धुले : महाराष्ट्र के धुले जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, जिले के साक्री तालुका के एक गांव में कोरोना मरीज की मौत के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने को एम्बुलेंस या वाहन नहीं मिला. जिसके कारण परिवार को शव को कचरा ढोने वाले वाहन में ले जाने को मजबूर होना पड़ा.
साथ ही गांव वालों ने भी पीड़ित परिवार का साथ नहीं दिया. इस व्यवहार के कारण मृतक का परिवार दुखी है.
जानकारी के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित एक 70 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार सुबह मौत हो गई. परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए शव श्मशान घाट ले जाना था, लेकिन उन्हें कोई वाहन या एम्बुलेंस नहीं मिला. परिवार की अपील के बावजूद स्थानीय प्रशासन भी वाहन देने में विफल रहा.
चारों तरफ से थक-हार कर परिजन कचरा ढोने वाले वाहन से शव को श्मशान घाट ले गए और मौत के दस घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार किया.