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हरियाणा में धर्म परिवर्तन: पीड़ित बोला- मुझे आतंकी बनाने की दी जा रही थी ट्रेनिंग, बचकर भागा

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Published : Sep 25, 2021, 1:40 AM IST

हरियाणा के फरीदाबाद में अवैध धर्मांतरण (Illegal Conversion In Faridabad) और उसके बाद आतंकवाद के खुलासे ने सभी को चौंका दिया. मामले में पीड़ित का कहना है कि मौलाना कलीम सिद्धकी ने उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया और फिर आतंकवाद की ट्रेनिंग देकर पाकिस्तान भेजने की कोशिश की.

हरियाणा में धर्म परिवर्तन
हरियाणा में धर्म परिवर्तन

फरीदाबाद : इस्लाम के नाम पर भोले भाले युवकों को बहला-फुसलाकर किस तरह से आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रही है, इसका खुलासा फरीदाबाद के सेक्टर-17 के रहने वाले गौरव उर्फ मोहम्मद ( पीड़ित अभी नाबालिग है इस लिए काल्पनिक नाम इस्तेमाल कर रहे हैं) ने किया है. युवक को पहले पैसे का लालच देकर उसका धर्म परिवर्तन करवाया गया और फिर बाद में हथियार चलाने और पाकिस्तान भेजने की ट्रेनिंग दी गई, इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता उत्तर प्रदेश की एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्धकी को बताया गया है.

अब इस मामले में फरीदाबाद में मौलाना कलीम सिद्धकी के खिलाफ पीड़ित की शिकायत पर छह मामले दर्ज किए गए हैं. मौलाना कलीम सिद्धकी को हाल ही में एटीएस (आतंकवादी रोधी दस्ता) ने गिरफ्तार किया है. मौलाना कलीम सिद्धकी का इस्लामिक विद्वानों में बड़ा नाम है. मौलाना कलीम सिद्दीकी के खिलाफ अवैध रूप से धर्मांतरण में लिप्त होने के आरोप लगे हैं. आरोप है कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए के लिए विदेशों से फंडिंग की गई.

मौलाना कलीम सिद्धकी जामिया इमाम वर्ली उल्लाह के नाम से ट्रस्ट भी चलाता था. इसके अंतर्गत कई मदरसे चलते थे. पुलिस के मुताबिक इन मदरसों को बड़ी विदेशी फंडिंग मिलती थी. आरोप है कि इन्ही संस्थाओं में अवैध धर्मांतरण का खेल होता था.

हरियाणा में धर्म परिवर्तन

फरीदाबाद से किस तरह से जुड़ा है तार
फरीदाबाद के सेक्टर-17 के प्रेम नगर में बनी झुग्गियों में रहने वाला दसवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे गौरव (काल्पनिक नाम) के मुताबिक 2011 में उसने अपने परिवार के साथ यहां पर रहना शुरू किया. गौरव के माता पिता मजदूरी करते हैं. गौरव के पड़ोस में कुछ मुस्लिम युवक रहा करते थे और इन्हीं लोगों से गौरव को कुछ पैसे और जरूरी सामान भी दिए जाते थे. इस तरह से गौरव उनके चंगुल में फंसाता गया.

साल 2013 में गौरव का नूर मोहम्मद बनने का सफर शुरू हुआ. दिल्ली के शाहीन बाग स्थित ग्लोबल पीस सेंटर में मौलाना कलाम सिद्दीकी से गौरव की मुलाकात कराई गई. ये मुलाकात उसी के पड़ोसी युवकों अशफाक सिद्धकी और रहीस खान के द्वारा करवाई गई.

2014 में आरोपियों के द्वारा गौरव को करीब 12000 रुपये देकर तालीम के लिए गुजरात के झालोद भेजा गया. यहां पर करीब 4 माह तक उनको अरबी और इस्लामिक शिक्षा की तालीम दिलाई गई.

2015 में एक बार फिर से गौरव को 4 महीने के लिए उत्तर प्रदेश के रामपुर भेजा गया. वहां पर गौरव को इस्लामिक शिक्षा की तालीम दिलाई गई.

2015 में वहां से अपनी तालीम पूरी करने के बाद जब वह वापस दिल्ली ग्लोबल पीस सेंटर पहुंचा, तो मौलाना दिलशाद ने बाटला हाउस ले जाकर उसका धर्म परिवर्तन करवा कर उसका नाम गौरव से '__ मोहम्मद' रख दिया.

साल 2018 में हुआ फरार
गौरव ने खुद खुलासा किया कि तालीम और इस्लामिक शिक्षा के बाद उसके साथ आतंकी संपर्क करने लगे. गौरव को बंदूक चलाने की ट्रेनिंग 2017 में ही दे दी गई. ट्रेनिंग के दौरान गैर मुस्लिमों के खिलाफ भड़काने का काम किया. गौरव ने ये भी खुलासा किया उसे गैर-मुस्लिमों का खात्मा करने की ट्रेनिंग देने के लिए कहा गया. उसने कहा कि जब बाद में मैंने पैसे मांगे तो उसे जान से मारने की धमकियां भी दी गई.

