रांची : पूर्वी सिंहभूम जिले में बेनाशाेल स्वर्णरेखा नदी के किराने रहने वाले 75 साल के पूर्व एचसीएलकर्मी दीकू हांसदा के घर और माेहल्ले में कई दिनाें से बिजली नहीं है. जिसके कारण उनकी लकवा पीड़ित पत्नी बिस्तर पर गर्मी से तड़प रही हैं. पत्नी की परेशानी देख दीकू हांसदा ने दूरभाष पर बिजली विभाग के एसडीओ और बिजली कर्मी बात कर लाइन ठीक करने का मांग की. इस पर बिजलीकर्मी भवानी ने उन्हें बताया कि आपके क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मर खराब रहने से बिजली नहीं है.
बुजुर्ग ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ट्रांसफॉर्मर बनवाने के लिए चंदा इक्ट्ठा करना ही एक जरिया है. विभाग के पास ट्रांसफाॅर्मर अभी उपलब्ध नहीं है. अगर यही बात कोई विधायक, सांसद या पैसे वाले बोलते, तो बिजली विभाग के पास नया ट्रांसफॉर्मर भी आ जाता. उन्होंने कहा कि देश की सेवा करने वाले एक पूर्व सैनिक जब बिजली विभाग से बात करता है, तो उसे टालमटोल कर दिया जाता है कि बिजली विभाग में नया ट्रांसफॉर्मर नहीं है. लेकिन सांसद, विधायक को बिजली विभाग तुरंत ही ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध करा देता है.
दिकू हांसदा ने कहा कि कुव्यवस्था में जीवन यापन से बेहतर माैत ही हाेगी. इसलिए अगर उनके घर पर गुरुवार तक बिजली चालू करने की दिशा में बिजली विभाग काेई पहल नहीं करेगा, ताे वो शुक्रवार काे अपने घर के सामने मुख्य सड़क बाधित कर बीच सड़क पर आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे. वहीं, घाटशिला एसडीओ सत्यवीर रजक ने कहा कि वे बिजली विभाग के अधिकारियाें से संपर्क कर दीकू हांसदा समेत उनके घर के पास के लाेगाें की बिजली संबंधित परेशानी का निदान कराने की कोशिश करेंगे.
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