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बेहतर भविष्य के लिए शादी के बाद ही नवदंपति शुरू करें फाइनेंशियल प्लानिंग - नवदंपति की फाइनेंशियल प्लानिंग

एक शादीशुदा कपल के तौर पर जिंदगी की नई पारी शुरू करने के साथ जरूरी है कि नवदंपति एक-दूसरे की जरूरतों को समझें. इसके लिए उन्हें एक-दूसरे के लक्ष्यों के बारे में जानना जरूरी है. नवदंपति शुरूआत से ही अगर एक-दूसरे की फाइनेंशियल गोल और कॉमन गोल के हिसाब से प्लानिंग करेंगे तो लाइफ सुखी हो जाएगा. यंग कपल के पास लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के कई अवसर होते हैं.

Financial planning for newly married couples
Financial planning for newly married couples
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Published : Feb 16, 2022, 9:51 AM IST

हैदराबाद: हालांकि फरवरी महीने के कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन हर तरफ प्यार का अहसास अभी भी बरकरार है. सच्चे प्यार के वैल्यू को समझने के लिए इससे बेहतर समय नहीं है. प्यार के अलावा, इस वक्त में अगर कपल अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं तो वे सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं. नवविवाहित जोड़े के लिए क्लियर फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है. इसके लिए कुछ टिप्स पर जरूर अमल करें.

एक साथ सपने देखें ( Dream together)

शादी के बाद एक विवाहित जोड़े को नया सफर शरू करने साथ ही लाइफ के लिए एक प्लानिंग पर भी काम करना चाहिए. शुरू से ही दोनों पहले एक-दूसरे के फाइनेंशियल गोल को समझने की कोशिश करें और फिर एक समान लक्ष्य पर पहुंचें. नए जोड़े के शांतिपूर्ण जीवन के लिए एक आदर्श फाइनेशियल प्लानिंग जरूरी है. हम जिन 'युवा जोड़े' के बारे में बात कर रहे हैं, उनके पास लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के पर्याप्त मौके होते हैं, जिसका लाभ उन्हें भविष्य में मिलता है. जब गृहस्थी की गाड़ी चलती है तो उन्हें एक निश्चित अवधि के बाद जरूरत के वक्त एकमुश्त राशि मिल जाती है.

सपना सच होना (Dream come true)

अपने फाइनेशियल गोल और जीवन के लिए देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए कपल को आपस में चर्चा करनी चाहिए. फिर अपने सपनों को पूरा करने के लिए उसके हिसाब से काम करना भी जरूरी है. गोल निर्धारित करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वे लॉन्ग टर्म फायदे के लिए प्लानिंग कर रहे हैं या नहीं. इसके अलावा शॉर्ट टर्म प्लानिंग भी जरूरी है. अगर पति और पत्नी दोनों काम करने का फैसला करते हैं, तो लक्ष्य हासिल करना बहुत आसान हो सकता है.

इसके अलावा अगर कपल में से कोई एक काम करने का फैसला करता है और पत्नी हाउस वाइफ बनती है तो भविष्य में उन्हें अपनी प्लानिंग में बदलाव के लिए तैयार होना चाहिए. जीवन में सिर्फ एक आदमी की कमाई से कई लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं है. ऐसे हालात में कई बार लाइफ में समझौते करने पड़ते हैं. तब कपल को इस पर लक्ष्य को पूरा करने के लिए किए जाने वाले समझौतों पर भरोसा करना चाहिए. कपल को जीवन शुरू करते ही कमाई से बचत करने की आदत डालना चाहिए. भले ही परिवार में कोई एक सदस्य कामकाजी हो, कपल एक साथ मिलकर समझदारी से लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. इसके लिए सही समय पर और सही योजना में निवेश करना महत्वपूर्ण है.

लोन से दूर रहें (Shun loans)

हालांकि लोन लेना कोई अपराध नहीं है, लेकिन इसे एक उद्देश्य तय होना चाहिए. कहावत है कि अनावश्यक चीजें खरीदने के चक्कर में जरूरी चीजें बेचनी पड़ती हैं. इसलिए अगर किसी भी कारणवश लोन की जरूरत होती है तो कम ब्याज दर वाले लोन को प्राथमिकता दें. लोन उन चीजों को खरीदने के लिए लें, जिसकी कीमत कभी कम नहीं होती. हाउसिंग लोन सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है. जॉइंट तौर से होम लोन लेने पर ब्याज दरों में कमी भी हो सकती है.

