नई दिल्ली : उद्योग जगत ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र की प्रगति में निजी क्षेत्र की भूमिका को लेकर कही गयी बातों को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उद्योगों को उम्मीदों पर खरा उतरना होगा.
उद्योग जगत ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा भारत की वृद्धि, राष्ट्रीय प्रगति और दुनिया में देश की छवि बेहतर बनाने में निजी क्षेत्र की भूमिका को स्वीकार करना और उसकी सराहना करना उद्यमियों के लिये काफी महत्वपूर्ण और उत्साह बढ़ाने वाला है.
उद्योग मंडल फिक्की ने उम्मीद जतायी कि मोदी के बयान के बाद देश में उद्योग और उद्यमियों की भूमिका को लेकर आम सहमति के लिये एक नई परिचर्चा की शुरूआत होगी.
जाने माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा और सज्जन जिंदल ने भी प्रधानमंत्री की बातों को ‘समुदाय’ के लिये उत्साहजनक करार दिया जो देश में संपत्ति और रोजगार सृजित कर रहा है.
फिक्की के अध्यक्ष उदय शंकर ने एक बयान में कहा, 'ऐसे समय जब काविड-19 से प्रभावित भारतीय उद्योग उच्च वृद्धि के रास्ते पर लौटने का प्रयास कर रहा है, प्रधानमंत्री द्वारा निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण को भूमिका को स्वीकार करना उद्यमियों और कारोबारी समुदाय के लिये काफी उत्साहजनक है.'
प्रधानमंत्री ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र जरूरी है लेकिन साथ ही निजी क्षेत्र की भूमिका भी महत्वपूर्ण है.
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शंकर ने कहा, 'निजी क्षेत्र को लेकर उन्होंने जो भरोसा जताया है, हम उसके आभारी हैं. यह राष्ट्र निर्माण में उद्योग की भूमिका को लेकर प्रधानमंत्री के दृष्टकोण को अभिव्यक्त करता है लेकिन साथ ही यह कारोबारी समुदाय पर भी बड़ी जिम्मेदारी डालता है कि वह राष्ट्र हित को हर चीज से ऊपर रखे.'