चंदीगढ़ : देश में किसान तीन नए कृषि कानूनों का जोरदार विरोध कर रहे हैं. इनमें से एक कानून कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को लेकर भी है. वहीं इसी बीच हरियाणा का एक किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए लाखों रुपये की कमाई कर रहा है.
हम बात कर रहे हैं परंपरागत खेती को छोड़कर आधुनिक खेती को अपनाने वाले पानीपत के गांव ओबरा खेड़ी के रहने वाले जसवीर सिंह मलिक की. मात्र 7वीं तक पढ़े जसवीर ने पढ़ाई में मन ना लगने के कारण अपनी चार एकड़ पुश्तैनी जमीन पर खेती करना ठीक समझा.
उन्होंने कृषि विज्ञान की नई तकनीक अपनाकर चार एकड़ जमीन पर सब्जियों की खेती करनी शुरू की और आज वो 45 एकड़ जमीन पर सब्जियां उगाते हैं. आज किसान जसवीर का सालाना टर्नओवर करीब 50 लाख रुपये का है.
कई कंपिनयों के साथ है कॉन्ट्रैक्ट
किसान जसवीर सिंह मलिक ने बताया कि उन्होंने अपनी फसल बेचने के लिए कई कंपनियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया हुआ है और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की बदौलत उनको अच्छी कमाई हो रही है. साथ ही वे अपने खेतों में केवल जैविक खाद का ही प्रयोग करते हैं.
जसवीर मलिक ने साथ ही सरकार की भी तारीफ की. उनका कहना है कि बागवानी विभाग की सहायता से ही आज वो एक कामयाब किसान हैं. वे अपने खेत में लगभग 15 तरह की सब्जियां उगाते हैं. फसल पकने से पहले ही उनकी सब्जियों के ऑर्डर बुक हो जाते हैं.
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सरकार से मिल चुके हैं कई पुरस्कार
जसवीर सिंह को अब तक जिला और राज्य स्तरीय सैकड़ों पुरस्कार भी मिल चुके हैं. वहीं 15 अगस्त और 26 जनवरी को प्रशासन द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया जाता है. वे दूसरे किसानों को भी यही सलाह देते हैं कि परंपरागत खेती छोड़कर नई तकनीक की तरफ रुख करें और अधिक मुनाफा कमाएं.
बहरहाल, आज जहां लोग खेती को घाटे का सौदा मान रहे हैं और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग जैसे कानूनों का विरोध कर रहे हैं. वहीं जसवीर सिंह जैसे किसान इसी कानून से मुनाफा कमाकर एक मिसाल पेश कर रहे हैं.