नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस के नेता कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और संसद के शीतकालीन सत्र को बुलाने की मांग कर रहे हैं. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सुनील जाखड़ भी शनिवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे. एक विशेष बातचीत में सुनील जाखड़ ने कहा कि सरकार को संसद सत्र तुरंत बुलाना चाहिए. प्रधानमंत्री संसद के नए भवन के निर्माण की योजना बना रहे हैं, लेकिन उनके कार्य और उनकी योजनाएं लोकतंत्र को ध्वस्त कर रही हैं. संसद बहस, चर्चा, प्रश्न और विचारों के आदान-प्रदान के लिए लोकतंत्र का मंदिर है. यदि सरकार को केवल एकालाप और कोई संवाद नहीं करना है तो वे मन की बात के लिए ऑल इंडिया रेडियो का विकल्प चुन सकते हैं.
प्रधानमंत्री को विरोध स्थल पर जाना चाहिए
सुनील जाखड़ ने कहा कि ये लोकतंत्र को हटाने और फांसीवादी तरह के कामकाज को लाने के कदम हैं अन्यथा एक बाबू या मैं कैसे कह सकते हैं कि भारत में बहुत अधिक लोकतंत्र है. यह हमारे शहीदों का अपमान है, जिन्होंने आजादी के लिए जीवन कुर्बान किया है. यह केवल लोकतंत्र में है कि मोदी के रूप में चायवाला का एक बेटा प्रधानमंत्री बन सकता है. सुनील जाखड़ ने कहा कि सरकार को अपना अहंकार हटाना चाहिए. संसद सत्र बुलाना चाहिए और एक चुनिंदा समिति बनानी चाहिए और किसानों को बताना चाहिए कि जब तक नया रूप नहीं आ जाता, तब तक कानून लागू नहीं होगा. प्रधानमंत्री को विरोध स्थल पर जाना चाहिए और ठंड में बैठे किसानों की आंखों में झांककर उनके अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए.
मोदी, आरएसएस या भाजपा भारत नहीं
नक्सलियों द्वारा आंदोलन अपहृत करने के भाजपा नेताओं के दावे पर जाखड़ ने कहा कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मानक संचालन प्रणाली स्थापित की गई है कि जब भी कोई विरोध प्रदर्शन करता है तो उसे देशद्रोही करार दिया जाता है. भाजपा नेताओं को यह समझने की जरूरत है कि मोदी, आरएसएस या भाजपा भारत नहीं हैं और उन्हें लोगों की बात सुननी चाहिए. भाजपा के लिए कृषि एक व्यापार है लेकिन एक किसान के लिए यह जीवन जीने का एक तरीका है. यह सरकार कॉर्पोरेट्स के लिए चल रही है. यदि वे दावा कर सकते हैं कि अर्थव्यवस्था के लिए डिमोनेटाइजेशन अच्छा है तो उनके लिए यह दावा करना सामान्य है कि कृषि कानून कृषि कार्य के लिए अच्छे हैं. पंजाब कांग्रेस सोमवार को पंजाब हरियाणा शंभू सीमा पर विरोध प्रदर्शन करेगी और किसानों का पूरा समर्थन कर रही है.
17 दिन हो गए प्रदर्शन को
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई टीम के बारे में पूछे जाने पर जाखड़ ने कहा कि यह निर्णय लेना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ऊपर है, लेकिन पंजाब कांग्रेस जीवित और किकिंग है. तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन ने शनिवार को 17 वें दिन प्रवेश कर लिया है. किसान यूनियनें अब रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध करने की योजना बना रही हैं.