ठाणे: किसान सभा के नेता अजीत नावले, पूर्व विधायक जे.पी. गावित के नेतृत्व में इसकी शुरुआत हुई. आज चौथे दिन भी हजारों की संख्या में मजदूर, किसान और आदिवासी मार्च में शामिल हुए हैं और ये लाल तूफान गर्मी और बारिश को झेलते हुए मुंबई की ओर बढ़ रहा है.
आपको बता दें कि 23 मार्च को अपनी मांगों को लेकर मुंबई के विधान भवन में सारे किसान जमा होंगे और इसका ठाणे और मुंबई शहर के ट्रैफिक पर बड़ा असर पड़ेगा. हजारों किसान अपने हाथ में लाल झंडा लिए ठाणे जिले के शाहपुर तालुका के पुराने कसारा घाट में घुस गए. इस समय पुराने कसारा घाट से यातायात को नए कसारा घाट मार्ग पर डायवर्ट कर दिया गया है. इस लॉन्ग मार्च में हजारों की संख्या में किसान, मजदूर, महिलाएं, बूढ़े और यहां तक कि बच्चे भी शामिल हैं.
नासिक मुंबई हाईवे पर विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर निर्माण किसानों का लॉन्ग मार्च ठाणे जिले के शाहपुर तालुका में पहले दिन रात रुकेगा और दूसरे दिन मुंबई लौटेगा. उसके बाद दो दिन भिवंडी तालुका में रहेंगे. पहला प्रवास पडघा क्षेत्र के कोशिंबी गांव में होगा और दूसरा दिन भिवंडी तालुका के सोनाले गांव में रहेगा. उसके बाद यह लॉन्ग मार्च ठाणे शहर में प्रवेश करेगा.
इस प्रयोजन के लिए, लॉन्ग मार्च के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए ठाणे ग्रामीण पुलिस की ओर से नासिक मुंबई राजमार्ग पर भारी सुरक्षा तैनात की गई है. कहा गया कि ट्रैफिक पुलिस की ओर से प्लानिंग कर ली गई है, ताकि ट्रैफिक प्रभावित न हो.