बीमा है जरूरी (Insurance paramount)

परिवार के लिए कमाने वाले को एक बेहतर इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रोटेक्शन लेना चाहिए. यदि जीवन में कोई अप्रिय घटना होती है, तो यह पॉलिसी परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करती है. बच्चों की शिक्षा के लिए भी इंश्योरेंस पॉलिसी या बचत योजना का उपयोग किया जा सकता है. लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस हर परिवार के लिए जरूरी है. नए कपल को शादी के तुरंत बाद फैमिली फ्लोटर हेल्थ पॉलिसी को ज्यादा प्राथमिकता देनी चाहिए.

अच्छी सोच (Well-thought)

दांपत्य जीवन में पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक हैं और अगर कपल बेहतर प्लानिंग करता है तो वह एक-दूसरे की ताकत भी बने रहेंगे. इसलिए इन्वेस्टमेंट प्लानिंग दोनों की सोच के हिसाब से होना चाहिए. साथ ही दोनों को पॉलिसी के लाभ-हानि बारे में की स्पष्ट समझ होनी चाहिए. निवेश करने से पहले बहुत सोच-विचार करना काफी मददगार साबित होता है. निवेश के लिए बेहतर विकल्प को चुनें. इसके लिए किसी फाइनेंशल एक्सपर्ट से सलाह लेना गलत कदम उठाने से बेहतर है.

कल के लिए जियो ( Live for tomorrow)

जीवन के एक मोड़ पर लक्ष्य निर्धारित करना बहुत महत्वपूर्ण है. इसे महसूस करने के लिए अपनी पूरी क्षमता के उपयोग करें. अपनी कड़ी मेहनत को बचाने के लिए आपको उन निवेश की उन स्कीम्स पर विचार करना चाहिए, जिसमें ग्रोथ हो रही हो. इसके लिए आपकी उम्र और जोखिम से निपटने की क्षमता यहां महत्वपूर्ण है. किसी भी निवेश के शुरुआती दिनों में जोखिम ज्यादा होता है, इसलिए ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम चुनें. जैसे-जैसे समय बीतता है, उसे समीक्षा के बाद दूसरे प्लान में बदल दें. इससे आपके निवेश की गई रकम की सुरक्षा होगी.

ट्रेड्सस्मार्ट के सीईओ विकास सिंघानिया बताते हैं कि फाइनेंशियल प्लानिंग एक यात्रा की तरह है. यह एक दिन में खत्म नहीं होता. इसलिए जब मौका मिले, इस पर काम करें. इस तरह भविष्य में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए मानसिक रूप से मजबूत बनें.

पढ़ें : चेक करें आपने सही फाइनेंशियल प्लानिंग की है या कुछ गड़बड़ है?

हैदराबाद: हालांकि फरवरी महीने के कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन हर तरफ प्यार का अहसास अभी भी बरकरार है. सच्चे प्यार के वैल्यू को समझने के लिए इससे बेहतर समय नहीं है. प्यार के अलावा, इस वक्त में अगर कपल अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं तो वे सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं. नवविवाहित जोड़े के लिए क्लियर फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है. इसके लिए कुछ टिप्स पर जरूर अमल करें.

एक साथ सपने देखें ( Dream together)

शादी के बाद एक विवाहित जोड़े को नया सफर शरू करने साथ ही लाइफ के लिए एक प्लानिंग पर भी काम करना चाहिए. शुरू से ही दोनों पहले एक-दूसरे के फाइनेंशियल गोल को समझने की कोशिश करें और फिर एक समान लक्ष्य पर पहुंचें. नए जोड़े के शांतिपूर्ण जीवन के लिए एक आदर्श फाइनेशियल प्लानिंग जरूरी है. हम जिन 'युवा जोड़े' के बारे में बात कर रहे हैं, उनके पास लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के पर्याप्त मौके होते हैं, जिसका लाभ उन्हें भविष्य में मिलता है. जब गृहस्थी की गाड़ी चलती है तो उन्हें एक निश्चित अवधि के बाद जरूरत के वक्त एकमुश्त राशि मिल जाती है.

सपना सच होना (Dream come true)

अपने फाइनेशियल गोल और जीवन के लिए देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए कपल को आपस में चर्चा करनी चाहिए. फिर अपने सपनों को पूरा करने के लिए उसके हिसाब से काम करना भी जरूरी है. गोल निर्धारित करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वे लॉन्ग टर्म फायदे के लिए प्लानिंग कर रहे हैं या नहीं. इसके अलावा शॉर्ट टर्म प्लानिंग भी जरूरी है. अगर पति और पत्नी दोनों काम करने का फैसला करते हैं, तो लक्ष्य हासिल करना बहुत आसान हो सकता है.

