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किसानों की चेतावनी- फिर बंद करेंगे चिल्ला बॉर्डर, 20 दिसंबर को देशभर में श्रद्धांजलि दिवस - farmers protest against farm laws

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प्रतीकात्मक तस्वीर
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Published : Dec 15, 2020, 7:44 AM IST

Updated : Dec 15, 2020, 10:37 PM IST

22:32 December 15

किसानों ने बुधवार को चिल्ला बॉर्डर फिर से बंद करने की दी धमकी

कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 20वें दिन भी जारी रहा. केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर अपना धरना दे रहे हैं. ऐसे में हाल ही में खुले चिल्ला बॉर्डर को किसानों ने फिर से बंद करने की चेतावनी दी है. सिंघु बॉर्डर पर हुई प्रेस वार्ता में किसान नेताओं ने दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर को बुधवार को पूरी तरह से बंद करने की धमकी दी है.

शनिवार को खुला बॉर्डर

दरअसल शनिवार को नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के तेवर अचानक बदल गए थे. किसानों के एक गुट ने कहा था कि कृषि मंत्री और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद ये कदम उठाया गया. जिसके बाद चिल्ला बॉर्डर को आम नागरिकों के लिए खोला गया था.

आम लोगों को होगी परेशानी

किसानों ने फिर बॉर्डर को बंद करने की धमकी दी है. जिससे नोएडा निवासियों के लिए खासा परेशानी खड़ी हो सकती है. हजारों लोग दिल्ली-नोएडा सफर करते हैं. यदि चिल्ला बॉर्डर फिर से बंद होता है तो दिल्ली नोएडा सफर करने वालों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है.

20:49 December 15

20 दिसंबर को श्रद्धांजलि दिवस मनाएंगे किसान

मीडिया से बात करते हुए प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने बताया कि दिल्ली-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले लगभग 20 किसानों की याद में देशभर के किसान 20 दिसंबर को श्रद्धांजलि दिवस मनाएंगे.

20:08 December 15

किसानों ने समझे कानून के फायदे, लोगों को करेंगे जागरूक : कृषि मंत्री

नरेंद्र तोमर का बयान

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार वास्तविक किसान संगठनों के साथ बातचीत जारी रखने की पक्षधर है. उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) एक प्रशासनिक निर्णय है और यह जस-का-तस बना रहेगा.

मंगलवार को कृषि कानूनों के पक्ष में समर्थन जुटा रही केंद्र सरकार को आज एक और किसान संगठन का साथ मिला. भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश की इकाई ने आज दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. इस बैठक के दौरान किसान नेताओं ने कृषि सुधार कानूनों पर नरेंद्र सिंह तोमर के साथ लंबी चर्चा की जिसके बाद उन्होंने इन कानूनों को समर्थन देने का निर्णय लिया.

केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ हुई बैठक में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेता मौजूद थे. प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों ने कहा है कि वह जिला स्तर पर कृषि सुधार कानून के बारे में किसानों को जागरूक करने की मुहिम भी चलाएंगे.

केंद्रीय कृषि मंत्री ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में एक बार फिर दोहराया कि तीन कृषि सुधार कानून में जो प्रावधान किये गए हैं उनकी मांग लंबे समय से थी। आज जो किसान नेता आये उनके मन में भी कृषि कानूनों को लेकर बहुत सारी आशंकाएं थी लेकिन बातचीत के दौरान जब उनकी आशंकाओं को दूर किया गया तो उन्होंने इस बात को समझा कि ये कानून उनके हित में है, और इसलिए उन्होंने इसके समर्थन में काम करने की बात कही है.

20:05 December 15

कर्नाटक से किसानों को समर्थन

कर्नाटक के किसानों ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानोंके समर्थन में उतर आए हैं. राज्य गन्ना किसानों के अध्यक्ष कुरुबुर शांतकुमार ने कहा कि हम कल से बंगलुरु में धरना करेंगे.

17:55 December 15

किसान यूनियन की तोमर से मुलाकात

कृषि मंत्री से मिले किसान नेता

किसान आंदोलन के 20वें दिन भारतीय किसान यूनियन (किसान) के सदस्यों ने मंगलवार को कृषि भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की.

मूर्ख बनाने की कोशिश में सरकार !

हालांकि, किसानों के दूसरे धड़े अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) ने केंद्र सरकार के मंत्रियों से विभिन्न किसान यूनियनों की हुई बातचीत को भ्रम फैलाने वाली करार दिया है. किसानों के निकाय ने केंद्रीय मंत्रियों की ओर से बातचीत और फोटो साझा किए जाने को किसानों की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए एक भ्रामक रणनीति करार दिया. 

