नई दिल्ली : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 20वां दिन है. दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. बता दें कि दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर सोमवार को करीब 32 किसान संगठनों के नेता केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में एक दिन के लिए भूख हड़ताल पर बैठे तथा देश के अन्य हिस्सों में कई किसानों ने इन कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए.
किसान आंदोलन के क्रम में हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कहा कि किसानों के साथ वार्ता की अगली तारीख तय करने के लिए सरकार उनसे संपर्क में है.
तोमर ने कहा, 'बैठक निश्चित रूप से होगी. हम किसानों के साथ संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी समय बातचीत के लिए तैयार है. किसान नेताओं को तय करके बताना है कि वे अगली बैठक के लिए कब तैयार हैं.
किसान संगठनों ने दावा किया कि देशभर में अनेक जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन भी आयोजित किए गए.
इस बीच, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देकर कहा था कि कृषि क्षेत्र जननी है और इसके खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं है.
किसान आंदोलन का आज 20वां दिन है और हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं.
ट्वीटर पर जंग
केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच ट्विटर पर बहस हो गई.
दरअसल सिंह ने रविवार को चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में सोमवार को उपवास रखने की घोषणा को ‘नाटक’ बताया था जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई.
बता दें कि केंद्र और किसान नेताओं के बीच अब तक हुई पांच दौर की वार्ताएं बेनतीजा रही.
बता दें कि किसान संगठनों ने दावा किया कि देशभर में अनेक जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन भी आयोजित किए गए.
भूख हड़ताल सोमवार सुबह आठ बजे शुरू हुई थी और शाम पांच बजे तक चली. किसानों का प्रदर्शन तीन हफ्ते से चल रहा है और किसान संघों का दावा है कि इस आंदोलन में अब और लोग शामिल हो सकते हैं.
यूनाइटेड फार्मर्स फ्रंट ने कहा कि नेताओं ने बीते 18 दिन में दिल्ली की सीमाओं पर कथित रूप से जान गंवाने वाले 20 प्रदर्शनकारियों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा।
इस दौरान आम आदमी पार्टी ने भी उपवास रखा.