ईटीवी भारत- पतंजलि, रूचि सोया जिस रूप में देश-दुनिया में एक बड़ा ब्रांड बन रहा है, लोग पूछते हैं कि ये योग गुरू बाबा रामदेव को मिली सिद्धि का चमत्कार है या फिर आक्रामक मार्केटिंग का नतीजा?
बाबा रामदेव- (हंसते हुए...) देखिए ये हर काम को कलेक्टिव रूप से करने का ही नतीजा है. भारत में करोड़ों लोग हम पर विश्वास करते हैं. इस वजह से हम इस विश्वास को बरकरार रखना चाहते हैं. विदेशी कंपनी के एकाधिकार को छोड़कर इस कंपनी के माध्यम से हम आत्मनिर्भरता लाना चाहते हैं. हमारे साथ कई बॉलीवुड, क्रिक्रेट और अन्य सेलेब्रेटी आ रहे हैं, जिससे हम हमारे ब्रांड की रीच को और बढ़ा सकते हैं.
ईटीवी भारत - आप रूचि सोया का आईपीओ लेकर आ रहे हैं, ये कब होगा और क्या प्लानिंग है ?
बाबा रामदेव- देखिए हमारे पास निवेशक लाइन लगा कर खड़े हैं. कई लोग रूचि सोया में पैसा लगाने को तैयार हैं क्योंकि लोगों का ट्रस्ट लेवल बहुत बढ़ा है और यही हमारी अभी तक की कमाई है. हम चाहेंगे कि सब परिवार भाव से जुड़ें, ऑनरशिप के भाव से जुड़े, मैं इसे खेल नहीं मानता, हम ऑनरशिप के आधार पर, परफोर्मेंस के आधार पर डिलीवरी करेंगे और लोगों की जो अपेक्षा है, उससे ज्यादा हम उनको डिलीवर करेंगे.
ईटीवी भारत- आईपीओ कब आ रहा है, सेबी में क्या स्थितियां हैं ?
बाबा रामदेव- हमने सेबी में डीआरएस फाइल किया हुआ है, जैसे ही वहां से क्लियर होगा, आशा है कि यह बहुत जल्दी आएगा. बहुत ट्रांसपरेंट तरीके से इसे लाने की योजना है. रूचि सोया में किसी तरह का चाहे वो गवर्नेंस का इश्यू हो या फिर एकाउंटिबिलिटी का, हम आगे इस पर कोई विवाद नहीं रखेंगे. हमारी कम्पलाइंस लगभग पूरी है. हमें लगता है कि हम जल्द ही लोगों के बीच में होंगे और फिर आपके साथ बड़ा इंटरव्यू कर लोगों को इस बारे में ज्यादा जानकारी देंगे.
ईटीवी भारत- रूचि सोया एक ऐसा सौदा था जिसे लेकर कई सवाल भी उठे, आज आप आईपीओ लाने की बात कर रहे हैं तब भी मार्केट एनालिस्ट संदेह जता रहे हैं क्योंकि रूचि सोया में अभी भी प्रमोटर्स की होल्डिंग 98 परसेंट है. आम निवेशक आम तौर पर इन पर्सेंटेज से घबराते हैं, उनमें संकोच होना लाजमी है, क्या कहेंगे ?
बाबा रामदेव- हम चाहते तो 100 प्रतिशत शेयर अपने पास रख सकते थे, लेकिन जिन लोगों ने इसमें पैसा लगाया था, उन्हें रिटर्न अच्छा मिले, इसलिए हमने ऐसा नहीं किया. जिन लोगों ने पैसा लगाया है, उनके एक परसेंट को भी वैल्यू मिली है. सात रुपए का शेयर था, आज शेयर के दाम बहुत ऊंचे हैं. हमने 98 प्रसेंट होल्डिंग दिया लेकिन हम इसे कम समय में भी ले आए हैं. हमने अपनी तरफ से सारी कार्रवाई पूरी कर दी है, अब बस यह आएगा. इसमें सबसे पहले निवेशकों का हित है, फिर कंपनी का हित है. स्वामी रामदेव का कोई हित नहीं है.
ईटीवी भारत- महंगे क्रूड ऑयल, पेट्रोल-डीजल की कीमतों की इतनी चर्चा हो रही है कि इसके आगे एडिबल ऑयल के दामों का जिक्र नहीं हो रहा, लेकिन घर-घर की परेशानी है कि खाद्य तेल महंगा हो रहा है. ऐसे में रूचि सोया जैसी एफएमसीजी की भूमिका बढ़ जाती है, क्या कहना चाहेंगे ?