एआईकेएससीसी ने दावा किया कि किसान यूनियनों की बैठक और केंद्रीय प्रतिनिधियों से बात करने से संघर्षरत किसानों का प्रतिनिधित्व नहीं होता. किसान निकाय ने आरोप लगाया कि वास्तव में, उन यूनियनों के संदर्भ में सरकार 'लॉबिस्टों और निहित स्वार्थों' से लोगों को मूर्ख बनाने के लिए समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही है.

17:51 December 15

किसानों का आरोप- बदनाम करने का प्रयास कर रही सरकार

किसान नेताओं की प्रेस वार्ता

किसानों ने आंदोलन के 20वें दिन सिंघु बॉर्डर पर प्रेस वार्ता की. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.

सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में किसान नेताओं ने कहा कि लड़ाई ऐसे दौर में पहुंच गयी है, जहां हम जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को देश के 350 जिलों में हमारा प्रदर्शन सफल रहा, किसानों ने 150 टोल प्लाजा को 'मुक्त' कराया.

किसान नेताओं ने कहा कि अब तक विरोध प्रदर्शन के दौरान करीब 20 किसान 'शहीद' हो गए. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन शुरू होने के बाद से हर दिन औसतन एक किसान की मौत हुई है.

वार्ता करने के सरकार के प्रस्ताव पर किसान नेताओं ने कहा कि हम वार्ता से नहीं भाग रहे, लेकिन सरकार को हमारी मांगों पर ध्यान देना होगा और ठोस प्रस्ताव के साथ आना होगा.

किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि सरकार कह रही है कि वह इन कानूनों को निरस्त नहीं करेगी, हम कह रहे हैं कि हम आपसे ऐसा करवाएंगे.

15:36 December 15

हरियाणा में एक और किसान की हार्ट अटैक के कारण मौत

हरियाणा में एक और किसान की हार्ट अटैक के कारण मौत

बीते 20 दिनों से जारी किसान आंदोलन के बीच हार्ट अटैक के कारण एक और किसान की मौत होने की खबर सामने आई है. मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे एक और किसान की मौत हो गई. खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है. मृतक किसान 6 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर किसानों के धरने में पहुंचा था.

सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई है. वहीं हादसे की सूचना मिलने के बाद कुंडली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है और जांच शुरू कर दी है.

13:27 December 15

किसानों के समर्थन में सिंघु बॉर्डर पहुंचे पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह

सिंघु बॉर्डर पहुंचे पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह
सिंघु बॉर्डर पहुंचे पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में पूर्व सैनिक सिंघु बॉर्डर पहुंचे. पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह ने बताया कि मैं 5 साल पहले भारतीय सेना से​ रिटायर हुआ. हम खुद किसान-मज़दूर के बेटे हैं, हम यहां एक फौजी के तौर पर नहीं आए.

13:25 December 15

सरकार चाहती है मंडी भी रहे : गिरिराज सिंह

सरकार चाहती है मंडी भी रहे

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ये किसानों को मंडी की राजनीति के तहत ही रहने देना चाहते हैं. सरकार चाहती है मंडी भी रहे लेकिन किसान देश में जहां चाहे वहां फसल बेचे. इससे किसानों को कोई दिक्कत नहीं है. दिक्कत अमरिंदर सिंह, कांग्रेस, अकाली को हो रही है, जिनका मंडी पर वर्चस्व है. 

11:58 December 15

कृषि मंत्री भी किसान हैं- राकेश टिकैत

कृषि मंत्री भी किसान हैं

गाजीपुर सीमा पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी किसान हैं. उसकी कृषि उपज किस दर पर बेची गई, क्या उसे एमएसपी पर बेचा गया? क्या उसे नुकसान हुआ या लाभ हुआ?  सरकार को गांवों का दौरा करना चाहिए और बैठकें करनी चाहिए. 

11:57 December 15

जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी

किसानों का प्रदर्शन जारी
किसानों का प्रदर्शन जारी

जयसिंहपुर खेड़ा (राजस्थान-हरियाणा) बॉर्डर पर कृषि कानूनों को खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.

11:51 December 15

धरने पर बैठे किसानों से हमें कोई शिकायत नहीं- मुख्तार अब्बास नकवी

मुख्तार अब्बास नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि धरने पर बैठे किसानों से हमें कोई शिकायत नहीं है, वे सीधे-सादे लोग हैं. उन्हें भड़काया गया. वे आज खुद महसूस कर रहे हैं कि जिन मुद्दों को लेकर हमें यहां बैठाया गया उस मुद्दे का तो सरकार ने समाधान कर दिया और कहा कि हम आपके साथ हैं. 

