लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शिवेंद्र मिश्रा की तहरीर पर हजरतगंज थाने में समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मंगलवार को एफआईआर दर्ज की गई. रामचरित मानस को लेकर दिए गए उनके आपत्तिजनक बयान पर यह कार्रवाई हुई. हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 295ए, 298, 504, 505(2), 153a में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शिवेंद्र मिश्रा ने एफआईआर दर्ज कराई है. शिवेन्द्र मिश्रा ने बताया है कि 22 जनवरी 2023 को स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से रामचरितमानस को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई थी. अपने बयान में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि यह ग्रंथ बकवास है. इस पर तत्काल प्रतिबंध लगा देना चाहिए. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से रामचरितमानस में आस्था रखने वालों में आक्रोश है. स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा दिया गया यह बयान समाज में घृणा पैदा करने वाला है. शिवेंद्र मिश्रा की शिकायत पर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
वर्तमान में समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी की पिछली सरकार में मंत्री रहे हैं. विधानसभा चुनाव 2022 से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर सपा का साथ कर लिया था. स्वामी प्रसाद मौर्य का लंबा राजनीतिक करिअर रहा है. भाजपा में आने से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता थे. वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य भारतीय जनता पार्टी की सांसद हैं.
डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक ने बताया कि शिवेंद्र मिश्रा की शिकायत पर हजरतगंज थाने में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. स्वामी प्रसाद मौर्य एक राजनीतिक पार्टी के सदस्य हैं. इन्होंने रामचरितमानस को लेकर टिप्पणी की थी, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. शिकायत के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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