बाबा रामदेव- देखिए समस्या इसीलिए हैं क्योंकि हम आत्मनिर्भर नहीं हैं. एडिबल ऑयल में अब हम जल्द आत्मनिर्भर होंगे. कोरोना काल में दामों में उछाल के बाद लोग परेशान हैं. यही हमारा अगला मिशन है कि एडिबल ऑयल के भाव सही कर सकें. हम तो यह भी चाहते हैं कि भारत सरकार इस ओर बड़े कदम उठाए. हम अपनी कोशिश करेंगे. मैं आश्वस्त करता हूं कि आने वाले समय में भारत एडिबल ऑयल में आत्मनिर्भर बनेगा.
ईटीवी भारत- आपने कहा औद्योगिक प्रोत्साहन के लिए सरकार कुछ बड़े कदम उठाए, आपके हिसाब से सरकार को किस तरह के कदम उठाने चाहिए ?
बाबा रामदेव- मोदी सरकार को खाद्य और अन्य चीजों में कीमतें कम करने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए. सरकार इस समस्या से अवगत होकर योजनाएं बनाए, जैसे खाद्य बीज व अन्य चीजें मुहैया करवाए. इसके लिए हम लगातार सुझाव दे रहे हैं. हम अपेक्षा करते हैं कि सरकार इस और ज़रूर कोई बड़े और कड़े कदम उठाएगी. मैं उम्मीद करता हूं कि ये सब जल्दी होगा. खाद्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने से देश का दो लाख करोड़ रुपए बचेगा.
ईटीवी भारत- आपने एक इंटरव्यू में कहा कि 2025 तक पतंजलि एफएमसीजी में देश का नंबर वन ब्रांड हो जाएगा. प्रतिद्वंद्वी कंपनी हिन्दुस्तान लीवर भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है. आप उसे पछाड़ने का दावा कर रहे हैं, क्या रणनीति है ? क्या हिन्दुस्तान लीवर की तरह कई और कंपनियों को टेकओवर करेंगे ?
बाबा रामदेव- देखिए हम 99 फीसदी कंपनियों को पछाड़ चुके हैं. सिर्फ एक हमसे आगे बची है. हम कोई गैरकानूनी काम नहीं करेंगे, लेकिन पूरे सही तरीके से उनके प्रभुत्व को ख़त्म करेंगे. उनको शीर्षासन करवाएंगे. हमारा कन्ज्यूमर बेस यूनिलीवर से बढ़ा है और हम कॉस्टेटिक और वैलनेस पर काम करेंगे.
ईटीवी भारत- आप उत्पादन तो कर रहे हैं कि, लेकिन प्रतिद्वंद्वी कंपनियां अच्छे अंतरराष्ट्रीय स्तर के रिसर्च के साथ काम करती हैं, इससे कैसे निपटेंगे ?
बाबा रामदेव- हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा रिसर्च इंस्टीट्यूट पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन है. आगे भी हमारे पास रूचि सोया में जो मनी आएगी वो रिसर्च में ही खर्च करेंगे. फिर एजूकेशन में खर्च होगा, एग्रीकल्चर में खर्च करेंगे. इसी आधार पर काम करेंगे. हमारा सपना है लोकल फोर ग्लोबल की सबसे बड़ी प्रेरणा पतंजलि बने. हमारे भीतर वो जज्बा है जिससे हम अच्छे विजन और इन्फ्रास्ट्रक्चर से इसे बढ़ाने का काम करेंगे. हम हर साल इसमें नए आयाम और कीर्तिमान स्थापित करेंगे.
ईटीवी भारत- दरअसल, ये सवाल इसीलिए भी था क्योंकि आप दावे करते हैं कि पतंजलि में अंतरराष्ट्रीय रिसर्च हो रही है, लेकिन फिर भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस रिसर्च की मान्यता और स्वीकार्यता में पीछे हैं, क्या आपको नहीं लगता कि मान्यता और स्वीकार्यता के लिए भी अलग से विशेषज्ञता ज़रूरी है ?
बाबा रामदेव- ज़रूरी यह नहीं कि रिसर्च किस देश में हो रही है, ज़रूरी है कि रिसर्च के पैरामीटर्स क्या हैं, उनको हम कितना फॉलो करते हैं. पूरी दुनिया में योग और आयुर्वेद पर जितना रिसर्च होता है उसका 10 फीसदी पतंजलि कर रहा है, अब इसे 25 फीसदी करने की तैयारी हम कर रहे हैं. हम पूरी दुनिया में आयुर्वेद पर रिसर्च के मामले में मुकाबले में खड़े हैं और जल्द लीडिंग पॉजिशन में होंगे.