07:33 December 15

किसान आंदोलन लाइव अपडेट-

नई दिल्ली : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 20वां दिन है. दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. बता दें कि  दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर सोमवार को करीब 32 किसान संगठनों के नेता केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में एक दिन के लिए भूख हड़ताल पर बैठे तथा देश के अन्य हिस्सों में कई किसानों ने इन कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए.

किसान आंदोलन  के क्रम में हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कहा कि किसानों के साथ वार्ता की अगली तारीख तय करने के लिए सरकार उनसे संपर्क में है.

तोमर ने  कहा, 'बैठक निश्चित रूप से होगी. हम किसानों के साथ संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी समय बातचीत के लिए तैयार है. किसान नेताओं को तय करके बताना है कि वे अगली बैठक के लिए कब तैयार हैं.

किसान संगठनों ने दावा किया कि देशभर में अनेक जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन भी आयोजित किए गए.

इस बीच, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देकर कहा था कि कृषि क्षेत्र जननी है और इसके खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं है.

किसान आंदोलन का आज 20वां दिन है और हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं.

ट्वीटर पर जंग

केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच ट्विटर पर बहस हो गई.

दरअसल सिंह ने रविवार को चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में सोमवार को उपवास रखने की घोषणा को ‘नाटक’ बताया था जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई.

बता दें कि केंद्र और किसान नेताओं के बीच अब तक हुई पांच दौर की वार्ताएं बेनतीजा रही.

बता दें कि किसान संगठनों ने दावा किया कि देशभर में अनेक जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन भी आयोजित किए गए.

भूख हड़ताल सोमवार सुबह आठ बजे शुरू हुई थी और शाम पांच बजे तक चली. किसानों का प्रदर्शन तीन हफ्ते से चल रहा है और किसान संघों का दावा है कि इस आंदोलन में अब और लोग शामिल हो सकते हैं.

यूनाइटेड फार्मर्स फ्रंट ने कहा कि नेताओं ने बीते 18 दिन में दिल्ली की सीमाओं पर कथित रूप से जान गंवाने वाले 20 प्रदर्शनकारियों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा।

इस दौरान आम आदमी पार्टी ने भी उपवास रखा.

22:32 December 15

किसानों ने बुधवार को चिल्ला बॉर्डर फिर से बंद करने की दी धमकी

कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 20वें दिन भी जारी रहा. केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर अपना धरना दे रहे हैं. ऐसे में हाल ही में खुले चिल्ला बॉर्डर को किसानों ने फिर से बंद करने की चेतावनी दी है. सिंघु बॉर्डर पर हुई प्रेस वार्ता में किसान नेताओं ने दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर को बुधवार को पूरी तरह से बंद करने की धमकी दी है.

शनिवार को खुला बॉर्डर

दरअसल शनिवार को नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के तेवर अचानक बदल गए थे. किसानों के एक गुट ने कहा था कि कृषि मंत्री और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद ये कदम उठाया गया. जिसके बाद चिल्ला बॉर्डर को आम नागरिकों के लिए खोला गया था.

आम लोगों को होगी परेशानी

किसानों ने फिर बॉर्डर को बंद करने की धमकी दी है. जिससे नोएडा निवासियों के लिए खासा परेशानी खड़ी हो सकती है. हजारों लोग दिल्ली-नोएडा सफर करते हैं. यदि चिल्ला बॉर्डर फिर से बंद होता है तो दिल्ली नोएडा सफर करने वालों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है.

20:49 December 15

20 दिसंबर को श्रद्धांजलि दिवस मनाएंगे किसान

मीडिया से बात करते हुए प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने बताया कि दिल्ली-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले लगभग 20 किसानों की याद में देशभर के किसान 20 दिसंबर को श्रद्धांजलि दिवस मनाएंगे.

20:08 December 15

किसानों ने समझे कानून के फायदे, लोगों को करेंगे जागरूक : कृषि मंत्री

नरेंद्र तोमर का बयान

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार वास्तविक किसान संगठनों के साथ बातचीत जारी रखने की पक्षधर है. उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) एक प्रशासनिक निर्णय है और यह जस-का-तस बना रहेगा.

