ETV Bharat / bharat

फर्मेन्टेड राइस पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करता है: शोध

author img

By

Published : Oct 29, 2021, 8:01 PM IST

मानव इतिहास में आज के लोग खान-पान, आदतों और अपने पूरे जीवनचक्र में बदलाव के कारण तरह-तरह की नई बीमारियों का सामना कर रहे हैं. विभिन्न रोग जैसे पेप्टिक अल्सर, पेट का अल्सर, महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी विकार और साइस्टिक फाइब्रोसिस वर्तमान में काफी बढ़ गये हैं. स्टैनली अस्पताल के डॉक्टरों के शोध से यह बात सामने आयी है कि फर्मेन्टेड राइस (Fermented Rice) जो पहले हमारे पूर्वज दवा के रूप में इस्तेमाल करते थे, पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करता है.

फर्मेन्टेड राइस पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करता है: शोध
फर्मेन्टेड राइस पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करता है: शोध

चेन्नई : मानव इतिहास में आज के लोग खान-पान, आदतों और अपने पूरे जीवनचक्र में बदलाव के कारण तरह-तरह की नई बीमारियों का सामना कर रहे हैं. विभिन्न रोग जैसे पेप्टिक अल्सर, पेट का अल्सर, महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी विकार और साइस्टिक फाइब्रोसिस वर्तमान में काफी बढ़ गये हैं. स्टैनली अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि इस स्थिति में फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार -बासी भात) जो पहले हमारे पूर्वज दवा के रूप में इस्तेमाल करते थे, पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करेगा. डॉक्टरों के इस दावे ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है क्योंकि फर्मेन्टेड राइस जो प्राचीन काल से तमिलों का पारंपरिक आहारों में से एक रहा है, वह आधुनिक समय में फास्ट फूड द्वारा दरकिनार कर दिया गया है.

फर्मेन्टेड राइस पर अनुसंधान

स्टेनली अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के 20 से अधिक डॉक्टर मार्च 2020 से चावल के पानी और इसके लाभों पर यह शोध कर रहे हैं. इस परिदृश्य में शोध दल की अध्यक्षता करने वाले गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. जशवंत ने इस संबंध में शोध और अध्ययन पर एक विशेष साक्षात्कार दिया. अपने साक्षात्कार में उन्होने कहा कि वर्तमान में शरीर गैस, कब्ज, रक्तस्राव और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है. यह रोग अब 40 साल पहले की तुलना में बड़े पैमाने पर फैल गया है. इनमें से 100 से अधिक मरीज रोजाना सरकारी स्टेनली अस्पताल आते हैं. इन मरीजों में कोलन एलर्जी, छोटी आंत की एलर्जी, मुंह के छाले और पेप्टिक अल्सर के मरीज होते हैं.

फर्मेन्टेड राइस पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करता है: शोध

लोगों से मिला आइडिया

उन्होंने कहा कि जब मैंने इन मरीजों से पूछा कि उन्होंने अपने खाने की आदतों में क्या बदलाव किया है, तो उन्होंने जवाब दिया, 'हम फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) चावल खाते थे. लेकिन अब हमने खाना छोड़ दिया है. इस तरह उनके जवाब मिलने के बाद हमें उपचार का यह विचार मिला और हमने रोगियों को फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) की सिफारिश करना शुरू कर दिया और अध्ययन शुरू किया.' जिन मरीजो ने फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) का इस्तेमाल किया उन मरीजों में इस तरह की बीमारियां कम पायी गयी. पिछले आठ वर्षों में फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाने के बाद दवाएं और शल्य चिकित्सा से खत्म ना होने वाले आंतों की समस्याएं कम होने लगी हैं.

ये भी पढ़े- कर्नाटक: कारवार के मछुआरों को 700 किमी दूर मिली मौसम संबंधी मशीन

हम पिछले 20 सालों से अधिक समय से वैज्ञानिक रूप से यह साबित करने की योजना बना रहे हैं कि प्राचीन आहार कई बीमारियों का इलाज है. पिछले मार्च में हमने इसपर काम शुरू किया है. इस फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) अनुसंधान के लिए सरकार से दो करोड़ सात लाख रुपये मिला है.

आंत की रक्षा करने वाले विटामिन

उन्होंने आगे कहा कि मानव शरीर में लगभग 80% विषाक्त पदार्थ सामान्य रूप से आंतों से गुजरते हैं. अगर इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, तो जहर पोषक तत्वों में बदल जाता है और शरीर को ताकत देता है. यदि यह एक खराब जीवाणु है, तो यह आंत में एलर्जी पैदा कर सकता है और शरीर में विभिन्न बीमारियों को जन्म दे सकता है. 'विटामिन के और विटामिन बी12 आंत की रक्षा करते हैं, और ये पाचन को बढ़ाते हैं और शरीर को बड़ी ऊर्जा देते हैं. वर्तमान में प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, एंटीबायोटिक्स आदि शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को मारते हैं. इस प्रकार नष्ट हुए बैक्टीरिया को पुन: उत्पन्न होने में छह से नौ महीने लगते हैं. मानव शरीर में आहार के आधार पर यह अवधि कुछ वर्षों में आगे बढ़ सकती है.

