगार कला के क्षेत्र में मिलेगा. इसके साथ ही लोक कलाकारों को कला से सम्बंधित यंत्र-उपकरण खरीदने के लिए 5 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी, हालांकि लोक कलाकार प्रत्येक परिवार के एक सदस्य की जगह प्रत्येक कलाकार को साल में 100 के काम की मांग करता रहा है.

देश में पहली बार लोक कलाकारों को प्रोत्साहन - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना 2023 की शुरुआत की है. इस योजना के लागू होने के साथ ही राज्य और देश में पहली बार लोक कलाकारों और कला का प्रदर्शन करने वाले समुदायों को 100-दिन के रोज़गार की गारंटी मिली है. योजना के लागू होने के साथ कला रूपों और संस्कृति के संरक्षण में योगदान देने वाला राजस्थान पहला राज्य बना है. इस योजना से लोक कलाकारों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी. इसके साथ उनके लिए सम्मानजनक आजीविका का मार्ग प्रशस्त होगा. यह योजना न केवल हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए एक सभ्य और सम्मानजनक आजीविका सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे उनके जीवंत कला रूपों को उचित मान्यता भी मिलेगी, जो कि राज्य और देश दोनों की सांस्कृतिक पहचान का पर्याय बन गए हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि इसके अलावा, लोक कलाकार कार्ड इन समुदायों के प्रति भेदभाव से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बनेगा.

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कलाकारों ने निभाई आजादी में भूमिका - पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज जो सरकार योजना कलाकारों के लिए लेकर आई है. वो कोई एहसान नहीं कर रही है. ये वही कलाकार हैं, जिन्होंने अपनी कला के जरिए देश की आजादी में भूमिका निभाई . जितेंद्र सिंह ने कहा कि लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना राजस्थान और देश में ही नहीं बल्कि विश्व में शायद पहली ऐसी योजना होगी जो कलाकारों के लिए बनी होगी . इस योजना से प्रदेश के कलाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा उनके जीवन में सुधार होगा, इसके साथ लुप्त होती संस्कृति भी बच सकेगी.

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योजना की खास बातें

  1. प्रत्येक कलाकार परिवार को उनकी संबंधित पंचायतों में स्थानीय स्कूलों, ग्राम चौपालों आदि में कला प्रदर्शन, व्याख्यान और बातचीत के रूप में हर साल 100 दिनों के काम का प्रावधान होगा.
  2. काम के प्रति दिन के लिए 500 रुपए का भुगतान, यानी हर साल प्रति कलाकार परिवार को 50,000 रुपये की गारंटी होगी.
  3. राज्य सरकार की ओर से लोक कलाकारों का पंजीकरण भी होगा. इस प्रकार राज्य में कलाओं का प्रदर्शन करने वाले समुदायों का एक डेटाबेस तैयार होगा.
  4. सभी पंजीकृत कलाकारों को 'लोक कलाकार कार्ड' जारी होगा.
  5. सभी पंजीकृत कलाकारों को उनके उपकरणों की खरीद और मरम्मत के लिए 5000 रुपए का एकमुश्त अनुदान मिलेगा.

कलाकारों की रैली - कार्यक्रम के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से जवाहर कला केन्द्र तक कलाकारों की रैली निकाली गई. इसी दौरान जेकेके के शिल्पग्राम में मेले का आयोजन भी किया गया, इसमें लोक कलाकार बहुरूपिया, फड़, लंगा-मांगणियार, हेला ख्याल समेत अन्य कलाओं की प्रस्तुति दी.

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