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उज्जैन में लगेगी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी, महाकाल मंदिर के पीछे होगी स्थापित, पीएम मोदी करेंगे मोबाइल ऐप की लॉन्चिंग - महाकाल मंदिर की पीछे होगी स्थापित

वैदिक घड़ी की खास बात यह है कि यह हिन्दू कालगणना और ग्रीनविच मीनटाइम पद्दति दोनों की का समय एक साथ दिखाएगी. ये घड़ी महाकाल पथ के शुभारंभ के दौरान लगाई जायेगी. इसके अलावा उज्जैन के लिए एक ख़ास वैदिक मोबाइल एप भी तैयार किया गया है.

vaidik ghadi at mahakaleshwer temple
उज्जैन में लगेगी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी
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Published : May 18, 2022, 8:07 PM IST

उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण का काम पूरा होने को है. इसी क्रम में महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर में वैदिक घड़ी लगाए जाने की भी योजना है. यह वैदिक घड़ी जल्द ही लगाई जाएगी. इस घड़ी की खास बात यह है कि यह हिन्दू कालगणना और ग्रीनविच मीनटाइम पद्दति दोनों की का समय एक साथ दिखाएगी. ये घड़ी महाकाल पथ के शुभारंभ के दौरान लगाई जायेगी. इसके अलावा उज्जैन के लिए एक ख़ास वैदिक मोबाइल एप भी तैयार किया गया है.

vaidik ghadi at mahakaleshwer temple
उज्जैन में लगेगी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी

ऋगवेद की पद्धति पर काम करेगी वैदिक घड़ी: उज्जैन में लगाई जा रही वैदिक घड़ी का मोबाइल एप भी जल्द ही फ्री में गूगल प्ले स्टोर पर मिलेगा. इसका नाम विक्रमादित्य वैदिक क्लॉक रखा गया है. एप की लांचिंग के बाद से ही इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा. मंदिर प्रबंधन और प्रशासन के मुताबिक पीएम मोदी जिस दिन महाकाल पंथ का शुभारंभ करेंगे उस दिन इस घड़ी का भी शुभारंभ किया जा सकता है. उज्जैन में लगने वाली इस वैदिक घड़ी में ख़ास बात ये की वैदिक घडी का समय ऋगवेद की काल गणना पद्धति के मुताबिक बांटा गया है. जिसका समयचक्र 30 घंटे, 30 मिनिट ,30 सेकेण्ड का होगा. अभी देश भर में समय का निर्धारण 24 घंटे जीएमटी ग्रीनविच मीनटाइम पद्दति के अनुसार चलता है.

vaidik ghadi at mahakaleshwer temple
उज्जैन में लगेगी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी

सूर्योदय का समय और मुहूर्त के लिए ऐप: वैदिक घड़ी के साथ ही अलग अलग लोकेशन में सूर्योदय का समय बताने के लिए एक मोबाइल ऐप भी डेवलप किया गया है. जिसे लखनऊ में तैयार किया गया है. वैदिक घड़ी मोबाइल एप को बनाने वाले लखनऊ निवासी आरोह श्रीवास्तव ने बताया कि

इस मोबाइल एप के द्वारा ब्रह्म मुहूर्त के साथ साथ, अलग अलग लोकेशन पर सूर्य उदय का समय, मुहूर्त काल ,विक्रम संवत कैलेण्डर, राहु काल, शुभ मुहूर्त पंचाग सहित तीन अलग अलग समय की काल गणना का भी पता लगाया जा सकेगा.जल्द ही यह ऐप भी आम लोगों को गूगल के प्ले स्टोर पर मिलेगा.

आरोह श्रीवास्तव, ऐप डेवलपर

पीएम मोदी लॉन्च करेंगी ऐप, अभी टेस्टिंग जारी: वैदिक घड़ी के मोबाइल एप की तैयारी कर ली गई है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस ऐप को लॉन्च कर सकते हैं. वैदिक एप बनकर तैयार है, लेकिन अभी इसकी टेस्टिंग चल रही है. इस एप से सनातन धर्म की जानकारी के साथ साथ पंचांग, तिथि, तीन अलग अलग क्षेत्रो के समय गणना जिसमें वैदिक टाइम के साथ जीएमटी टाइम ,इंडियन स्टेंडर्ड टाइम भी देखने को मिलेगा. पीएम मोदी का महाकाल मंदिर में चल रहे विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के पहले चरण का लोकार्पण करने के लिए जून के पहले हफ्ते में उज्जैन आने का कार्यक्रम तय माना जा रहा है.

सेट कर सकते हैं ब्रह्म मुहूर्त में जागने का अलार्म: वैदिक घड़ी मोबाइल एप में डिजिटल क्लॉक रहेगी जिसमें वैदिक पद्दत्ति का समय विक्रम संवत 2079 के अनुसार रहेगा. इसके अलावा ब्रह्म मुर्हत , कैलेंडर ,शुभ , राहु काल वेदों से जुडी जानकारी भी हासिल कर सकेंगे. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए इसमें अलार्म भी सेट किया जा सकेगा. वेद पुराणों में राजा विक्रमादित्य की नगरी उज्जैन को दुनिया भर में काल गणना का प्रमुख केंद्र माना जाता है. यही वजह है कि भारत भर में काल निर्धारण और शक, संंवत विक्रम संवत के नाम से प्रचलित है. यही वजह है कि उज्जैन में वैदिक घड़ी की स्थापना की जा रही है जिसे महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर में लगाया जाएगा.

उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण का काम पूरा होने को है. इसी क्रम में महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर में वैदिक घड़ी लगाए जाने की भी योजना है. यह वैदिक घड़ी जल्द ही लगाई जाएगी. इस घड़ी की खास बात यह है कि यह हिन्दू कालगणना और ग्रीनविच मीनटाइम पद्दति दोनों की का समय एक साथ दिखाएगी. ये घड़ी महाकाल पथ के शुभारंभ के दौरान लगाई जायेगी. इसके अलावा उज्जैन के लिए एक ख़ास वैदिक मोबाइल एप भी तैयार किया गया है.

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उज्जैन में लगेगी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी

ऋगवेद की पद्धति पर काम करेगी वैदिक घड़ी: उज्जैन में लगाई जा रही वैदिक घड़ी का मोबाइल एप भी जल्द ही फ्री में गूगल प्ले स्टोर पर मिलेगा. इसका नाम विक्रमादित्य वैदिक क्लॉक रखा गया है. एप की लांचिंग के बाद से ही इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा. मंदिर प्रबंधन और प्रशासन के मुताबिक पीएम मोदी जिस दिन महाकाल पंथ का शुभारंभ करेंगे उस दिन इस घड़ी का भी शुभारंभ किया जा सकता है. उज्जैन में लगने वाली इस वैदिक घड़ी में ख़ास बात ये की वैदिक घडी का समय ऋगवेद की काल गणना पद्धति के मुताबिक बांटा गया है. जिसका समयचक्र 30 घंटे, 30 मिनिट ,30 सेकेण्ड का होगा. अभी देश भर में समय का निर्धारण 24 घंटे जीएमटी ग्रीनविच मीनटाइम पद्दति के अनुसार चलता है.

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उज्जैन में लगेगी दुनिया की पहली वैदिक घड़ी

सूर्योदय का समय और मुहूर्त के लिए ऐप: वैदिक घड़ी के साथ ही अलग अलग लोकेशन में सूर्योदय का समय बताने के लिए एक मोबाइल ऐप भी डेवलप किया गया है. जिसे लखनऊ में तैयार किया गया है. वैदिक घड़ी मोबाइल एप को बनाने वाले लखनऊ निवासी आरोह श्रीवास्तव ने बताया कि

इस मोबाइल एप के द्वारा ब्रह्म मुहूर्त के साथ साथ, अलग अलग लोकेशन पर सूर्य उदय का समय, मुहूर्त काल ,विक्रम संवत कैलेण्डर, राहु काल, शुभ मुहूर्त पंचाग सहित तीन अलग अलग समय की काल गणना का भी पता लगाया जा सकेगा.जल्द ही यह ऐप भी आम लोगों को गूगल के प्ले स्टोर पर मिलेगा.

आरोह श्रीवास्तव, ऐप डेवलपर

पीएम मोदी लॉन्च करेंगी ऐप, अभी टेस्टिंग जारी: वैदिक घड़ी के मोबाइल एप की तैयारी कर ली गई है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस ऐप को लॉन्च कर सकते हैं. वैदिक एप बनकर तैयार है, लेकिन अभी इसकी टेस्टिंग चल रही है. इस एप से सनातन धर्म की जानकारी के साथ साथ पंचांग, तिथि, तीन अलग अलग क्षेत्रो के समय गणना जिसमें वैदिक टाइम के साथ जीएमटी टाइम ,इंडियन स्टेंडर्ड टाइम भी देखने को मिलेगा. पीएम मोदी का महाकाल मंदिर में चल रहे विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के पहले चरण का लोकार्पण करने के लिए जून के पहले हफ्ते में उज्जैन आने का कार्यक्रम तय माना जा रहा है.

सेट कर सकते हैं ब्रह्म मुहूर्त में जागने का अलार्म: वैदिक घड़ी मोबाइल एप में डिजिटल क्लॉक रहेगी जिसमें वैदिक पद्दत्ति का समय विक्रम संवत 2079 के अनुसार रहेगा. इसके अलावा ब्रह्म मुर्हत , कैलेंडर ,शुभ , राहु काल वेदों से जुडी जानकारी भी हासिल कर सकेंगे. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए इसमें अलार्म भी सेट किया जा सकेगा. वेद पुराणों में राजा विक्रमादित्य की नगरी उज्जैन को दुनिया भर में काल गणना का प्रमुख केंद्र माना जाता है. यही वजह है कि भारत भर में काल निर्धारण और शक, संंवत विक्रम संवत के नाम से प्रचलित है. यही वजह है कि उज्जैन में वैदिक घड़ी की स्थापना की जा रही है जिसे महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर में लगाया जाएगा.

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