साहिबगंज: साहिबगंज रेलवे स्टेशन के मार्शल यार्ड स्थित रैक लोडिंग पॉइंट पर ट्रेन की खाली बोगी में आग लग गई. आग लगने से ट्रेन की बोगी धू-धू कर जलने लगी. रेलवे कर्मियों ने आग जानकारी मिलने के साथ ही साहिबगंज अग्निशमन विभाग को फोन कर गाड़ियां बुलाई. कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. जलती हुई बोगी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई. आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया है.
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साहिबगंज स्टेशन के मार्शलिंग यार्ड स्थित रैक लोडिंग प्वाइंट पर खड़ी तीन बोगी में से एक में आग लग गई. आग इतनी भयावह थी कि धू-धूकर बोगी जलने लगी. यह बोगी पिछले एक महीने से संटिंग कर छोड़ दी गई थी. आग कैसे लगी इसकी जानकारी देने से रेलवे पदाधिकारी बच रहे हैं. घटना की सूचना मिलने के साथ रेलवे आरपीएफ, जीआरपी पुलिस सहित अन्य डिपार्टमेंट के लोग पहुंचे. करीब तीन घंटे से अधिक मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया गया. दमकल कर्मी को आग को बुझाने में पसीने छूट गए. तीन बोगी में पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से दो को काटकर अलग कर दिया है. हालांकि बोगी प्रयोग में नहीं था लेकिन कहीं न कही रेलवे प्रशासन को करोड़ों रुपये की क्षति हुई है. आरपीएफ इंसपेक्टर किस्टोफर किस्कू ने बताया कि एक महीने से तीन बोगी को साइड में खड़ा कर दिया गया था।.आग कैसे लगी यह अभी पता नहीं चल रहा है. जांच का विषय है.
झारखंड में इस तरह के मामले नए नहीं हैं. इससे पहले भी ट्रेन की बोगी में आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. उन मामलों में रेलवे की लापरवाही भी सामने आई थी. इससे पहले 15 दिसंबर 2022 को धनबाद के झरिया के पाथरडीह इलाके में रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ी ट्रेन में आग लग गई थी. जिस ट्रेन में आग लगी थी वह कई महीनों से यार्ड में खड़ी थी. आग लगने के बाद भी स्टेशन पर सभी रेलवे अधिकारी मूकदर्शक बनकर देखते रह गए थे. काफी देर के बाद अग्निशमन मौके पर पहुंची थी तबतक बोगी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी. हालांकि तब रेलवे के सूत्रों ने असामाजिक तत्वों पर आग लगाने का आरोप लगाया था.