मंगलवार को कृषि कानूनों के पक्ष में समर्थन जुटा रही केंद्र सरकार को आज एक और किसान संगठन का साथ मिला. भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश की इकाई ने आज दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. इस बैठक के दौरान किसान नेताओं ने कृषि सुधार कानूनों पर नरेंद्र सिंह तोमर के साथ लंबी चर्चा की जिसके बाद उन्होंने इन कानूनों को समर्थन देने का निर्णय लिया.

केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ हुई बैठक में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेता मौजूद थे. प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों ने कहा है कि वह जिला स्तर पर कृषि सुधार कानून के बारे में किसानों को जागरूक करने की मुहिम भी चलाएंगे.

केंद्रीय कृषि मंत्री ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में एक बार फिर दोहराया कि तीन कृषि सुधार कानून में जो प्रावधान किये गए हैं उनकी मांग लंबे समय से थी। आज जो किसान नेता आये उनके मन में भी कृषि कानूनों को लेकर बहुत सारी आशंकाएं थी लेकिन बातचीत के दौरान जब उनकी आशंकाओं को दूर किया गया तो उन्होंने इस बात को समझा कि ये कानून उनके हित में है, और इसलिए उन्होंने इसके समर्थन में काम करने की बात कही है.

20:05 December 15

कर्नाटक से किसानों को समर्थन

कर्नाटक के किसानों ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानोंके समर्थन में उतर आए हैं. राज्य गन्ना किसानों के अध्यक्ष कुरुबुर शांतकुमार ने कहा कि हम कल से बंगलुरु में धरना करेंगे.

17:55 December 15

किसान यूनियन की तोमर से मुलाकात

कृषि मंत्री से मिले किसान नेता

किसान आंदोलन के 20वें दिन भारतीय किसान यूनियन (किसान) के सदस्यों ने मंगलवार को कृषि भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की.

मूर्ख बनाने की कोशिश में सरकार !

हालांकि, किसानों के दूसरे धड़े अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) ने केंद्र सरकार के मंत्रियों से विभिन्न किसान यूनियनों की हुई बातचीत को भ्रम फैलाने वाली करार दिया है. किसानों के निकाय ने केंद्रीय मंत्रियों की ओर से बातचीत और फोटो साझा किए जाने को किसानों की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए एक भ्रामक रणनीति करार दिया. 

एआईकेएससीसी ने दावा किया कि किसान यूनियनों की बैठक और केंद्रीय प्रतिनिधियों से बात करने से संघर्षरत किसानों का प्रतिनिधित्व नहीं होता. किसान निकाय ने आरोप लगाया कि वास्तव में, उन यूनियनों के संदर्भ में सरकार 'लॉबिस्टों और निहित स्वार्थों' से लोगों को मूर्ख बनाने के लिए समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही है.

17:51 December 15

किसानों का आरोप- बदनाम करने का प्रयास कर रही सरकार

किसान नेताओं की प्रेस वार्ता

किसानों ने आंदोलन के 20वें दिन सिंघु बॉर्डर पर प्रेस वार्ता की. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.

सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में किसान नेताओं ने कहा कि लड़ाई ऐसे दौर में पहुंच गयी है, जहां हम जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को देश के 350 जिलों में हमारा प्रदर्शन सफल रहा, किसानों ने 150 टोल प्लाजा को 'मुक्त' कराया.

किसान नेताओं ने कहा कि अब तक विरोध प्रदर्शन के दौरान करीब 20 किसान 'शहीद' हो गए. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन शुरू होने के बाद से हर दिन औसतन एक किसान की मौत हुई है.

वार्ता करने के सरकार के प्रस्ताव पर किसान नेताओं ने कहा कि हम वार्ता से नहीं भाग रहे, लेकिन सरकार को हमारी मांगों पर ध्यान देना होगा और ठोस प्रस्ताव के साथ आना होगा.

किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि सरकार कह रही है कि वह इन कानूनों को निरस्त नहीं करेगी, हम कह रहे हैं कि हम आपसे ऐसा करवाएंगे.

15:36 December 15

हरियाणा में एक और किसान की हार्ट अटैक के कारण मौत

हरियाणा में एक और किसान की हार्ट अटैक के कारण मौत

बीते 20 दिनों से जारी किसान आंदोलन के बीच हार्ट अटैक के कारण एक और किसान की मौत होने की खबर सामने आई है. मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे एक और किसान की मौत हो गई. खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है. मृतक किसान 6 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर किसानों के धरने में पहुंचा था.

सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई है. वहीं हादसे की सूचना मिलने के बाद कुंडली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है और जांच शुरू कर दी है.

