नई दिल्ली : वायुसेना ने बुधवार को कहा कि राफेल विमान की पांचवीं खेप फ्रांस से लगभग आठ हजार किलोमीटर की दूरी तय कर भारत पहुंच गई है.
वायुसेना ने भारत पहुंचे विमानों की संख्या नहीं बताई है लेकिन इस मामले से जुड़े लोगों ने कहा है कि नई खेप में चार विमान भारत आए हैं.
वायुसेना ने कहा कि फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेनाओं ने यात्रा के दौरान विमानों को ईंधन मुहैया कराया है.
वायुसेना ने ट्वीट किया, 'फ्रांस के मैरीनेक हवाई अड्डे से सीधी उड़ान भरने के बाद राफेल विमानों की पांचवीं खेप 21 अप्रैल को भारत पहुंच गई है. इन लड़ाकू विमानों ने लगभग आठ हजार किलोमीटर की दूरी तय की. फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेनाओं ने यात्रा के दौरान विमानों को ईंधन मुहैया कराया. सहयोग देने के लिए दोनों वायु सेनाओं को धन्यवाद.'
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राफेल विमान की खासियत
- दुनिया के सबसे ताकतवर लडाकू विमानों में शुमार राफेल एक मिनट में 60 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है.
- ये विमान एक मिनट में 2500 राउंड फायरिंग की क्षमता रखता है.
- इसकी अधिकतम स्पीड 2130 किमी/घंटा है और ये 3700 किमी तक मारक क्षमता रखता है.
- इस विमान में एक बार में 24,500 किलो तक का वजन ले जाया जा सकता है, जो कि पाकिस्तान के एफ-16 से 5300 किलो ज्यादा है.
- राफेल न सिर्फ फुर्तीला है, बल्कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है. पाकिस्तान के सबसे ताकतवर फाइटर जेट एफ-16 और चीन के जे-20 में भी ये खूबी नहीं है.
- हवा से लेकर जमीन तक हमला करने की काबिलियत रखने वाले राफेल में 3 तरह की मिसाइलें लगेंगी. हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल. हवा से जमीन में मार करने वाली स्कैल्प मिसाइल और तीसरी है हैमर मिसाइल. इन मिसाइलों से लैस होने के बाद राफेल काल बनकर दुश्मनों पर टूट पड़ेगा.