नई दिल्ली: विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा ने भारत में होने वाले एआईएफएफ, अंडर-17 महिला विश्व कप पर से प्रतिबंध हटा लिया है. यह भारतीय फुटबॉल खेमे के लिए एक अच्छी खबर है. इससे पहले फीफा ने तीसरे पक्ष की ओर से गैर जरूरी दखल का हवाला देकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित कर दिया था. उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए थे.फीफा की ओर से एक बयान में कहा गया था कि निलंबन तभी हटेगा, जब एआईएफएफ कार्यकारी समिति की जगह प्रशासकों की समिति के गठन का फैसला वापस लिया जाएगा और एआईएफएफ प्रशासन को महासंघ के रोजमर्रा के काम का पूरा नियंत्रण दिया जाएगा.
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अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने मंगलवार को फीफा (FIFA) से उस पर लगा प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया था. एआईएफएफ ने फुटबॉल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा की मांग के अनुरूप उच्चतम न्यायालय के प्रशासकों की समिति को हटाने के बाद यह कदम उठाया था. एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव सुनंदो धर ने फीफा महासचिव फातमा समौरा से एआईएफएफ को निलंबित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था.
धर ने अपने पत्र में कहा था कि बहुत खुशी के साथ हम आपको सूचित करते हैं कि भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय ने हमारे मामले की सुनवाई की और दिनांक 22 अगस्त 2022 के आदेश के माध्यम से सीओए को पूर्ण रूप से हटा दिया है और परिणामस्वरूप एआईएफएफ को अपने दैनिक कार्यों के संचालन का पूर्ण प्रभार मिल गया है. उन्होंने लिखा, उपरोक्त को देखते हुए हम फीफा और विशेष रूप से ब्यूरो से एआईएफएफ को निलंबित करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध करते हैं.
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पत्र में आगे कहा गया है, निलंबन हटाने के लिए आपके पत्र में निर्धारित शर्तें पूरी कर दी गई हैं इसलिए हम अनुरोध करते हैं कि इस संबंध में जल्द से जल्द आदेश दिया जाए जिससे कि एआईएफएफ भारत में फुटबॉल का सुचारू रूप से संचालन जारी रख पाए. बता दें, फीफा ने 15 अगस्त को एआईएफएफ को 'तीसरे पक्ष से अनुचित प्रभाव' के लिए निलंबित कर दिया था और कहा था कि अंडर-17 महिला विश्व कप वर्तमान में भारत में पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार आयोजित नहीं किया जा सकता है.