बेंगलुरु: करोड़ों रुपये के तथाकथित बिटकॉइन घोटाले को लेकर बसवराज बोम्मई की सरकार पर राजनीतिक दबाव बनने के कुछ ही दिनों बाद इस मामले के मुख्य आरोपी श्रीकृष्ण रमेश को बेंगलुरु पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि, श्रीकृष्ण उर्फ श्रीकी हत्या के प्रयास, साइबर अपराध, क्रिप्टोकरेंसी चोरी और ड्रग की तस्करी जैसे कई अपराधों में फ़िलहाल जमानत पर चल रहा था, शनिवार को पुलिस ने एक लक्जरी होटल में हुए मामूली से झगड़े के आरोप में उसे गिरफ्तार किया है.
श्रीकृष्ण की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब कर्नाटक में विपक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर आरोपितों के साथ मिलीभगत और इस तथाकथित कई करोड़ के बिटकॉइन घोटाले में शामिल अन्य बड़े नामों को बचाने का आरोप लगा रहा है.
डीएसडी शरणप्पा, डीसी (ईस्ट) ने बताया कि हमने बेंगलुरु के एक होटल के स्टाफ द्वारा की गई शिकायत के आधार पर श्रीकृष्ण और उसके साथी विष्णु भट के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उन्हें हिरासत में लिया है. आरोपियों के खिलाफ होटल स्टाफ के साथ बदसलुकी करने के आराेप हैं. शरणप्पा ने यह भी कहा कि आरोपी नशे में पाए गए. हमने उनका मेडिकल परीक्षण कराया जिसमें इस बात की पुष्टि हुई.
आपकाे बता दें कि श्रीकृष्ण द्वारा क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज, अंतरराष्ट्रीय बैंकों, निजी और सरकारी कंपनियों और पोर्टलों को हैक करने के अलावा उसकी अन्य साइबर अपराधों से सम्बन्घित गतिविधियां साल 2020 में तब सामने आईं थीं जब उसे ड्रग्स से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. बेंगलुरु पुलिस द्वारा शनिवार को गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी विष्णु भट की पहचान दक्षिण भारत के एक लोकप्रिय ज्वैलरी स्टोर्स भीम ज्वैलर्स के मालिक के बेटे के रूप में हुआ है.
श्रीकृष्ण की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस काे चौंकाने वाली जानकारी मिली. उसने बताया कि कैसे उसने सरकारी, विदेशी ऐप हैक किये थे. श्रीकी के पास से करीब 9 करोड़ रुपये के कुल 31 बिटकॉइन जब्त किए गए.
2 महीने पहले श्रीकी को जमानत (ड्रग केस) पर रिहा किया गया था. इसके बाद वह फरार हो गया था. बिट कॉइन मामले में भी वह आरोपी है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.