मानव शरीर में आंत के लिए बैक्टीरिया का होना अनिवार्य है. आंत को मजबूत करने वाले अच्छे बैक्टीरिया फर्मेन्टेड पानी में बढ़ते हैं. विशेष रूप से प्राकृतिक रूप से उगाए गए उबले चावल, पुराने चावल, हाथ से पिसे हुए चावल पुराने चावल आदि, सामान्य चावल की तुलना में मानव शरीर के लिए लाभदायक हैं.

मधुमेह, मासिक धर्म, सिस्ट(cyst) की समस्याएं

यह पेट फूलने, बार-बार मल त्याग करने, कब्ज और रक्तस्राव के रोगियों के लिए 100 प्रतिशत प्रभावी है. अगर कोई व्यक्ति फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाता है और फिर भी उसे लगातार पेट और आंतों की समस्या रहती है, तो उसे कैंसर या कोई अन्य बीमारी हो सकती है. मधुमेह रोगियों के अनुसार, आंतों की एलर्जी शरीर में इंसुलिन की गतिविधि को कम कर देती है. वर्तमान में हम सभी प्रकार के चावल को भिगोने और इसे फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में हैं ताकि कैलोरी युक्त चावल का पता लगाया जा सके. साथ ही प्रसवोत्तर मासिक धर्म संबंधी विकार वाली महिलाओं के लिए फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाना ठीक है. साथ ही फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) के नियमित सेवन से अल्सर की समस्या को ठीक किया गया है.

ये भी पढ़े- नारी शक्ति को सलाम! खेतों में पुरुषों से दोगुनी मेहनत करती हैं महिलाएं

सहायक प्रोफेसर सतीश देवकुमार ने कहा कि 'हम वर्तमान में 22 लोगों पर परीक्षण कर रहे हैं. सभी ने कहा कि बेहतर परिणाम आए हैं. हम आंतों की एलर्जी वाले 50 लोगों और सामान्य स्थिति वाले 50 लोगों पर भी शोध कर रहे हैं. यह शोध प्रक्रिया दो मॉडलों में लेबोरेटोरी विधि के रूप में लागू किया जाएगा. इस प्रक्रिया में, हम इस बात पर जोर देते रहे हैं कि मरीज फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) चावल खाएं। हम प्रयोगशाला में इसे पाउडर में बदलने के लाभों और चावल के पानी को भी पाउडर में बदलने के लाभों पर भी शोध कर रहे हैं.इस अध्ययन में शामिल 20 से अधिक प्रशिक्षु प्रतिदिन अपने घरों में चावल भिगोने और फिर उसे विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में ले जाने की प्रक्रिया में शामिल हैं. शोध दल ने यह भी कहा कि आमतौर पर शाम को चावल भिगोकर खाना बेहतर होता है, लोगों को चावल का पानी पीने या फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाने के बाद इडली, डोसा नहीं खाना चाहिए.

चेन्नई : मानव इतिहास में आज के लोग खान-पान, आदतों और अपने पूरे जीवनचक्र में बदलाव के कारण तरह-तरह की नई बीमारियों का सामना कर रहे हैं. विभिन्न रोग जैसे पेप्टिक अल्सर, पेट का अल्सर, महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी विकार और साइस्टिक फाइब्रोसिस वर्तमान में काफी बढ़ गये हैं. स्टैनली अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि इस स्थिति में फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार -बासी भात) जो पहले हमारे पूर्वज दवा के रूप में इस्तेमाल करते थे, पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करेगा. डॉक्टरों के इस दावे ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है क्योंकि फर्मेन्टेड राइस जो प्राचीन काल से तमिलों का पारंपरिक आहारों में से एक रहा है, वह आधुनिक समय में फास्ट फूड द्वारा दरकिनार कर दिया गया है.

फर्मेन्टेड राइस पर अनुसंधान

स्टेनली अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के 20 से अधिक डॉक्टर मार्च 2020 से चावल के पानी और इसके लाभों पर यह शोध कर रहे हैं. इस परिदृश्य में शोध दल की अध्यक्षता करने वाले गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. जशवंत ने इस संबंध में शोध और अध्ययन पर एक विशेष साक्षात्कार दिया. अपने साक्षात्कार में उन्होने कहा कि वर्तमान में शरीर गैस, कब्ज, रक्तस्राव और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है. यह रोग अब 40 साल पहले की तुलना में बड़े पैमाने पर फैल गया है. इनमें से 100 से अधिक मरीज रोजाना सरकारी स्टेनली अस्पताल आते हैं. इन मरीजों में कोलन एलर्जी, छोटी आंत की एलर्जी, मुंह के छाले और पेप्टिक अल्सर के मरीज होते हैं.

