चंडीगढ़ : किसान आंदोलन अब लगातार अलग-अलग राज्यों में बढ़ता जा रहा है. इस क्रम में हरियाणा के करनाल में किसानों की महापंचायत बुलाई गई है, जिसपर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और हरियाणा के राज्य प्रभारी दुष्यंत गौतम ने ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका से बातचीत की.
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसान अब राजनीतिक एजेंडे पर आंदोलन कर रहे हैं. उनका आंदोलन पूरे देश के किसानों के लिए नहीं है, क्योंकि पूरे देश के किसान मोदी सरकार से खुश हैं. उनका कहना है कि किसान आंदोलन में किसान नहीं हैं.
किसानों पर गंभीर आरोप लगाते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि अब किसान जो मुट्ठी भर आंदोलन में रह गए हैं, वह जानबूझकर बीजेपी शासित राज्यों में ही आंदोलन कर रहे हैं, क्योंकि उनका एजेंडा किसानों के हित में नहीं बल्कि राजनीतिक हो चुका है.
हरियाणा राज्य के भाजपा प्रभारी ने कहा कि हरियाणा में हो रहा महापंचायत भी इसी का एक हिस्सा है. इस सवाल पर कि हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ उसे लेकर किसान काफी नाराज हैं और विपक्ष भी लगातार आरोप लगा रहा है, उनका कहना है कि किसान आंदोलन में अब किसान है ही नहीं और कानून व्यवस्था को सुचारू रखना किसी भी सरकार के लिए एक आवश्यक कदम होता है.
उन्होंने कहा कि किसान राजस्थान में आंदोलन क्यों नहीं कर रहे हैं? आखिर क्यों मात्र बीजेपी शासित प्रदेश में ही आंदोलन किया जा रहा है. आखिर किसानों के इस आंदोलन के पीछे एजेंडा क्या है
दुष्यंत गौतम ने कहा कि राजस्थान में जहां पर आंदोलन नहीं कर रहे, वहां कांग्रेस की सरकार है. वहां की भारतीय जनता पार्टी लोकल बॉडी में चुनाव जीतकर आई है.
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साथ उन्होंने यह भी कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत जहां खुद चुनाव लड़ चुके हैं. वहां पर भी भाजपा की जीत हुई है और उत्तर प्रदेश के लोकल बॉडी इलेकशन में भी भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई है, इसलिए वह चाहे पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को जितना भी प्रभावित करने की कोशिश करें. इस आंदोलन से उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.