नई दिल्ली : भारत और फ्रांस जोधपुर के नजदीक बुधवार से पांच दिवसीय विशाल हवाई सैन्य अभ्यास करेंगे. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस दौरान दोनों देशों के राफेल विमानों के भी अभियान में समन्वय मजबूत करने के लिए अभ्यास में शामिल होने की उम्मीद है.
'एक्स डेजर्ट नाइट-21' नाम से यह हवाई सैन्य अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब भारतीय वायुसेना ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के मद्देनजर अपने सभी अग्रिम हवाई ठिकानों को किसी भी वक्त परिचालन के लिए तैयार रखा है.
सूत्रों ने बताया, 'इस अभ्यास का उद्देश्य अभियान की तैयारी करना और युद्धक क्षमता को मजबूत करने के लिए बेहतरीन तरीकों को साझा करना है.' इस अभ्यास में दोनों देशों की वायुसेनाओं के अग्रिम मोर्चे पर तैनात होने वाले लड़ाकू विमानों के साथ मालवाहक एवं ईंधन भरने वाले विमान भी शामिल होंगे.
सैन्य अभियान में सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत और फ्रांस की वायुसेना गत कई सालों से 'गरुड़' नाम से युद्धाभ्यास करती आई हैं. सूत्रों ने बताया कि आगामी सैन्य अभ्यास 'गरुड़' श्रृंखला के अतिरिक्त है और संकेत देता है कि दोनों पक्ष आपसी सहयोग को बढ़ाने के इच्छुक हैं.
उन्होंने बताया कि फ्रांसीसी सेना 'स्काईरोस डिप्लॉयमेंट' के तहत मौजूदा समय में एशिया में तैनात है और भारत के रास्ते आवागमन करेगी.
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अपनी मारक क्षमता को बढ़ाने के लिए भारतीय वायुसेना ने पिछले साल जुलाई में पांच राफेल लड़ाकू विमान हासिल किए. सरकार द्वारा 36 राफेल लड़ाकू विमानों को 59 हजार करोड़ में खरीदने के लिए फ्रांस से करार किए जाने के चार साल के बाद इनकी आपूर्ति हुई और दूसरी कड़ी में तीन और राफेल विमान नवंबर में भारतीय बेड़े में शामिल हुए.