13:27 December 15

किसानों के समर्थन में सिंघु बॉर्डर पहुंचे पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह

सिंघु बॉर्डर पहुंचे पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह
सिंघु बॉर्डर पहुंचे पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में पूर्व सैनिक सिंघु बॉर्डर पहुंचे. पूर्व सैनिक कमलदीप सिंह ने बताया कि मैं 5 साल पहले भारतीय सेना से​ रिटायर हुआ. हम खुद किसान-मज़दूर के बेटे हैं, हम यहां एक फौजी के तौर पर नहीं आए.

13:25 December 15

सरकार चाहती है मंडी भी रहे : गिरिराज सिंह

सरकार चाहती है मंडी भी रहे

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ये किसानों को मंडी की राजनीति के तहत ही रहने देना चाहते हैं. सरकार चाहती है मंडी भी रहे लेकिन किसान देश में जहां चाहे वहां फसल बेचे. इससे किसानों को कोई दिक्कत नहीं है. दिक्कत अमरिंदर सिंह, कांग्रेस, अकाली को हो रही है, जिनका मंडी पर वर्चस्व है. 

11:58 December 15

कृषि मंत्री भी किसान हैं- राकेश टिकैत

कृषि मंत्री भी किसान हैं

गाजीपुर सीमा पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी किसान हैं. उसकी कृषि उपज किस दर पर बेची गई, क्या उसे एमएसपी पर बेचा गया? क्या उसे नुकसान हुआ या लाभ हुआ?  सरकार को गांवों का दौरा करना चाहिए और बैठकें करनी चाहिए. 

11:57 December 15

जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी

किसानों का प्रदर्शन जारी
किसानों का प्रदर्शन जारी

जयसिंहपुर खेड़ा (राजस्थान-हरियाणा) बॉर्डर पर कृषि कानूनों को खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.

11:51 December 15

धरने पर बैठे किसानों से हमें कोई शिकायत नहीं- मुख्तार अब्बास नकवी

मुख्तार अब्बास नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि धरने पर बैठे किसानों से हमें कोई शिकायत नहीं है, वे सीधे-सादे लोग हैं. उन्हें भड़काया गया. वे आज खुद महसूस कर रहे हैं कि जिन मुद्दों को लेकर हमें यहां बैठाया गया उस मुद्दे का तो सरकार ने समाधान कर दिया और कहा कि हम आपके साथ हैं. 

07:33 December 15

किसान आंदोलन लाइव अपडेट-

नई दिल्ली : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 20वां दिन है. दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. बता दें कि  दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर सोमवार को करीब 32 किसान संगठनों के नेता केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में एक दिन के लिए भूख हड़ताल पर बैठे तथा देश के अन्य हिस्सों में कई किसानों ने इन कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए.

किसान आंदोलन  के क्रम में हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कहा कि किसानों के साथ वार्ता की अगली तारीख तय करने के लिए सरकार उनसे संपर्क में है.

तोमर ने  कहा, 'बैठक निश्चित रूप से होगी. हम किसानों के साथ संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी समय बातचीत के लिए तैयार है. किसान नेताओं को तय करके बताना है कि वे अगली बैठक के लिए कब तैयार हैं.

किसान संगठनों ने दावा किया कि देशभर में अनेक जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन भी आयोजित किए गए.

इस बीच, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देकर कहा था कि कृषि क्षेत्र जननी है और इसके खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं है.

किसान आंदोलन का आज 20वां दिन है और हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं.

ट्वीटर पर जंग

केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच ट्विटर पर बहस हो गई.

दरअसल सिंह ने रविवार को चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में सोमवार को उपवास रखने की घोषणा को ‘नाटक’ बताया था जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई.

बता दें कि केंद्र और किसान नेताओं के बीच अब तक हुई पांच दौर की वार्ताएं बेनतीजा रही.

बता दें कि किसान संगठनों ने दावा किया कि देशभर में अनेक जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन भी आयोजित किए गए.

भूख हड़ताल सोमवार सुबह आठ बजे शुरू हुई थी और शाम पांच बजे तक चली. किसानों का प्रदर्शन तीन हफ्ते से चल रहा है और किसान संघों का दावा है कि इस आंदोलन में अब और लोग शामिल हो सकते हैं.

यूनाइटेड फार्मर्स फ्रंट ने कहा कि नेताओं ने बीते 18 दिन में दिल्ली की सीमाओं पर कथित रूप से जान गंवाने वाले 20 प्रदर्शनकारियों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा।

इस दौरान आम आदमी पार्टी ने भी उपवास रखा.

Last Updated : Dec 15, 2020, 10:37 PM IST
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