अमरावती (आंध्र प्रदेश) : आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. यहां पर एक पिता को लाचारी में अपने बेटे का शव बाइक पर लेकर जाना पड़ा क्योंकि उसे अपने बेटे का शव ले जाने के लिए गाड़ी नहीं मिली.घटना के बारे में बताया जाता है कि नेल्लोर जिले के कनिगिरी जलाशय की मुख्य नहर में बुधवार को दो बच्चे श्रीराम (8) और ईश्वर (10) डूब गए थे. ग्रामीणों के द्वारा ईश्वर के शव को नहर निकालकर घर ले जाया गया था जबकि श्रीराम को पानी से निकालने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था. इस पर स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने जांच के बाद श्रीराम को मृत घोषित कर दिया था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
इसके बाद मृत बालक श्रीराम के परिजनों ने 108 वाहन के ड्राइवर से शव को ले जाने का अनुरोध किया लेकिन उसने इनकार कर दिया. साथ ही वाहन नहीं उपलब्ध होने की बात कही. वहीं शव को घर ले जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाने पर मजबूरी में मृतक के पिता को बाइक से बेटे के शव को लेकर जाना पड़ा.
इससे पहले तिरुपति में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. इसमें एक व्यक्ति अपने 10 वर्षीय बेटे का शव 90 किलोमीटर तक बाइक पर लेकर जाने को मजबूर हुआ (man forced to carry dead son on bike) था. दरअसल तिरुपति के एक सरकारी अस्पताल में एंबुलेंस चालक ने उनसे ज्यादा पैसे मांगे थे. मजबूरी में वह बाइक पर ही बेटे का शव लेकर चल पड़े. बाइक चलाकर वह तिरुपति से लगभग 90 किलोमीटर दूर अन्नामय्या जिले के चितवेल शव ले गए.
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