हैदराबाद: बीआरएस नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. उन्होंने कहा कि उनका पूरा राजनीतिक जीवन संघर्षमय रहा. सीएम ने कहा कि अगर ईमानदारी से काम लिया जाए तो किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है. इसी को लेकर केसीआर ने शनिवार को तेलंगाना भवन में महाराष्ट्र के किसान संघों के नेताओं से मुलाकात की. इस मौके पर केसीआर की मौजूदगी में महाराष्ट्र के किसान नेता शरद जोशी, प्रणीत और अन्य लोग बीआरएस में शामिल हुए. उन्हें केसीआर बीआरएस का दुपट्टा पहनाकर पार्टी में बुलाया गया था. इस मौके पर केसीआर ने किसानों को संबोधित किया.
केसीआर ने याद दिलाया कि केंद्र सरकार ने किसानों के संघर्ष के चलते 3 कृषि कानूनों को रद्द किया. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की लड़ाई जायज है. यदि आप इसके बारे में सोचते हैं तो कुछ भी संभव है. उन्होंने कहा कि सीएम रहते हुए भी उन्होंने दिल्ली में किसानों के लिए लड़ाई लड़ी. केसीआर ने कहा कि रबी की खेती में तेलंगाना देश में शीर्ष पर है. उन्होंने कहा कि राज्य में यासंगी में 50 लाख एकड़ से अधिक धान की खेती हो रही है. तेलंगाना आने के बाद किसानों की आत्महत्या में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में तेलंगाना जैसी स्थिति होनी चाहिए. सीएम ने चिंता जताई कि प्रचुर संसाधन होने के बावजूद देश का विकास नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा, 'मैंने अपने 50 साल के राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. वह किसी भी समस्या से नहीं डरते थे. किसानों का संघर्ष जायज है. महाराष्ट्र के किसान नेताओं को जीतने के लिए अपने विचारों में ईमानदार होने की जरूरत है. आप सभी इस पर एक नजर डालें.' हमने तेलंगाना में कैसे विकास किया है. मुझे किसानों की समस्याओं की स्पष्ट समझ है. किसानों के संघर्ष के कारण, मैंने केंद्र में तीन सीटें जीतीं. कृषि अधिनियम निरस्त कर दिए गए.'