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मुंबई -अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का पहला पिलर बनकर तैयार

मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन के लिए वापी के पास एक पिलर बनकर तैयार हो गया है. 12 स्टेशनों से होकर गुजरने वाली इस ट्रेन के अन्य पिलर भी आने वाले महीने में बनकर तैयार हो जाने की संभावना है.

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
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Published : Jul 31, 2021, 8:15 PM IST

अहमदाबाद : मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन के लिए वापी के पास एक पिलर बनाकर निर्माण कार्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. महाराष्ट्र, दादर व नगर हवेली और गुजरात को जोड़ने वाले 12 स्टेशनों से होकर गुजरने वाले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का काम नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है.

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर वापी, गुजरात के पास चैनेज 167 पर पहला पूर्ण ऊंचाई वाला पिलर बनाकर अपने निर्माण कार्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है.

ये भी पढ़ें - डीजल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने की तैयारी, हिंदुस्तान जिंक खर्च करेगी एक अरब डॉलर

इस कॉरिडोर पर बने इस पिलर की ढलाई के बाद सही ऊंचाई 13.05 मीटर है, जो लगभग 4 मंजिला इमारत के बराबर है. पिलर पर 183 घटमीटर कंक्रीट और 18.820 मीट्रिक टन स्टील की ढलाई की गई है. इतना ही नहीं यहां पर लगी लिफ्ट में विशेष शटरिंग की व्यवस्था इस कॉरिडोर की प्रमुख विशेषताओं में से एक है, जो 8 घंटे तक बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है.

वर्तमान में कोरोना महामारी और मानसून का मौसम होने की वजह से सामग्री के अलावा जनशक्ति के कम होने के बाद भी निर्माण कार्य में यह महत्वपूर्ण उपवलब्धि हासिल की गई है. आने वाले महीनों में हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के निर्माण के लिए ऐसे कई पिलर बनाए जाने की योजना है.

अहमदाबाद : मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन के लिए वापी के पास एक पिलर बनाकर निर्माण कार्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. महाराष्ट्र, दादर व नगर हवेली और गुजरात को जोड़ने वाले 12 स्टेशनों से होकर गुजरने वाले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का काम नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है.

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर वापी, गुजरात के पास चैनेज 167 पर पहला पूर्ण ऊंचाई वाला पिलर बनाकर अपने निर्माण कार्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है.

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इस कॉरिडोर पर बने इस पिलर की ढलाई के बाद सही ऊंचाई 13.05 मीटर है, जो लगभग 4 मंजिला इमारत के बराबर है. पिलर पर 183 घटमीटर कंक्रीट और 18.820 मीट्रिक टन स्टील की ढलाई की गई है. इतना ही नहीं यहां पर लगी लिफ्ट में विशेष शटरिंग की व्यवस्था इस कॉरिडोर की प्रमुख विशेषताओं में से एक है, जो 8 घंटे तक बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है.

वर्तमान में कोरोना महामारी और मानसून का मौसम होने की वजह से सामग्री के अलावा जनशक्ति के कम होने के बाद भी निर्माण कार्य में यह महत्वपूर्ण उपवलब्धि हासिल की गई है. आने वाले महीनों में हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के निर्माण के लिए ऐसे कई पिलर बनाए जाने की योजना है.

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