रुद्रप्रयाग/चमोली: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. प्रसिद्ध चारधाम में शुमार केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में कुदरत ने श्वेत श्रृंगार किया है, जिससे दोनों धाम चांदी से चमकने लगे हैं. इसके अलावा तृतीय केदार में शुमार तुंगनाथ धाम में भी बर्फबारी हो रही है. इसी बर्फबारी के बीच ही तुंगनाथ मंदिर के छतरी के जीर्णोद्धार का काम बर्फबारी के बीच कलश स्थापना के साथ विधि विधान से पूरा हो गया है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी बर्फबारी हुई.
केदारनाथ में टूटा यात्रियों का रिकॉर्डः केदारनाथ धाम ने यात्रियों की संख्या ने सभी पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं. इसके साथ ही नया कीर्तिमान कायम कर लिया है. सोमवार को बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 17 लाख के पार पहुंच गई है. अभी कपाट बंद होने में एक महीने का समय बाकी है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस साल केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 20 लाख के पार पहुंच सकता है.
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प्रिय यात्रियों, श्री केदारनाथ जी में लगातार बारिश व बर्फबारी जारी है। कृपया सावधानी बरतें और कुछ विराम के बाद ही यात्रा शुरू करें।#Kedarnath #KedarnathDham pic.twitter.com/mPn8VeIgT3
— Ashok Kumar IPS (@AshokKumar_IPS) October 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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केदारनाथ में बर्फबारीः नवरात्रि के शुभ अवसर पर केदारनाथ धाम में बर्फबारी भी शुरू हो गई है. सोमवार को लगातार दूसरे दिन केदारपुरी में बर्फबारी जारी रही. आगे भी कुछ दिन मौसम ऐसे ही रहने की संभावना जताई गई है. केदारपुरी में हो रही बर्फबारी के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है. केदारनाथ में बर्फबारी के चलते जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपने साथ पर्याप्त गर्म कपड़े लाने और बीमार व्यक्तियों को डाॅक्टर की सलाह के बाद ही यात्रा करने की अपील की है.
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प्रिय यात्रियों, श्री केदारनाथ धाम में लगातार बर्फवारी हो रही है। कृपया सावधानी बरतें और कुछ विराम के बाद ही यात्रा शुरू करें। गर्म कपड़े व बरसाती साथ रखें। किसी भी आपात स्थिति में निकटवर्ती पुलिसकर्मी या 112 पर संपर्क करें।#UttarakhandPolice #CharDhamYatra #Kedarnath pic.twitter.com/D33tHhy0iN
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) October 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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बदरीनाथ धाम में गिर रहे बर्फ के फाहेः विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम में बर्फबारी शुरू हो गई है. बर्फबारी के बाद बदरी विशाल का धाम सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है. श्रद्धालु आसमान से गिरते बर्फ के फाहों का लुत्फ उठाते नजर आ रहे हैं. बर्फबारी के बाद बदरीनाथ धाम में तापमान लुढ़क गया है. उधर, हेमकुंड साहिब में भी बर्फबारी हो रही है. इसके अलावा चमोली जिले के निचले इलाकों में बारिश हो रही है.
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बर्फबारी के बीच तुंगनाथ मंदिर में कलश स्थापनाः विश्व के सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिरों में से एक तुंगनाथ मंदिर की छतरी का जीर्णोद्धार काम बर्फबारी के बीच कलश स्थापना के साथ संपन्न हो गया है. तुंगनाथ मंदिर की नई छतरी का निर्माण देवदार की लकड़ी से किया गया है. पहले की तरह नक्काशीदार बनाया गया है. बीती 4 सितंबर को पुरानी जीर्ण छतरी को उतारा गया था और कलश को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था.
वहीं, पांच हफ्ते बाद रविवार को नवरात्रि पर छतरी बनकर तैयार हुई और मंदिर के शीर्ष पर स्थापित की गई. आज बर्फबारी के बीच ही हक हकूक धारियों और पश्वागणों की मौजूदगी में पूजा अर्चना संकल्प के साथ मंदिर के शीर्ष में छतरी एवं कलश को पूर्ववत विराजमान कर दिया गया. वहीं, पूरे तुंगनाथ क्षेत्र में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है.
बता दें कि छतरी का जीर्णोद्धार करने वाले दिल्ली के दानदाता संजीव सिंघल के सहयोग से 13 लाख 65 हजार की लागत से नई छतरी का निर्माण किया गया है. कलश और छतरी स्थापना के दौरान भगवान महादेव, भैरवनाथ, भूतनाथ, मां भगवती कालिंका अवतरित हुईं. जिन्होंने छतरी और कलश को स्थापित करने की अनुमति दी. वहीं, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में कोठा भवन का जीर्णोद्धार का काम चल रहा है. इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी मंदिर की छतरी का भी जीर्णोद्धार प्रस्तावित है.
लक्सर और रामनगर में बारिश का कहर: लक्सर में आसमानी आफत का कहर देखने को मिला. सोमवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ भारी बारिश ने धान और गन्ने की फसल को जमीन पर बिछा दिया. पहले ही किसान जुलाई महीने में हुई भारी बारिश और बाढ़ से परेशान हैं. अब बारिश ने तबाही मचा दी है. उधर, रामनगर में आंधी तूफान ने जमकर तबाही मचाई है. पेड़ गिरने से विद्युत पोल ध्वस्त हो गए.