गौरव कहना है कि वो साल 2018 तक मौलाना कलीम सिद्धकी और उसके साथियों के दबाव में काम करता रहा, लेकिन दो साल पहले दिल्ली के शाहीन बाग से वह भागने में कामयाब रहा. वहां से भाग कर वो फरीदाबाद के बड़खल पहुंचा. जहां पर वह अपने परिवार से ना मिलकर गुमनामी की जिंदगी जीता रहा. पिछले साल 2020 में उसकी मुलाकात उसके परिवार से हो पाई.

पढ़ेंं- महाराष्ट्र : ASI ने दौलताबाद किले में खाई से हजार से अधिक प्लास्टिक की बोतलें बरामद कीं

'शाहीन बाग मस्जिद में होता है जमावड़ा'
धर्म परिवर्तन का ये किस्सा अकेले गौरव उर्फ नूर मोहम्मद तक ही सीमित नहीं रह जाता है. गौरव ने खुलासा किया है कि शाहीन बाग में रोजाना ऐसे दर्जनों युवा शामिल होते हैं जो दूसरे धर्म से परिवर्तन कराकर इस्लाम में लाए जाते हैं. भोले वाले युवाओं को पैसे का लालच देकर भट्ट खाया जाता है और उनको आतंकवाद की राह दिखाई जाती है.

पिता ने बताई बेटे की धर्म परिवर्तन की कहानी
धर्म परिवर्तन के इस मामले में गौरव के पिता ने बताया कि वह यूपी के रहने वाले हैं. फरीदाबाद में पिछले काफी लंबे समय से रह रहे हैं. वो मजदूरी का काम करते हैं, इसीलिए सुबह ही घर से निकल जाया करते थे. उनका बेटा दसवीं कक्षा में पढ़ने के लिए स्कूल में जाया करता था और यहीं से वह इनके संपर्क में आया. एक दिन गौरव ने उनको बोला कि वह काम करने के लिए कुछ महीनों के लिए बाहर जा रहा है, लेकिन जब गौरव वापस नहीं आया तो उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई गई. जिसके बाद 2018 में वापस आया उनको पता चला कि उनके बेटे का धर्म परिवर्तन हो चुका है.

फिलहाल फरीदाबाद पुलिस की तरफ से मौलाना कलीम सिद्धकी के खिलाफ 6 मामले दर्ज किए गए हैं. फरीदाबाद में पुलिस मौलाना सिद्दीकी के साथियों की तलाश कर रही है. अभी तक फरीदाबाद पुलिस की तरफ से इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है, लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद यह बात साफ हो गई है कि धर्म परिवर्तन को लेकर फरीदाबाद में यह गिरोह तेजी के साथ सक्रिय हैं.

फरीदाबाद : इस्लाम के नाम पर भोले भाले युवकों को बहला-फुसलाकर किस तरह से आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रही है, इसका खुलासा फरीदाबाद के सेक्टर-17 के रहने वाले गौरव उर्फ मोहम्मद ( पीड़ित अभी नाबालिग है इस लिए काल्पनिक नाम इस्तेमाल कर रहे हैं) ने किया है. युवक को पहले पैसे का लालच देकर उसका धर्म परिवर्तन करवाया गया और फिर बाद में हथियार चलाने और पाकिस्तान भेजने की ट्रेनिंग दी गई, इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता उत्तर प्रदेश की एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्धकी को बताया गया है.

अब इस मामले में फरीदाबाद में मौलाना कलीम सिद्धकी के खिलाफ पीड़ित की शिकायत पर छह मामले दर्ज किए गए हैं. मौलाना कलीम सिद्धकी को हाल ही में एटीएस (आतंकवादी रोधी दस्ता) ने गिरफ्तार किया है. मौलाना कलीम सिद्धकी का इस्लामिक विद्वानों में बड़ा नाम है. मौलाना कलीम सिद्दीकी के खिलाफ अवैध रूप से धर्मांतरण में लिप्त होने के आरोप लगे हैं. आरोप है कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए के लिए विदेशों से फंडिंग की गई.

मौलाना कलीम सिद्धकी जामिया इमाम वर्ली उल्लाह के नाम से ट्रस्ट भी चलाता था. इसके अंतर्गत कई मदरसे चलते थे. पुलिस के मुताबिक इन मदरसों को बड़ी विदेशी फंडिंग मिलती थी. आरोप है कि इन्ही संस्थाओं में अवैध धर्मांतरण का खेल होता था.

