चंडीगढ़ : जालंधर जिले के आदमपुर स्थित एक गांव के एक मकान में एक ही परिवार के पांच सदस्यों के शव बरामद किए गए हैं. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि रविवार रात 59 वर्षीय मनमोहन सिंह, उनकी पत्नी, उनकी दो बेटियों और तीन साल की नातिन के शव बरामद किए गए. मनमोहन का शव पंखे से लटका हुआ था, जबकि अन्य के शव उसी कमरे में बिस्तर पर थे. मनमोहन सिंह आदमपुर डाकघर में प्रभारी थे.
जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मुखविंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें मनमोहन सिंह ने लिखा है कि अर्थिक तंगी के कारण वह यह कदम उठा रहे हैं.
अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, फंदा लगाने से पहले मनमोहन ने परिवार के अन्य सदस्यों का गला घोंटा था. दंपति की सबसे बड़ी बेटी अपनी तीन वर्षीय बेटी के साथ माता-पिता से मिलने आई थी. पुलिस ने बताया कि मनमोहन का बेटा शादीशुदा है और विदेश में रहता है.
रविवार को जब मनमोहन के दामाद ने अपनी पत्नी को फोन किया तो कोई जवाब नहीं आया. तब उसने पुलिस को सूचित किया. भुल्लर ने कहा, 'मनमोहन के दामाद ने सूचना दी थी कि उनका परिवार फोन का जवाब नहीं दे रहा है...बाद में जब पुलिस उनके साथ घर गई, तो वहां पांच शव मिले. मनमोहन सिंह ने फांसी लगाई थी. उनकी पत्नी, दो बेटियों और नातिन के शव भी मिले.' पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की जांच जारी है. जब उनसे तीन साल की बच्ची की मौत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उसके गले पर भी निशान थे, लेकिन हो सकता है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई हो.