फर्मेन्टेड राइस पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में मदद करता है: शोध

लोगों से मिला आइडिया

उन्होंने कहा कि जब मैंने इन मरीजों से पूछा कि उन्होंने अपने खाने की आदतों में क्या बदलाव किया है, तो उन्होंने जवाब दिया, 'हम फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) चावल खाते थे. लेकिन अब हमने खाना छोड़ दिया है. इस तरह उनके जवाब मिलने के बाद हमें उपचार का यह विचार मिला और हमने रोगियों को फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) की सिफारिश करना शुरू कर दिया और अध्ययन शुरू किया.' जिन मरीजो ने फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) का इस्तेमाल किया उन मरीजों में इस तरह की बीमारियां कम पायी गयी. पिछले आठ वर्षों में फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाने के बाद दवाएं और शल्य चिकित्सा से खत्म ना होने वाले आंतों की समस्याएं कम होने लगी हैं.

ये भी पढ़े- कर्नाटक: कारवार के मछुआरों को 700 किमी दूर मिली मौसम संबंधी मशीन

हम पिछले 20 सालों से अधिक समय से वैज्ञानिक रूप से यह साबित करने की योजना बना रहे हैं कि प्राचीन आहार कई बीमारियों का इलाज है. पिछले मार्च में हमने इसपर काम शुरू किया है. इस फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) अनुसंधान के लिए सरकार से दो करोड़ सात लाख रुपये मिला है.

आंत की रक्षा करने वाले विटामिन

उन्होंने आगे कहा कि मानव शरीर में लगभग 80% विषाक्त पदार्थ सामान्य रूप से आंतों से गुजरते हैं. अगर इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, तो जहर पोषक तत्वों में बदल जाता है और शरीर को ताकत देता है. यदि यह एक खराब जीवाणु है, तो यह आंत में एलर्जी पैदा कर सकता है और शरीर में विभिन्न बीमारियों को जन्म दे सकता है. 'विटामिन के और विटामिन बी12 आंत की रक्षा करते हैं, और ये पाचन को बढ़ाते हैं और शरीर को बड़ी ऊर्जा देते हैं. वर्तमान में प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, एंटीबायोटिक्स आदि शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को मारते हैं. इस प्रकार नष्ट हुए बैक्टीरिया को पुन: उत्पन्न होने में छह से नौ महीने लगते हैं. मानव शरीर में आहार के आधार पर यह अवधि कुछ वर्षों में आगे बढ़ सकती है.

मानव शरीर में आंत के लिए बैक्टीरिया का होना अनिवार्य है. आंत को मजबूत करने वाले अच्छे बैक्टीरिया फर्मेन्टेड पानी में बढ़ते हैं. विशेष रूप से प्राकृतिक रूप से उगाए गए उबले चावल, पुराने चावल, हाथ से पिसे हुए चावल पुराने चावल आदि, सामान्य चावल की तुलना में मानव शरीर के लिए लाभदायक हैं.

मधुमेह, मासिक धर्म, सिस्ट(cyst) की समस्याएं

यह पेट फूलने, बार-बार मल त्याग करने, कब्ज और रक्तस्राव के रोगियों के लिए 100 प्रतिशत प्रभावी है. अगर कोई व्यक्ति फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाता है और फिर भी उसे लगातार पेट और आंतों की समस्या रहती है, तो उसे कैंसर या कोई अन्य बीमारी हो सकती है. मधुमेह रोगियों के अनुसार, आंतों की एलर्जी शरीर में इंसुलिन की गतिविधि को कम कर देती है. वर्तमान में हम सभी प्रकार के चावल को भिगोने और इसे फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में हैं ताकि कैलोरी युक्त चावल का पता लगाया जा सके. साथ ही प्रसवोत्तर मासिक धर्म संबंधी विकार वाली महिलाओं के लिए फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाना ठीक है. साथ ही फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) के नियमित सेवन से अल्सर की समस्या को ठीक किया गया है.

ये भी पढ़े- नारी शक्ति को सलाम! खेतों में पुरुषों से दोगुनी मेहनत करती हैं महिलाएं

सहायक प्रोफेसर सतीश देवकुमार ने कहा कि 'हम वर्तमान में 22 लोगों पर परीक्षण कर रहे हैं. सभी ने कहा कि बेहतर परिणाम आए हैं. हम आंतों की एलर्जी वाले 50 लोगों और सामान्य स्थिति वाले 50 लोगों पर भी शोध कर रहे हैं. यह शोध प्रक्रिया दो मॉडलों में लेबोरेटोरी विधि के रूप में लागू किया जाएगा. इस प्रक्रिया में, हम इस बात पर जोर देते रहे हैं कि मरीज फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) चावल खाएं। हम प्रयोगशाला में इसे पाउडर में बदलने के लाभों और चावल के पानी को भी पाउडर में बदलने के लाभों पर भी शोध कर रहे हैं.इस अध्ययन में शामिल 20 से अधिक प्रशिक्षु प्रतिदिन अपने घरों में चावल भिगोने और फिर उसे विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में ले जाने की प्रक्रिया में शामिल हैं. शोध दल ने यह भी कहा कि आमतौर पर शाम को चावल भिगोकर खाना बेहतर होता है, लोगों को चावल का पानी पीने या फर्मेन्टेड राइस (विशेष रूप से तैयार चावल का आहार) खाने के बाद इडली, डोसा नहीं खाना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.