हरियाणा में धर्म परिवर्तन

फरीदाबाद से किस तरह से जुड़ा है तार
फरीदाबाद के सेक्टर-17 के प्रेम नगर में बनी झुग्गियों में रहने वाला दसवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे गौरव (काल्पनिक नाम) के मुताबिक 2011 में उसने अपने परिवार के साथ यहां पर रहना शुरू किया. गौरव के माता पिता मजदूरी करते हैं. गौरव के पड़ोस में कुछ मुस्लिम युवक रहा करते थे और इन्हीं लोगों से गौरव को कुछ पैसे और जरूरी सामान भी दिए जाते थे. इस तरह से गौरव उनके चंगुल में फंसाता गया.

साल 2013 में गौरव का नूर मोहम्मद बनने का सफर शुरू हुआ. दिल्ली के शाहीन बाग स्थित ग्लोबल पीस सेंटर में मौलाना कलाम सिद्दीकी से गौरव की मुलाकात कराई गई. ये मुलाकात उसी के पड़ोसी युवकों अशफाक सिद्धकी और रहीस खान के द्वारा करवाई गई.

2014 में आरोपियों के द्वारा गौरव को करीब 12000 रुपये देकर तालीम के लिए गुजरात के झालोद भेजा गया. यहां पर करीब 4 माह तक उनको अरबी और इस्लामिक शिक्षा की तालीम दिलाई गई.

2015 में एक बार फिर से गौरव को 4 महीने के लिए उत्तर प्रदेश के रामपुर भेजा गया. वहां पर गौरव को इस्लामिक शिक्षा की तालीम दिलाई गई.

2015 में वहां से अपनी तालीम पूरी करने के बाद जब वह वापस दिल्ली ग्लोबल पीस सेंटर पहुंचा, तो मौलाना दिलशाद ने बाटला हाउस ले जाकर उसका धर्म परिवर्तन करवा कर उसका नाम गौरव से '__ मोहम्मद' रख दिया.

साल 2018 में हुआ फरार
गौरव ने खुद खुलासा किया कि तालीम और इस्लामिक शिक्षा के बाद उसके साथ आतंकी संपर्क करने लगे. गौरव को बंदूक चलाने की ट्रेनिंग 2017 में ही दे दी गई. ट्रेनिंग के दौरान गैर मुस्लिमों के खिलाफ भड़काने का काम किया. गौरव ने ये भी खुलासा किया उसे गैर-मुस्लिमों का खात्मा करने की ट्रेनिंग देने के लिए कहा गया. उसने कहा कि जब बाद में मैंने पैसे मांगे तो उसे जान से मारने की धमकियां भी दी गई.

गौरव कहना है कि वो साल 2018 तक मौलाना कलीम सिद्धकी और उसके साथियों के दबाव में काम करता रहा, लेकिन दो साल पहले दिल्ली के शाहीन बाग से वह भागने में कामयाब रहा. वहां से भाग कर वो फरीदाबाद के बड़खल पहुंचा. जहां पर वह अपने परिवार से ना मिलकर गुमनामी की जिंदगी जीता रहा. पिछले साल 2020 में उसकी मुलाकात उसके परिवार से हो पाई.

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'शाहीन बाग मस्जिद में होता है जमावड़ा'
धर्म परिवर्तन का ये किस्सा अकेले गौरव उर्फ नूर मोहम्मद तक ही सीमित नहीं रह जाता है. गौरव ने खुलासा किया है कि शाहीन बाग में रोजाना ऐसे दर्जनों युवा शामिल होते हैं जो दूसरे धर्म से परिवर्तन कराकर इस्लाम में लाए जाते हैं. भोले वाले युवाओं को पैसे का लालच देकर भट्ट खाया जाता है और उनको आतंकवाद की राह दिखाई जाती है.

पिता ने बताई बेटे की धर्म परिवर्तन की कहानी
धर्म परिवर्तन के इस मामले में गौरव के पिता ने बताया कि वह यूपी के रहने वाले हैं. फरीदाबाद में पिछले काफी लंबे समय से रह रहे हैं. वो मजदूरी का काम करते हैं, इसीलिए सुबह ही घर से निकल जाया करते थे. उनका बेटा दसवीं कक्षा में पढ़ने के लिए स्कूल में जाया करता था और यहीं से वह इनके संपर्क में आया. एक दिन गौरव ने उनको बोला कि वह काम करने के लिए कुछ महीनों के लिए बाहर जा रहा है, लेकिन जब गौरव वापस नहीं आया तो उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई गई. जिसके बाद 2018 में वापस आया उनको पता चला कि उनके बेटे का धर्म परिवर्तन हो चुका है.

फिलहाल फरीदाबाद पुलिस की तरफ से मौलाना कलीम सिद्धकी के खिलाफ 6 मामले दर्ज किए गए हैं. फरीदाबाद में पुलिस मौलाना सिद्दीकी के साथियों की तलाश कर रही है. अभी तक फरीदाबाद पुलिस की तरफ से इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है, लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद यह बात साफ हो गई है कि धर्म परिवर्तन को लेकर फरीदाबाद में यह गिरोह तेजी के साथ सक्रिय हैं.

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