इसके अलावा अगर कपल में से कोई एक काम करने का फैसला करता है और पत्नी हाउस वाइफ बनती है तो भविष्य में उन्हें अपनी प्लानिंग में बदलाव के लिए तैयार होना चाहिए. जीवन में सिर्फ एक आदमी की कमाई से कई लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं है. ऐसे हालात में कई बार लाइफ में समझौते करने पड़ते हैं. तब कपल को इस पर लक्ष्य को पूरा करने के लिए किए जाने वाले समझौतों पर भरोसा करना चाहिए. कपल को जीवन शुरू करते ही कमाई से बचत करने की आदत डालना चाहिए. भले ही परिवार में कोई एक सदस्य कामकाजी हो, कपल एक साथ मिलकर समझदारी से लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. इसके लिए सही समय पर और सही योजना में निवेश करना महत्वपूर्ण है.

लोन से दूर रहें (Shun loans)

हालांकि लोन लेना कोई अपराध नहीं है, लेकिन इसे एक उद्देश्य तय होना चाहिए. कहावत है कि अनावश्यक चीजें खरीदने के चक्कर में जरूरी चीजें बेचनी पड़ती हैं. इसलिए अगर किसी भी कारणवश लोन की जरूरत होती है तो कम ब्याज दर वाले लोन को प्राथमिकता दें. लोन उन चीजों को खरीदने के लिए लें, जिसकी कीमत कभी कम नहीं होती. हाउसिंग लोन सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है. जॉइंट तौर से होम लोन लेने पर ब्याज दरों में कमी भी हो सकती है.

बीमा है जरूरी (Insurance paramount)

परिवार के लिए कमाने वाले को एक बेहतर इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रोटेक्शन लेना चाहिए. यदि जीवन में कोई अप्रिय घटना होती है, तो यह पॉलिसी परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करती है. बच्चों की शिक्षा के लिए भी इंश्योरेंस पॉलिसी या बचत योजना का उपयोग किया जा सकता है. लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस हर परिवार के लिए जरूरी है. नए कपल को शादी के तुरंत बाद फैमिली फ्लोटर हेल्थ पॉलिसी को ज्यादा प्राथमिकता देनी चाहिए.

अच्छी सोच (Well-thought)

दांपत्य जीवन में पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक हैं और अगर कपल बेहतर प्लानिंग करता है तो वह एक-दूसरे की ताकत भी बने रहेंगे. इसलिए इन्वेस्टमेंट प्लानिंग दोनों की सोच के हिसाब से होना चाहिए. साथ ही दोनों को पॉलिसी के लाभ-हानि बारे में की स्पष्ट समझ होनी चाहिए. निवेश करने से पहले बहुत सोच-विचार करना काफी मददगार साबित होता है. निवेश के लिए बेहतर विकल्प को चुनें. इसके लिए किसी फाइनेंशल एक्सपर्ट से सलाह लेना गलत कदम उठाने से बेहतर है.

कल के लिए जियो ( Live for tomorrow)

जीवन के एक मोड़ पर लक्ष्य निर्धारित करना बहुत महत्वपूर्ण है. इसे महसूस करने के लिए अपनी पूरी क्षमता के उपयोग करें. अपनी कड़ी मेहनत को बचाने के लिए आपको उन निवेश की उन स्कीम्स पर विचार करना चाहिए, जिसमें ग्रोथ हो रही हो. इसके लिए आपकी उम्र और जोखिम से निपटने की क्षमता यहां महत्वपूर्ण है. किसी भी निवेश के शुरुआती दिनों में जोखिम ज्यादा होता है, इसलिए ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम चुनें. जैसे-जैसे समय बीतता है, उसे समीक्षा के बाद दूसरे प्लान में बदल दें. इससे आपके निवेश की गई रकम की सुरक्षा होगी.

ट्रेड्सस्मार्ट के सीईओ विकास सिंघानिया बताते हैं कि फाइनेंशियल प्लानिंग एक यात्रा की तरह है. यह एक दिन में खत्म नहीं होता. इसलिए जब मौका मिले, इस पर काम करें. इस तरह भविष्य में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए मानसिक रूप से मजबूत बनें.

पढ़ें : चेक करें आपने सही फाइनेंशियल प्लानिंग की है या कुछ गड़बड़ है?

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