नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. पिता और पुत्री ने एक साथ फाइटर प्लेन को उड़ाया. फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा ने अपने पिता एयर कमोडोर संजय शर्मा के साथ हॉक-132 एयरक्राफ्ट को उड़ाया. वह भारत की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं, जिन्होंने अपने पिता के साथ फाइटर प्लेन उडाया.
यह उड़ान 30 मई को भरा गया था. इंडियन एयरफोर्स ने बताया कि कर्नाटक के बीदर में हॉक-132 एयरक्राफ्ट से दोनों ने उड़ान भरी थी. अब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
-
#fatherdaughter duo created #history on 30 May 2022
— PRO Defence Gujarat (@DefencePRO_Guj) July 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Flew in same formation of Hawk-132 ✈ at #AirForce Stn Bidar, where Flying Officer Ananya Sharma is undergoing training before graduating 🎓
onto faster & more superior fighter aircraft of @IAF_MCC@TwitterIndia @AviationWeek pic.twitter.com/72LyWRZFpo
">#fatherdaughter duo created #history on 30 May 2022
— PRO Defence Gujarat (@DefencePRO_Guj) July 5, 2022
Flew in same formation of Hawk-132 ✈ at #AirForce Stn Bidar, where Flying Officer Ananya Sharma is undergoing training before graduating 🎓
onto faster & more superior fighter aircraft of @IAF_MCC@TwitterIndia @AviationWeek pic.twitter.com/72LyWRZFpo#fatherdaughter duo created #history on 30 May 2022
— PRO Defence Gujarat (@DefencePRO_Guj) July 5, 2022
Flew in same formation of Hawk-132 ✈ at #AirForce Stn Bidar, where Flying Officer Ananya Sharma is undergoing training before graduating 🎓
onto faster & more superior fighter aircraft of @IAF_MCC@TwitterIndia @AviationWeek pic.twitter.com/72LyWRZFpo
अनन्या 2016 से फाइटर पायलट हैं. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक पूरा किया. उसके बाद उन्होंने फाइटर प्लेन के लिए ट्रेनिंग ली. दिसंबर 2021 में फाइटर पायलट के रूप में उन्हें कमीशन दिया गया. उनके पिता संजय शर्मा को 1989 में फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था.
आपको बता दें कि भारत सरकार ने 2015 में भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने की मंजूरी प्रदान की थी. इससे पहले महिलाएं वायुसेना में हेलिकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाती रहीं हैं.
ये भी पढ़ें : कैप्टन अभिलाषा बराक बनीं इंडियन आर्मी की पहली महिला लड़ाकू पायलट