मोहनपुर (पश्चिम त्रिपुरा): केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने शुक्रवार को वादा किया कि त्रिपुरा के जनजातीय क्षेत्रों के सतत विकास और बुनियादी ढांचा विकास के लिए 1,300 करोड़ रुपये की परियोजना को अगले 10 दिनों के भीतर मंजूरी दे दी जाएगी. साथ ही उन्होंने राज्य के लिए एक हजार करोड़ से अधिक के बोनस की घोषणा की.
त्रिपुरा से 25 किलोमीटर दूर मोहनपुर में करीब 11 परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि विश्व बैंक के वित्त पोषण के साथ 1,300 करोड़ रुपये की परियोजना जनजातीय क्षेत्रों में चौतरफा विकास सुनिश्चित करेगी.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि परियोजना विशेष रूप से राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में लागू की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य की आधी आबादी अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति समुदायों की है, इसलिए सरकार को इन लोगों के लिए पर्याप्त आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए ठोस प्रयास करने की जरूरत है. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य के सुदूर गांवों में राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ने वाली सड़कें नहीं हैं. कनेक्टिविटी की कमी के कारण स्कूल और अन्य बुनियादी सुविधाएं लोगों तक नहीं पहुंच पाती हैं. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक और केंद्र सरकार इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए धन मुहैया कराएंगे.
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पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी परिवार में महिलाओं के प्रयासों का सम्मान करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'वह जब भी कोई नई योजना लेकर आते हैं तो हमेशा महिलाओं को प्राथमिकता देना चाहते हैं.उज्ज्वला योजना और जल जीवन मिशन उनके विचारों के ज्वलंत उदाहरण हैं.
उन्होंने यह भी घोषणा की कि 21 करोड़ रुपये की दो अन्य परियोजनाओं को शुक्रवार सुबह ही केंद्र ने मंजूरी दी है. दो परियोजनाओं में 14.15 करोड़ रुपये की लागत से राज्य राजमार्ग का चौड़ीकरण और 7.4 करोड़ रुपये की लागत से राजधानी शहर में विभिन्न कार्य शामिल हैं.
दो दिन के दौरे पर त्रिपुरा आयीं वित्त मंत्री ने 189 करोड़ रुपये की स्थानीय परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया. उन्होंने बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं की समीक्षा भी की. समीक्षा बैठक में सीतारमण के अलावा मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, उप-मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा, मुख्य सचिव कुमार आलोक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.