ईटीवी भारत- लोगों का कहना है कि पतंजलि की सारी माया असल में बाबा रामदेव की ब्रांडिंग का कमाल है, आप अपनी ब्रांडिंग पर पतंजलि को यहां तक लाएं हैं, क्या भविष्य में भी आप ही चेहरा रहेंगे या फिर नए ब्रांड एम्बेसेटर्स जोडना का इरादा है ...
बाबा रामदेव- ( हंसते हुए..) नहीं भई, मैं अकेला कहां कुछ करता हूं, सामूहिक प्रयास हैं सभी के, हम आगे भी कई सेलेब्रिट्रीज को लेकर आएंगे, अपनी पहुंच आगे बढ़ाएंगे, नए ब्रांड एम्बेसेटर्स भी लेकर आएंगे. इसका खुलासा जल्द होगा. एक दो दिन में ही इसकी लिस्ट आनी शुरू हो जाएगी. फिलहाल उनके एग्रीमेंट चल रहे हैं, इसमें बॉलीवुड और खिलाड़ी दोनों शामिल हैं.
ईटीवी भारत- आपने कहा था कि पतंजलि का भी आईपीओ आने वाला है, पतंजलि की सिम आएगी. कब आएगा और क्या प्लानिंग है ?
बाबा रामदेव- पतंजलि को भी जल्द लेकर आएंगे और इसकी सूचना भी जल्द दी जाएगी, हमारा सार काम तैयार है, जैसे ही समय सही होगा हम मैदान में ताल ठोक देंगे.
ईटीवी भारत- देश में उत्पादन और निर्यात बढ़ाने में सरकार की नीतियों का बहुत बड़ा असर होता है. मोदी सरकार के बाद क्या बड़ा बदलाव आपको नजर आया ?
बाबा रामदेव- मैंने मोदी जी, अमित शाह जी और उनके सहयोगी दलों को बहुत करीब से देखा है. उनकी मंशा देश के लिए अच्छी है. उनका अपना एजेंडा, कुनबा, वंश, जाति विशेष नहीं है. मैं आश्वस्त हूं एग्रीकल्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर, हैल्थ, एजूकेशन, रिसर्च, सेफ्टी-डिफेंस में देश आगे बढ़ेगा. देश में कोरोना और अन्य हालात के चलते आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, साम्प्रदायिक चुनौतियां रही हैं, लेकिन इसके बाद भी देश का हौसला बुलंद है, देश आगे बढ़ रहा है. सरकार अपेक्षित नीतियों में बदलाव के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रही है.
ईटीवी भारत- बढ़ती जनसंख्या के लिए ज्यादा उत्पादन जरूरी है, ज्यादा उत्पादन के लिए कच्चे माल की उपलब्धता की आवश्यकता है. कच्चा माल पर्याप्त नहीं होगा तो आपके प्रोडक्ट की भी कीमतें बढ़ रही हैं. पर असर दिख रहा है, कैसे देखते हैं इस समस्या को ?
बाबा रामदेव- देखिए, हमनें बाहर के सामानों पर निर्भरता को तोड़ा है. इसके अलावा हमारी कोशिश है कि हमारी 90 फीसदी जरूरत की आपूर्ति हिन्दुस्तान से ही हो जाए. फिर भी किसी चीज की जरूरत होगी तो देखा जाएगा, लेकिन बड़ा कदम एडिबल ऑयल में उठाना है, क्योंकि इसके बाद ज्यादा किसी उत्पाद के लिए कच्चे माल को आयात करने की जरूरत नहीं रहेगी. ये कर लिया तो स्थिति चेलेजिंग नहीं होंगी.
ईटीवी भारत-आपको नहीं लगता कि महंगाई, जनसंख्या, पेट्रोल-डीजल के दामों पर नए सिरे से विचार करने की जरूरत है, कीमतें आसमान छू रही हैं ?
बाबा रामदेव- मैं तो एक ही बात मानता हूं कि हम बेस्ट क्या कर सकते हैं. देश को चलाने के लिए ईंधन से गति आती है, सरकार ईंधन पर टैक्स लगाती है, ताकि उनके राजस्व में पैसा आए और वे देश को चला सके. सरकारी जनकल्याण की योजनाओं को चलाने के लिए टैक्स जरूरी है. सरकार को सब चीजों में बैलेंस बनाते हुए विशेष स्थिति में काम करना होगा. मुझे लगता है कि चुनौतियां हैं यद्यपि हल निकलेगा.
'मुश्किल चाहे लाख हों लेकिन एक दिन तो हल होती है और जिंदा लोगों की दुनिया में हर पल हलचल होती है.." इस हलचल में जरूर हल निकल आएगा.