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सड़क निर्माण का विस्फोटक म्यांमार भेजा जा रहा, NIA ने की रेड

एनआईए (NIA) ने भारत और म्यांमार की करेंसी के अलावा विस्फोटक जब्त किए जाने के मामले को लेकर मिजोरम के पांच स्थानों पर छापेमारी की. बताया जाता है कि यह खेप म्यांमार के एक संगठन को भेजी जानी थी. गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

National Investigation Agency
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (फाइल फोटो)
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Published : Jun 25, 2022, 1:22 PM IST

Updated : Jun 25, 2022, 9:55 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने भारतीय व म्यांमार की मुद्रा और भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त होने के मामले में मिजोरम के आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में छापेमारी की. यह खेप म्यांमार में एक संगठन को भेजी जानी थी. मिजोरम म्यांमार से अपनी 510 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के एक प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में पांच स्थानों पर छापेमारी की गई.

एनआईए ने कहा कि यह मामला टीपा थाने के जॉनलिंग इलाके में एक वाहन से 1,000 डेटोनेटर, 4,500 मीटर डेटोनेटर फ्यूज, 2,421.12 किलोग्राम विस्फोटक और भारतीय व म्यांमार की मुद्रा बरामद होने से संबंधित है. एजेंसी ने कहा कि यह खेप म्यांमार स्थित संगठन चिन नेशनल फ्रंट (सीएनएफ) को भेजी जानी थी, जो म्यांमार सरकार के खिलाफ हथियार और विस्फोटक जमा करने में जुटा है. मामला शुरू में 21 जनवरी को सैहा जिले के टीपा थाने में दर्ज किया गया था और 21 मार्च को एनआईए ने इसे अपने हाथ में ले लिया. एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और दोष साबित करने वाले दस्तावेज जब्त किए गए हैं. मामले की जांच जारी है.

सड़क निर्माण गतिविधियों का विस्फोटक चुराकर भेजा जा रहा : इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियों का मानना ​​है कि मिजोरम में सड़क निर्माण गतिविधियों के लिए बनाए गए विस्फोटकों को चुराकर म्यांमार भेजा जाता है. गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा विस्फोटकों की जब्ती के बाद मिजोरम सरकार के साथ संवाद किया है. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को 'ईटीवी भारत' को बताया कि 'हमने मिजोरम सरकार से सड़क के लिए उनके द्वारा प्राप्त विस्फोटकों (जिलेटिन और डेटोनेटर) का ऑडिट करने को कहा है.'

ये भी पढ़ें - दुबई से जाली मुद्रा और सोना तस्करी मामला, एनआईए ने चार लोगों के खिलाफ दायर किया आरोपपत्र

सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से असामाजिक तत्व निर्माण गतिविधियों के लिए ऐसे विस्फोटकों की चोरी करते हैं. मिजोरम में तैनात सुरक्षा एजेंसियों ने कई तलाशी अभियानों के दौरान कई ट्रकों और विशिष्ट स्थानों से भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए हैं. असम राइफल्स ने भी इस सीमावर्ती राज्य से भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए हैं. गौरतलब है कि म्यांमार में पिछले साल से सेना सत्ता पर काबिज है.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने भारतीय व म्यांमार की मुद्रा और भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त होने के मामले में मिजोरम के आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में छापेमारी की. यह खेप म्यांमार में एक संगठन को भेजी जानी थी. मिजोरम म्यांमार से अपनी 510 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के एक प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में पांच स्थानों पर छापेमारी की गई.

एनआईए ने कहा कि यह मामला टीपा थाने के जॉनलिंग इलाके में एक वाहन से 1,000 डेटोनेटर, 4,500 मीटर डेटोनेटर फ्यूज, 2,421.12 किलोग्राम विस्फोटक और भारतीय व म्यांमार की मुद्रा बरामद होने से संबंधित है. एजेंसी ने कहा कि यह खेप म्यांमार स्थित संगठन चिन नेशनल फ्रंट (सीएनएफ) को भेजी जानी थी, जो म्यांमार सरकार के खिलाफ हथियार और विस्फोटक जमा करने में जुटा है. मामला शुरू में 21 जनवरी को सैहा जिले के टीपा थाने में दर्ज किया गया था और 21 मार्च को एनआईए ने इसे अपने हाथ में ले लिया. एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और दोष साबित करने वाले दस्तावेज जब्त किए गए हैं. मामले की जांच जारी है.

सड़क निर्माण गतिविधियों का विस्फोटक चुराकर भेजा जा रहा : इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियों का मानना ​​है कि मिजोरम में सड़क निर्माण गतिविधियों के लिए बनाए गए विस्फोटकों को चुराकर म्यांमार भेजा जाता है. गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा विस्फोटकों की जब्ती के बाद मिजोरम सरकार के साथ संवाद किया है. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को 'ईटीवी भारत' को बताया कि 'हमने मिजोरम सरकार से सड़क के लिए उनके द्वारा प्राप्त विस्फोटकों (जिलेटिन और डेटोनेटर) का ऑडिट करने को कहा है.'

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सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से असामाजिक तत्व निर्माण गतिविधियों के लिए ऐसे विस्फोटकों की चोरी करते हैं. मिजोरम में तैनात सुरक्षा एजेंसियों ने कई तलाशी अभियानों के दौरान कई ट्रकों और विशिष्ट स्थानों से भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए हैं. असम राइफल्स ने भी इस सीमावर्ती राज्य से भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए हैं. गौरतलब है कि म्यांमार में पिछले साल से सेना सत्ता पर काबिज है.

Last Updated : Jun 25, 2022, 9:55 PM IST
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